ऋषिकेश : अटल जन्म शताब्दी वर्ष व वीर बाल दिवस पर जिला कार्यशाला में राष्ट्रवादी विचारों पर हुआ मंथन

- समावेशी राष्ट्रवाद ही अटल जी की सबसे बड़ी विरासत-तरुण बंसल
ऋषिकेश : भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म शताब्दी वर्ष एवं वीर बाल दिवस के अवसर पर ऋषिकेश में जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ महापुरुषों के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया।मुख्य वक्ता तरुण बंसल ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी का राष्ट्रवाद समावेशी था, जिसमें समाज के प्रत्येक वर्ग के उत्थान की भावना निहित थी। उन्होंने कहा कि अटल जी के विचार आज भी देश को एकजुट रखने और विकास की सही दिशा देने का कार्य कर रहे हैं।
जिला सहप्रभारी अमन त्यागी ने कहा कि अटल जी का जीवन और वीर बालकों का बलिदान त्याग, साहस और राष्ट्रनिष्ठा का प्रतीक है। ऐसे आयोजन युवा पीढ़ी को राष्ट्रसेवा के लिए प्रेरित करते हैं। अध्यक्षता कर रहे जिलाध्यक्ष राजेंद्र तड़ियाल ने कहा कि वैचारिक कार्यशालाएँ संगठन को मजबूती प्रदान करती हैं और कार्यकर्ताओं को नई ऊर्जा देती हैं। अटल जी के आदर्श और वीर बालकों का बलिदान सभी के लिए प्रेरणास्रोत हैं।इस अवसर पर प्रतीक कालिया, देवदत्त शर्मा, जयंत शर्मा, ऊषा कोठारी, वंदना स्वामी, पुष्पा ध्यानी, कुसुम कंडवाल, ममता नयाल, मनीष क्षेत्री, दायित्व धारी सुरेंद्र मोघा, सुभाष बर्थवाल, गोविंद अग्रवाल, संदीप गुप्ता, विनय कंडवाल, सम्पूर्ण रावत, ज्योति सजवान, दीपक धमीजा आदि उपस्थित थे ।



