ऋषिकेश : 12 वर्षीय बालक घाट पर घूमता हुआ मिला पुलिस को,पिता शौकत खान तो माता का नाम चंद्रा देवी दिल्ली में है गुमशुदगी दर्ज..जानें मामला
ऋषिकेश पुलिस दिल्ली पुलिस के आने का कर रही है इन्तजार, देर शाम तक पहुँचने की उम्मीद

- बालक का नाम आदर्श कुमार उर्फ़ अजमीर खान, पिता का नाम शौकत खान माता का नाम चंद्रा देवी
- मूल रूप से बिहार के बेगुसराय जिला का रहने वाला है, ग्राम आलापुर बताया बालक ने
- पिता ने की दूसरी शादी पिंकी खातून से, उसके तीन बच्चे बताये, लोनी इलाके में रह रहा परिवार
- दिल्ली के बदरपुर थाने में गुमशुदगी दर्ज है बालक की, दिल्ली पुलिस संपर्क में आयी ऋषिकेश पुलिस के
- मेयर शम्भू पासवान ने भी की बात बालक के दिए हुए बिहार निवासी ब्यक्ति के मोबाइल नंबर पर
- आपदा राहत दल और जल पुलिस के जवानों का रहा विशेष सहयोग
ऋषिकेश : गुरूवार को सुबह लगभग ११ बजे त्रिवेणी घाट पर एक बालक लावारिश हालत में घूमता हुआ मिला पुलिस कर्मी को. आपदा राहत दल 40वीं वाहिनी के जवान राजेश सिंह नेगी को यह बालक लावारिश घूमता हुआ मिला. नेगी को कुछ शक हुआ बालक को देखकर. जब उससे पूछताछ की गयी तो पहले वह कुछ स्पष्ट नहीं बता रहा था. उसके बाद चौकी में लाकर प्यार से उससे पूछा कहाँ से आया ? कहाँ घर है ? कौन माता पिता हैं इत्यादि. इस बीच बालक ने अपना नाम आदर्ष कुमार उर्फ़ अजमीर खान बताया. रहने वाला ग्राम आलापुर जिला बेगुसराय बिहार का बताया. जब उससे और कुछ जानकारी हासिल करने की कोशिश की तो उसने अपनी माता का नाम चंद्रा देवी बताया पिता का नाम शौकत खान. पिता राज मिश्त्री का काम करता है. जो लोनी, खड खडी में रहता है. आदर्श ने जानकारी देते हुए बताया वह अपनी माँ (चंद्रा देवी) के साथ 9 साल तक रहा. फिर उसके पिता ने मां को छोड़ दिया और दूसरी शादी कर ली. जिसका नाम पिंकी खातून है. उसके तीन बच्चे बताये गए. वे लोनी इलाके में रहते बताये.
आदर्ष के मुताबिक़, उसको पिंकी डांटती थी इसलिए उसे वहां अच्छा नहीं लगा और घर से निकल गया. पहले वहां से सीधे मुरादाबाद, फिर रूडकी आया वहां पर समोसे बेचने वाले के साथ रहा. वह ब्यक्ति मुझे समोसे दे देता था. कुछ दिन वहां रह कर फिर वहां से ऋषिकेश आया. 25 जून यानी देर शाम को ऋषिकेश पहुंचा. यही पास ही एक मंदिर में रहा रात में. सुबह मंदिर में किसी ने 40 रुपये दिए और मैंने कुछ खाया. आज त्रिवेणी घाट पर घूम रहा था तो पुलिस ले आई चौकी. घाट चौकी इंचार्ज विनेश कुमार के निर्देशानुसार, कोई भी बालक ऐसा घूमता हुआ दिखाई दे तो उस पर विशेष नजर बनाए रखें ताकि कोई आपराध होने से रोका जा सके. उसी क्रम में, नेगी के मुताबिक़, गंभीरतापूर्वक बालक का मामला देख कर हमें इस पर शक हुआ. फिर इसे यहाँ ले कर आये.इसी बीच घाट पर मेयर शम्भू पासवान भी आये हुए थे. सफाई अभियान के कार्यक्रम के तहत. वे अचानक चौकी में भी आये. उसी दौरान उनको भी इस बालक के बारे में पता लगा तो उन्हूने बालक से मोबाइल नंबर पता किया उसके घर का, ताकि उसके घर वालों से बात हो सके. बालक के मोबाइल नंबर देने पर उन्हूने फोन किया तो बिहार का नंबर था किसी ब्यक्ति का जो बालक का परिचित/परिजन था. वहां से बदरपुर थाने दिल्ली को सूचना दी गयी पुलिस को. जहाँ पर बालक के हिन्दू परिजन रहते हैं और जिन्हूने गुमशुदगी दर्ज करवाई होगी.
फिर दिल्ली पुलिस का बदरपुर थाने से ASI राम कुमार का फोन आया. उन्होंने नेगी को बताया यहाँ पर बालक की गुमसुदगी दर्ज है. यह दो तीन महीने से लापता है. हम इसको लेने आ रहे हैं ऋषिकेश. आप चौकी में कुशल पूर्वक इसको बैठा रखियेगा तब तक . तब नेगी ने बालक को घाट चौकी के सुपुर्द किया. फिलहाल बालक घाट चौकी में है. ताकि, जब भी देर शाम तक इसके परिजन और दिल्ली पुलिस लेने आयें तो सुपुर्दगी की जाएगी. इस दौरान वहां पर मौजूद जवानों में आपदा राहत दल से HC सुनील रावत, CT ज्ञान सिंह, जल पुलिस से HC चैतन्य कुमार, विनोद सेमवाल आदि लोग मौजूद रहे.