ऋषिकेश : तीर्थ नगरी की सुरक्षा के लिए निरंतर चले सत्यापन अभियान, एक सप्ताह में त्रिवेणी घाट से हटाए मलवा प्रशासन : मेयर
अपराध की घटनाएं थामने के लिए संयुक्त टीम होगी गठित : महापौर

ऋषिकेश : नगर निगम महापौर ने शहर को पूरी तरह से अपराध मुक्त बनाने के लिए सत्यापन अभियान चलाने के लिए पुलिस प्रशासन को निर्देशित किया है।इस संदर्भ में महापौर द्वारा विभिन्न विभागों की एक महत्वपूर्ण बैठक भी ली गई।उन्होंने अभियान की पूर्णतः सफलता के लिए संयुक्त टीम के गठन की बात कही।
सोमवार की दोपहर नगर निगम में आहुत बैठक में महापौर अनिता ममगाई ने कहा कि किसी भी तरह के आपराधिक मामलों के सामने आने पर अधिकांशतः में उन अपराधियों के चेहरे बेनकाब होते हैं जोकि पहचान छुपा कर यहां रह रहे होते हैं। इसके लिए जरूरी है कि यहां चरणबद्ध तरीके से निरंतर अभियान चलाया जाये जिसमें अन्य विभागों से भी पुलिस आवश्यक फीडबैक ले।महापौर ने कहा कि ऋषिकेश एक देवभूमि ही नही अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पर्यटन नगरी भी है यहां वर्षभर श्रद्वालु एवं पर्यटक आते हैं। जरा सी चूक बड़ी घटना का कारण बन सकती है।इसलिए जरूरी है नगर निगम के अंतर्गत जितने भी ठेले हैं उनका सत्यापन हो।इसके अलावा शहर में प्रवासी मजदूरों, रेहड़ी-फड़ी वालों का सत्यापन अभियान चले, ताकि स्थानीय लोगों की सुरक्षा में कोई कोताही न हो।
बैठक में मौजूद एसआई को उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि पुलिस की कार्यवाही की उन्हें जानकारी मिलनी चाहिए। उन्होंने मजदूरों से काम लेने वाले के ठेकेदारों से भी अपील करते हुए कहा कि वह किसी भी प्रवासी मजदूर को कार्य में तब तक न रखे जब तक उनकी पहचान स्थानीय थाना प्रभारी द्वारा न की गई हो । बैठक के दौरान मेयर ने त्रिवेणी घाट पर पड़े मलवा की सफाई के लिए तहसीलदार को भी निर्देशित करते हुए महापौर ने कहा कई माह पूर्व बाढ़ में बहकर आया मलवा लंबे अर्से से नगर की हद्वय स्थली त्रिवेणी घाट की सुंदरता को ग्रहण लगा रहा है।
इस संदर्भ में निगम द्वारा मौखिक एवं लिखित शिकायत करने के बावजूद तहसील स्तर पर कारवाई सुनिश्चित ना करा पाने की वजह से जहां जनता में गलत संदेश जा रहा है वहीं इससे निगम के स्वच्छता मिशन को भी पलीता लग रहा है।उन्होंने स्पष्ट शब्दों में एक सप्ताह के भीतर घाट से मलबा हटाने के निर्देश तहसीलदार को दिए। बैठक में अधिशासी अभियंता विनोद जोशी, तहसीलदार अमृता शर्मा, सब इंस्पेक्टर अरुण त्यागी आदि मोजूद रहे।




