ऋषिकेश: श्री कृष्ण कुञ्ज में पंचदिवसीय ब्रह्मोत्सव का दूसरा दिन, संतों का हुआ सम्मान सुदर्शन यज्ञ कर दिया विश्व को सन्देश

ऋषिकेष: (मनोज रौतेला) श्री कृष्ण कुञ्ज आश्रम के परमाध्यक्ष जगद्गुरु स्वामी कृष्णाचार्य जी महाराज के नेतृत्व में भगवान वेणुगोपाल जी का 25 वां 21 अप्रैल को ब्रह्मोत्सव गंगा पूजन से प्रारम्भ हुआ था। कृष्ण कुंज में भक्तिमय माहौल के बीच देश के विभिन्न प्रांतों से आये श्रद्धालुओं ने आज संतों के दर्शन तो किये ही साथ ही प्रभु का भजन भी किया।
आश्रम के उत्तराधिकारी युवराज स्वामी गोपालाचार्य महाराज ने जानकारी देते हुए बताया “यहाँ मायाकुंड स्थित कृष्ण कुञ्ज आश्रम में में भगवान् बेणुगोपाल बिराजमान हैं, रुकमणि और सत्यभामा के साथ में. इस अवसर पर देश-विदेश से श्रद्धालु यहाँ पर आये हैं. सुदर्शन महायज्ञ का आयोजन किया गया. जैसी परिस्थितियां विश्व में चल रही हैं संक्रमण को लेकर उसपर महाराज जी आज्ञा से उत्तराखंड पीठाधीश्वर जगतगुरु रामानुजाचार्य पूज्य स्वामी कृष्माचार्य महाराज के आज्ञा से यहाँ पर सुदर्शन यज्ञ किया गया. विश्व में सुख शनि बनी रहे और मानव कलयाण के लिए आहुति डाली गयी. विश्व के लिए सन्देश दिया गया, मानव कलयाण के लिए काम करें, मिल जुल कर प्रेम भाव से रहें. संक्रमण न फैले इसके लिए अपने आस पास साफ़ सफाई का विशेष ध्यान रखें.”
आश्रम के उत्तराधिकारी युवराज स्वामी गोपालाचार्य महाराज ने कहा की अक्षय तृतीया के दिन भगवान् वेणु गोपाल की प्रतिष्ठा 25 वर्ष पूर्व हुई थी तब से प्रति वर्ष अक्षय तृतीया पर पंच दिवसीय ब्रह्मोत्सव बड़े ही धूम धाम से मनाया जाता है जिसमें प्रतिदिन भगवान् का दिव्य श्रृंगार, प्रवचन, विभिन्न स्कूल के बच्चों द्वारा सांस्कृतिक एवं रंगारंग कार्यक्रम किये जाते हैं. इस दौरान अन्न के छप्पन भोग के दर्शन भी होते हैं. पंचम दिवस (23) अप्रैल को भगवान का 108 रजत कलश से अभिषेक एवं सायं 4 बजे से भगवान की शोभा यात्रा का आयोजन होगा. इस अवसर पर संतों का सम्मान भी किया गया. उसके बाद सभी को भोजन कराया गया. संतों में महामंडलेश्वर दयाराम दास जी महाराज, लोकेश दास जी महाराज, तुलसी मानस मंदिर के महंत रवि प्रपन्नाचर्य, महंत बलबीर सिंह महाराज,अजय भैया, स्वामी शंकर तिलक महाराज, चक्रपाणि महाराज, ऋषिकेश मेयर अनिता ममगाईं व् देश विदेश से आये श्रद्धालु शामिल रहे.
