ऋषिकेश : पहली बार देखी मासूम सरिता ने ऋषिकेश में गंगा नदी, पहाड़, हरियाली और इंसानों का चेहरा…और “रंग बिरंगी दुनिया”, मददगार क्लब की टीम हुई “मासूम” द्वारा सम्मानित
कार्निया दिलाने में मदद करने पर लायंस क्लब ऋषिकेश देवभूमि की टीम को शुक्रवार को सम्मानित किया गया सरिता के द्वारा
मनोज रौतेला की रिपोर्ट
ऋषिकेश : आप अंदाजा नहीं लगा सकते हैं इस मासूम के “मासूम मन” का जिसने पहली बार रंग-बिरंगी दुनिया देखी है. जिससे रूबरू हुई है..यमकेश्वर की रहने वाली 11 साल की नेत्रहीन बालिका सरिता के लिए तो समझो एक दुनिया ही बदल गयी है. कहाँ घनघोर अँधेरे से वह उजाले की रौशनी में आ गयी है. क्योँकि अब वह देख जो पा रही है इस दुनिया को…दुनिया में कैसे-कैसे रंग हैं…सबसे अहम बात उसको कार्निया दिलाने में मदद करने पर लायंस क्लब ऋषिकेश देवभूमि की टीम को शुक्रवार को सम्मानित किया गया सरिता के द्वारा.
टीम को बालिका ने कार्निया मिलने के बाद सम्मानित किया गया. वहीँ पत्रकारों को बालिका ने पहली बार दुनिया के सुंदर नजारे देखने का अनुभव भी साझा किया. सरिता ने अभी काफी दुनिया देखनी है लेकिन उसे पहचानने में उस दुनिया को वक्त लगेगा इसमें कोई शक नहीं. लेकिन संतोष है वह देख पा रही है. शुक्रवार को पीडब्लूडी के गेस्ट हाउस में यमकेश्वर की 11 वर्षीय सरिता द्विवेदी ने लायंस क्लब ऋषिकेश देवभूमि की टीम को सम्मानित किया. ये लम्हा अपने आप अलग था सबके लिए और सरिता के लिए तो था ही. इंसानियत क्या होती है उसकी भी कहीं न कहीं झलक दिखाई दे रही थी. क्लब ने जो मदद की उसके लिए शब्द कम हैं. सरिता ने बताया बचपन से ही उनको दिखाई नहीं देता था. तीन साल की उम्र में डॉक्टरों ने भी साफ कर दिया था कि कर्निया लगाए बगैर शायद वह इस दुनिया को कभी नहीं देख सकेगी. सात साल तक कहाँ-कहाँ नहीं दिखाया, डॉक्टरों के चक्कर लगाने के बाद भी आंखों में रोशनी लाने के लिए कहीं से कार्निया नहीं मिला.
उसके बाद माता-पिता ने तत्कालीन यमकेश्वर विधायक रितु खंडूरी से मिले और रितु खंडूरी ने लायंस क्लब ऋषिकेश देवभूमि के चार्टर अध्यक्ष गोपाल नारंग से संपर्क हुआ उसके बाद कहानी का परिणाम आपके सामने है. दो महीने पहले सरिता को एम्स में भर्ती कर एक आंख में कार्निया प्रत्यारोपित किया गया. सरिता ने बताया कि फिलहाल एक आंख से वह दुनिया के सुंदर नजारे देख पा रही है. जिसके लिए शब्द नहीं हैं…बल्कि एक अहसास है जिंदगी के क्या रंग होते हैं ? लेकिन वहीँ इस मौके पर क्लब के कोषाध्यक्ष विनय भाटिया, मनमोहन भोला, कमल कालरा आदि उपस्थित रहे.