ऋषिकेश :युद्ध ग्रस्त में क्षेत्र में ‘बंकर’ के अंदर में फंसी यूक्रेन में जिया बलूनी, 1200 इंडियन बंकर में हैं छिपे, चेहरे पर खौफ भारत में परिजन चिंतित
Ришикеш: Джиа Балуни в Украине застряла в «бункере» в раздираемом войной районе, 1200 индийцев прячутся в бункере, страх на лице, члены семьи в Индии переживают

यहाँ से मेडिकल की पढ़ाई कर रही जिया बलूनी ने वीडियो जारी कर वहां के हालात बताये. जिया बलूनि ऋषिकेश में भाजपा की बरिष्ठ नेता और राज्य आंदोलनकारी सरोज डिमरी की भांजी हैं. सरोज ने “नेशनल वाणी” से खास बातचीत में बताया ‘हम रात दिन सो नहीं पा रहे हैं बच्चों की हालत देखकर.ऐसे में भारत सरकार से गुहार लगाई है इनको रूस के रास्ते हो सके तो बाहर निकाला जाए. क्योँकि रूस काफी नजदीक है. रूस के साथ हमारे सम्बन्ध भी अच्छे हैं. बताया गया है पोलैंड,रोमानिया, स्लोवाकिया जो देश हैं जिया वाली लोकेशन से 15 से 20 घंटे की दूरी पर है जो संभव नहीं है’ बस और ट्रैन से फिलहाल. लगातार धमाके बहार सुनाई दे रहे हैं. शेलिंग हो रही है. ऐसे में नींद भी नहीं आ रही है बच्चों को. धमाके सुन कर उठ जा रहे हैं. हालाँकि इंडियन एम्बसी वहां पर लगातार टच में है लेकिन वो भी कैसे निकाले ? वो कह रहे हैं पोलैंड या स्लोवाकिया या रोमनिया सीमा तक पहुंचें लेकिन कैसे पहुंचे, लगभग दो दिन का रास्ता है.रिस्क है रास्ते में कहाँ पर गोलीबारी, बम गिरने लग जाए. फाइटर आसमान में लगातार मंडरा रहे हैं.खाने के लिए ज्यादा राशन नहीं बचा है बच्चों के लिए, एटीएम में कैश नहीं है. माल, सुपर मार्ट ध्वस्त कर दिए गए हैं सेना ने. ऐसे में हालात विकट होते जा रहे हैं. आप वीडियो में देख सकते हैं कैसे बच्चे रह रहे हैं वहां पर. रविवार शाम ऋषिकेश की दो छात्राएं घर पर पहुँच चुकी हैं यूक्रेन से पहले बैच में आवास विकास की आयुषी राय और श्यामपुर की निशा ग्रेवाल.दोनों वाया मुंबई पहुंची है.




