ऋषिकेश : संतों की कलाई पर राखी बाँध कर श्री राम तपस्थली आश्रम में भी रक्षाबंधन पर्व मनाया

तीर्थनगरी में घरों के अलावा आश्रमों में भी रक्षाबंधन का पर्व मनाया गया

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  • धर्म संस्कृति और आपसी सद्भावना का पावन त्यौहार है  पवित्र रक्षाबंधन : जगतगुरु  योगानंदाचार्य स्वामी दयाराम दास देवाचार्य  महाराज
  • यह पर्व ख़ुशी देने वाला पर्व है, एक बहन जब भाई के कलाई पर राखी बांधती है तो भारतीय संस्कृति, प्रेम,आशीर्वाद सब मिलता है : सुशीला सेमवाल, प्रदेश अध्यक्ष, अखिल भारतीय सीता राम परिवार 
  • रक्षाबंधन भाई- बहन का पावन त्योहार है। इस दिन बहन भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं और भाई बहन को उपहार देता है। रक्षाबंधन का जिक्र महाभारत में भी मिलता है। द्रोपदी ने भगवान श्री कृष्ण को राखी बांधी थी: आचार्य नितीश खंडूरी, प्रदेश महामंत्री, अखिल भारतीय सीताराम परिवार 
मुनि की रेती /ऋषिकेश :(मनोज रौतेला) शनिवार को मां गंगा के तट पर स्थित श्री राम तपसतली आश्रम में श्री राम तपस्थली  आश्रम सनकादिक भागवत पीठ आनन्द घाट ब्रह्मपुरी  उत्तराखंड में  रक्षाबंधन पर्व हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया।रक्षाबंधन के अवसर पर जगतगुरु  योगानंदाचार्य स्वामी दयाराम दास देवाचार्य  महाराज  ने रक्षाबंधन पावन पर्व की महिमा रक्षा सूत्र की महिमा पर अपने विचार प्रकट किये.  आश्रम में उपस्थित भक्तों को सत्संग में  उपदेश दिया, धर्म संस्कृति और आपसी सद्भावना का पावन त्यौहार पवित्र रक्षाबंधन को बताया.इस अवसर पर  महाराजश्री ने सभी को आशीर्वाद भी दिया.  
अखिल भारतीय सीता राम परिवार प्रदेश अध्यक्ष सुशीला सेमवाल के द्वारा जगद्गुरु महाराज के  सान्निध्य में सभी संतों को राखी बाँधकर आशीर्वाद प्राप्त किया.  सेमवाल ने सभी देश वासियों को रक्षाबंधन के पर्व पर बधाई दी है. परिवार की तरफ से  प्रदेश महामंत्री आचार्य नितीश खंडूड़ी  ने वेद मन्त्रों  का उच्चारण  कर पर्व को और सुन्दर बना दिया.  इस दौरान धनीराम बिनझोला भी उपस्थित रहे. 
अखिल भारतीय सीता राम परिवार की ओर से  ब्रह्मपुरी श्री राम तपस्थली   आश्रम में पूज्य श्रीमत जगत गुरुजी दयाराम दास देवाचार्य महाराज की उपस्थित में उत्तरकाशी  थराली में हुई आपदा में मृत आत्माओं की शांति के लिए  मौन भी  रखा  गया. महाराजश्री ने कहा, यथा संभव आश्रम परिवार के द्वारा  इस दुख की बेला में प्रभावितों की  सहायता करने की भी घोषणा की.  सभी ने ईश्वर से  प्रार्थना कर कहा, हम  पीड़ित  परिवारों के साथ में हैं. भगवान बद्री विशाल  इस दुख की बेला से प्रभावितों को  उबरने की शक्ति सामर्थ्य प्रदान करे. इस अवसर पर मौजूद उपस्थिति में,    गंगा रामदास, प्रमोद दास, महावीर दास, जगदीश दास, हरिओम, शिवम समेत  संत महात्माओं की उपस्थित में रक्षाबंधन के पावन पर्व मनाया गया.

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