ऋषिकेश: निगम सभागार में क्षेत्र में स्वच्छता एवं पर्यावरण संरक्षण के प्रति किस प्रकार जनजागरूकता लायी जाए ताकि पूर्ण स्वच्छ नगर बनाने के साथ-साथ वायु गुणवत्ता में सुधार लाने के प्रयासों पर मंथन हुआ

ऋषिकेश : नगर निगम ऋषिकेश के स्वर्ण जयंती सभागार में पर्यावरण एवं स्वच्छता जागरूकता के लिए बैठक आयोजित कर उक्त के संदर्भ में कार्यक्रम के आयोजन और क्रियान्वयन की रूप रेखा तैयार की गई।नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त चंद्र कान्त भट्ट एवं जिला गंगा सुरक्षा समिति के नामित सदस्य पर्यावरण विद विनोद जुगलान के संयुक्त संयोजन में विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों सहित जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के प्राविधिक कार्यकर्ताओं एवं निगम कर्मियों ने प्रतिभाग किया।
बैठक का उद्देश्य ऋषिकेश क्षेत्र में स्वच्छता एवं पर्यावरण संरक्षण के प्रति किस प्रकार जनजागरूकता लायी जाए ताकि ऋषिकेश को पूर्ण स्वच्छ नगर बनाने के साथ साथ वायु गुणवत्ता में सुधार लाने के प्रयासों पर चर्चा की गई।सहायक नगर आयुक्त चंद्र कान्त भट्ट ने कहा कि स्वच्छता हम सबकी जिम्मेदारी है।आने वाली पीढ़ी को स्वच्छ हवा मिल सके इसके लिए हमें मिलजुलकर कार्य करना होगा।उन्होंने बताया कि हम स्वच्छता के प्रति पूर्णरूप से संकल्प बद्ध हैं।ऋषिकेश में एयर क्वालिटी ग्राफ बीते वर्षों की भांति 27 प्रतिशत सुधार पाया गया है।बैठक की अध्यक्षता कर रहे जिला गंगा सुरक्षा समिति के सदस्य विनोद जुगलान ने कहा कि स्थानीय वातावरण में वायु की गुणवत्ता सुधार एक सतत प्रक्रिया है।इसमें सुधार के किये और अधिक प्रयास करने होंगें।नगर निगम क्षेत्र में अमित ग्राम से लेकर स्मृतिवन खाण्ड गाँव लालपानी क्षेत्र में सड़कों के किनारे पौध रोपण कर हरित पट्टिका विकसित की जानी चाहिए।साथ ही निगम परिक्षेत्र में एक ऐसी वाटिका विकसित की जाए, जहाँ प्रातः और संध्या भ्रमण कर स्थानीय लोग लाभ शुद्ध वायु का लाभ ले सकें।
पौध रोपण के साथ पौधों के संरक्षण के भी प्रबन्ध सुनिश्चित किया जाना जरूरी है।नगर आयुक्त ऋषिकेश ने बताया कि इस दिशा में कार्ययोजना तैयार की जा रही है। शीघ्र ही क्रियान्वयन के प्रयास किये जायेंगे। लोक पर्यावरण शिक्षा संस्था के संस्थापक श्याम लाल ने कहा की चन्द्रभागा नदी क्षेत्र में बृहद पौधरोपण कर नदी को पुनर्जीवित किया जा सकता है।जिला प्राविधिक कार्यकर्ता विभा नामदेव ने कहा कि नगर निगम क्षेत्र में बंद पड़े शौचालय यों की सफाई कर उन्हें जनहित में खोला जाना चाहिए।साथ ही नगर निगम ऋषिकेश द्वारा नदी, नालों की सफाई के लिए मानवीय क्षमता का प्रयोग असंतोषजनक है।यह कार्य जेसीबी या पोकलैंड मशीनों से किया जाना चाहिए ताकि स्वच्छता का कार्य धरातल पर दिख सके।जिसको भावी कार्ययोजना में शामिल किया गया।विधिक कार्यकर्ता ममता रमोला ने कहा कि चन्द्रभागा क्षेत्र में कूड़ा करकट फेंकने वालों पर सीसीटीवी के माध्यम से नजर रखी जाए।
अमिता चौहान ने कहा कि नगर में खाली पड़े प्लाट कूड़े के अवैध डंप बन रहे हैं।जिससे नगर में बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।इनके भूस्वामियों का पता लगाकर उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही निश्चित की जानी चाहिए।गौरतलब है कि माननीय न उच्च न्यायालय के आदेशों के अनुपालन में बीते माह बृहद स्वच्छता अभियान चलाया गया था।लेकिन जनजागरूकता के अभाव में लोग फिर से घरों का कूड़ा नगर निगम के डोर टू डोर कलेक्शन वाहन को न देकर इधर उधर फेंकते नजर आरहे हैं।जिसके लिए जनजागरूकता अत्यावश्यक है।जिला गंगा सुरक्षा समिति के सदस्य विनोद जुगलान ने बताया कि शुक्रवार को स्मृतिवन में पौधरोपण एवं पर्यावरण संरक्षण जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।जिसमें वनविभाग, नगर निगम ऋषिकेश,अठुर भागीरथी स्वयं सहायता समूह,जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के विधिक कार्यकर्ताओं सहित स्थानीय लोग प्रतिभाग करेंगे।
बैठक में नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त चन्द्रकान्त भट्ट,निगम के एमआईएस एक्सपर्ट गुरमीत सिंह,सफाई निरीक्षक अमित नेगी, अभिषेक मल्होत्रा,पर्यवेक्षक आशीष कुमार,प्राविधिक सेवा कार्यकर्ता अरविंद भण्डारी, विभा नामदेव,ममता रमोला,मीनाक्षी कपरूवान, मधु श्री,अमिता चौहान,मनोरमा रावत,रजनी शर्मा आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।