ऋषिकेश : स्वामी सच्चिदानंद आश्रम में  चल रहे 6 दिवसीय  मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा समारोह व वार्षिक कार्यक्रम का हुआ आयोजन, जल्द प्रयागराज में तिलक कर महामंडलेश्वर पद पर सुशोभित होंगे स्वामी  चेतन स्वरुप 

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  • गुरु शिष्य परंपरा को आगे बढ़ाएं संत..स्वामी सच्चिदानंद आश्रम शीशम झाड़ी में  चल रहे छ: दिवसीय  मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा समारोह व वार्षिक कार्यक्रम आयोजित 
  • देश भर से आये संतों  और भक्तों ने   किया प्रतिभाग कार्य्रकम में दी श्रधान्जली , महाराज श्री   स्वामी सच्चिदानंद  की षष्टम पुण्यतिथि एवं साध्वी राम प्रिय माता की तृतीय पुण्यतिथि के अवसर पर
  • स्वामी सच्चिदानंद आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी चेतन स्वरूप  को जल्द  तिलक कर  महामंडलेश्वर  के   पद पर शुशोभित करेंगे  आने वाले समय  प्रयागराज में : महामंडलेश्वर स्वामी विशोकानन्द भारती 
ऋषिकेश : [मनोज रौतेला} तीर्थ नगरी में जुटे देश भर के संत. अवसर था  ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर स्वामी सच्चिदानंद  महाराज की षष्टम पुण्यतिथि एवं साध्वी राम प्रिय माता की तृतीय पुण्यतिथि के अवसर पर उनके समाधि स्थलों पर मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव आयोजित किया गया. इस  अवसर पर संत सम्मेलन आयोजित हुआ, देश भर से संत पहुंचे हरिद्वार और ऋषिकेश से काफी संत पहुंचे थे. देश विदेश जिसमें दुबई, नेपाल से भक्त भी पहुंचे थे. इस अवसर पर  संतो ने अपनी अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की. कार्यक्रम की अध्यक्षता  महानिर्वाणी अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी विशोकानन्द भारती ने   कार्यक्रम की  अध्यक्षता और  शानदार संचालन महामंडलेश्वर प्रेमानंद गिरी  महाराज ने किया. जिसमें हरिद्वार और ऋषिकेश के महामंडलेश्वर, श्री महंत, संत  महात्माओं ने अपनी तरफ से श्रद्धांजलि अर्पित की. स्वामी सच्चिदानंद आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी चेतन स्वरूप ने बताया कि ब्रह्मलीन श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर स्वामी सच्चिदानंद  महाराज एवं महामंडलेश्वर साध्वी राम प्रिया माता ने अपना संपूर्ण जीवन मानव   कल्याण के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया था. उन्होंने सदैव गुरु सेवा में ही अपना जीवन समर्पित करते हुए गुरु परंपरा को आगे बढ़ाया है  उन्होंने कहा कि गुरु और शिष्य की इस परंपरा को आगे बढ़ना ही भक्तों का कर्तव्य है और  यही हम सबके लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी. उनके अनुभवों को उन्हूने साझा  किया. गुर महाराज को दिखाई नहीं देता थे लेकिन वे विद्वान् संत थे.  इस अवसर पर आश्रम के परमाध्यक्ष  स्वामी चेतन स्वरुप की संतों ने दिल खोलकर  तारीफ की कहा वे जिस तरह से  संत परम्परा को आगे बढ़े रहे हैं वह तारीफ के लिए लायक हैं.
स्वामी चेतन स्वरुप महाराज
महामंडलेश्वर स्वामी दयाराम दास  महाराज ने कहा कि सेवा भाव समर्पण की मूर्ति थे महाराज  महाराज जी हमेशा सेवा सुमिरन और सत्संग की बातें किया करते थे. उन्होंने सदैव वसुदेव कुटुंबकम की बात कही हमेशा जोड़ने पर विश्वास रखते थे. महाराज श्री ने भारत ही नहीं पूरे विश्व के लोगों को एक माला में पिरोने का कार्य किया था. महामंडलेश्वर स्वामी विशोकानंद भारती ने इस अवसर पर बोलते हुए कहा, स्वामी सच्चिदानंद आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी चेतन स्वरूप  को तिलक कर  महामंडलेश्वर  के   पद पर शुशोभित करेंगे  आने वाले समय  प्रयागराज में. इस अवसर पर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी विशोकानन्द भारती,  स्वामी आनंद चैतन्य महाराज, स्वामी रामेश्वरानंद महाराज, स्वामी केशवानंद महाराज, स्वामी रवि देव शास्त्री, दिनेश दास, संतोष भारती, सुतीक्षणमुनी महाराज, संतोष भारती,  राम चौबे, महंत रवि प्रपन्नाचार्य जी महाराज, ऋषिकेश की नि महापौर अनीता ममगाईं आदि  लोग मौजूद रहे.

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