ऋषिकेश : अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर गंगा किनारे महिला गंगा आरती में बालिकाओं को अपने हक में अवाज उठाने की शपथ दिलाई, दिया सन्देश

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  • महिला गंगा आरती, पूर्णानंद घाट में महिलाओं ने बालिका दिवस पर दिया संदेश।
  • महिला के प्रति संवेदनशीलता समाज की सबसे बड़ी ताकत।
  • गंगा आरती में छात्राओं को अपने हक में अवाज उठाने की शपथ दिलाई ।
  • छेड़छाड़ के समय घबराएं नहीं सामना करें-सुशीला सेमवाल

ऋषिकेश : आज ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट द्वारा पूर्णानंद घाट में महिलाओं द्वारा की जा रही गंगा आरती में महिलाओं व योगा धरनेंद्र गुरुकुलम द्वारा अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर गंगा के पावन तट पूर्णानंद घाट पर बालिकाओं के सुखद समन्वय, भविष्य एवं उत्तम स्वास्थ्य की प्रार्थना की गई। बालिकाओं को साक्षर बनाने,उनका उत्साहवर्धन करने व उनमें छुपी प्रतिभाओं को आगे लाने के लिए गंगा आरती की गई।

सुशीला सेमवाल भाजपा मंडल उपाध्यक्ष मुनी की रेती ने कहा कि छेड़छाड़ के समय कई बार युवतियां व महिलाएं घबरा जाती हैं। सोचने समझने की शक्ति खत्म हो जाती है। अपने दिमाग को स्थिर रखकर यदि वे डटकर सामना करेंगी तो किसी व्यक्ति की हिम्मत नहीं होगी कि वह उसके साथ छेड़छाड़ कर सके। प्रत्येक महिलाओं व बालिकाओं को आत्मरक्षा के गुण सीखने होंगे। इसके लिए बहुत ज्यादा ट्रेनिंग की जरूरत नहीं है। मुश्किल समय में थोड़ी सी समझ व सशक्त मानसिकता से वे इन परिस्थितियों का सामना कर सकती हैं।

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योगा धरनेंद्र गुरुकुलम के अध्यक्ष स्वामी ईश्वरानंद ने बालिकाओं का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि आज महिलाओं की सुरक्षा के लिए शासन ने महिला अपराध से संबंधित बहुत से कानून बनाए हैं।जानकारी होनी चाहिए कि वे कैसे इसका उपयोग कर सकती हैं। प्रदेश में महिलाओं के साथ छेड़छाड़, दुष्कर्म, हत्या जैसे जघन्य अपराधों के लिए उत्तराखंड पुलिस पहले ही सतर्क है। उत्तराखंड की सभी थाना-कोतवाली में कुछ समय पहले ही अनिवार्य रूप से महिला पुलिस हेल्प डेस्क स्थापित लागू किया जा चुका है, ताकि किसी भी महिला के अपराध से जुड़ी शिकायत पर तत्काल कार्रवाई की जा सके।

डॉ. ज्योति शर्मा ने कहा कि महिलाएं शुरू से ही कमजोर नहीं थीं, उन्हें ऐसा माहौल दिया गया कि वे अपने आप को कमजोर समझने लगीं। महिलाओं के अंदर सबसे बड़ी ताकत है उनकी संवेदनशीलता, जबकि पुरुषों को संवेदनशीलता सिखाने के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। वर्तमान में महिलाओं ने इसी संवेदनशीलता को अपनी कमजोरी समझ लिया है। शान्ति सिहं ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस मनाने का उद्देश्य महिलाओं के सामने आने वाली चुनौतियों और उनके अधिकारों के संरक्षण के बारे में जागरूकता पैदा करना है। उन्होंने छात्राओं से सामने आने वाली चुनौतियों का डटकर सामना करने की बात कही।

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इस अवसर पर ऋषिकेश गंगा आरती परिवार व उपस्थित सभी लोगों को छात्राओं को अपने हक में अवाज उठाने की शपथ दिलाई गई व बेटा-बेटी में भेद न करने की अपील की गई।अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर सोनम सेमवाल, आयुषी राणा, राधिका गौर, दीपशिखा बंगवाल, प्रिंसी ठाकुर, सृष्टि वर्मा आदि बालिकाओं को सम्मानित किया। मुख्य रूप से महिला गंगा आरती में प्रीति अग्रवाल, मधु अग्रवाल, सरोज कुकरेती, गायत्री देवी, मंजू देवी, उषा देवी, सुनीता, अनीता , सरिता आज महिलाओं ने गंगा आरती की।

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