ऋषिकेश : सेना में अब अधिकारी बनेगा 20 बीघा का प्रशांत भट्ट, NDA परीक्षा पास की 

मूलतः चमोली जिले के ग्राम कुंड डूंगरा, स्वर्का, तहसील कर्णप्रयाग का रहने वाला है भट्ट परिवार

ख़बर शेयर करें -
ऋषिकेश : गर्व की बात है सैनिक प्रदेश से एक और लाल देश सेवा के लिए जायेगा सेना में अधिकारी के तौर पर. नाम है प्रशांत भट्ट पुत्र जेपी भट्ट. निवासी 20 बीघा गली नंबर 9. मंगलवार को जैसे ही NDA का रिजल्ट आया तो जेपी भट्ट ने फ़ोन पर सूचना दी.  एक पिता के लिए इससे बड़ी गर्व की बात क्या हो सकती है..आंखिर. जेपी भट्ट और उनकी पत्नी शकुन्तला देवी दिन रात मेहनत की बच्चों को पढ़ाने के लिए और एक अच्छा सफल नागरिक बनाने के लिए. दोनों ही पति-पत्नी एम्स में वर्तमान में कार्यरत हैं. आंखिर माता पिता की तपस्या काम आ गई आज.
जेपी भट्ट और शकुंतला भट्ट
पिता जेपी भट्ट ने बताया, उनके पिता स्वर्गीय सुरेशानन्द भट्ट बचपन में गुजर गए थे।उन्हीं के आशीर्वाद से यह सब हुआ है। वे मूलतः चमोली जिले के रहने वाले हैं उनका मूल ग्राम कुंड डूंगरा, स्वर्का, पट्टी कपीरी, पोस्ट ऑफिस नौली, तहसील कर्णप्रयाग, जिला चमोली है. वर्षों पहले रोजगार की तलाश में वे ऋषिकेश आये.  यही 20 बीघा गली नंबर 9 में मकान बनाया, बच्चों को शिक्षा दिला रहे हैं. भट्ट स्वभाव से काफी मेहनती इंसान हैं. साथ ही ब्योहारिक  भी हैं. दोनों पति पत्नी ईश्वर के उपाशक अपने गाँव जाना नहीं छोड़ते हैं. प्रशांत की दादी रेवती देवी काफी बुजुर्ग हैं लेकिन वह  भी काफी खुश दिखाई दी, अपने पोते को अधिकारी बनते देखकर. प्रशांत के  दादा का देहांत हो चुका है. प्रशांत की माता शकुन्तला देवी ने ख़ुशी जताते हुए कहा मुझे ख़ुशी है बेटे की ख्वाइश पूरी होने जा रही है. परिवार खुश है. ईश्वर का आशीर्वाद से और बेटे की मेहनत से यह सब कुछ हुआ.
NDA के रिजल्ट लिस्ट में  प्रशांत भट्ट ने 303 वीं रैंक हासिल की है.. यह प्रशांत का चौथा प्रयास था.  प्रशांत ने “नेशनल वाणी”  के साथ बात करते हुए बताया वह शुरू से ही सेना में  चाहता था. कक्षा 12 से तैयारी में जुट गया था.  पिछली गलतियों को दोहराया नहीं और आगे बढ़ता गया. मुझे पूरा विशवास था इस बार हो जायेगा मेरा क्लियर.  मैंने News पेपर, करंट अफेयर पर फोकस किया. SSB के लिए जो महत्वपूर्ण जरूरतें होती हैं वह पूरा करने की कोशिश की मैंने. अपने से बात की, समझा खुद को मेरी ताकत और मेरी कमजोरियों के बारे में फिर उनको उसी अनुसार विकसित करने की कोशिश की. अपनी इंग्लिश और सामाजिक निपुणता को मजबूत करने में काम किया मैंने खुद पर. परिवार में माता पिता के अलावा दादी और  प्रशांत की एक छोटी बहन जो भी इंटर में पढ़ रही है. प्रशांत की शिक्षा मेट्रिक और इंटर श्री गुरु राम राय पुब्लिस स्कूल से की है. फिर उसके बाद 2022 में डिग्री की.  SSB  परीक्षा के लिए प्रशांत का यह चौथा प्रयास था. प्रशांत ने बताया उसके माता पिता ने पूरा साथ दिया पढ़ाई के दौरान, तैयारी के दौरान.  हर स्थिति में माता पिता साथ खड़े रहे. परीक्षा परिणाम से वह संतुष्ट है. जल्द ही भारतीय सेना में अधिकारी के तौर तीन वर्ष के लिये खडकवासला, पुणे जायेंगे उसके बाद एक साल की ट्रेनिंग देहरादून IMA में होगी.

Related Articles

हिन्दी English