रायवाला : घर पहुंचा म्यांमार में फंसा विधान, 1, 70,000 रुपए किये भुगतान छोड़ने के एवज में, सरकार से शिकायत

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रायवाला इलाके का रहने वाला विधान गौतम अपने घर पहुंच गया है। म्यांमार से यह म्यांमार में फंसा हुआ था। आपको बता दें,  प्रतीत नगर रायवाला के इंदिरा कॉलोनी निवासी विधान गौतम काफी समय से म्यांमार में फंसा हुआ था। विधान थाईलैंड की विदेशी कंपनी में कार्य करने के लिए गया था। जहां उसे बंधक बना लिया गया था। विधान ने बताया कि थाईलैंड पहुंचने के बाद एजेंट के माध्यम से उनको दूसरी कंपनी में शिफ्ट कर दिया गया था। उन्होंने बताया कि थाइलैंड से एक ट्रेवल एजेंट उन्हें बस के माध्यम से थाईलैंड के एक शहर में ले गया था। जहां उनसे इल्लीगल कार्य करने को कहा गया। विधान ने बताया कि विरोध करने पर मारपीट की जाती थी उनके साथ। करीब 2 महीने तक यहां वहां काम करने के बाद उनका भारतीय एंबेसी से संपर्क हो पाया और उसके बाद एंबेसी से संपर्क करने के चार दिन तक शौचालय में बंद करके रखा गया। दसवें दिन म्यांमार से एक रेस्क्यू ऑफिसर उसके पास पहुंचा और वह 5-6 व्यक्तियों को वहां से निकाल कर ऑफिस में लेकर गया ।इस दौरान विधान ने बताया कि रेस्क्यू करने के बदले उसकी मां ने म्यांमार में एक कंपनी को लगभग 1.70 लख रुपए का भुगतान उनके बताए गए पते पर किया था। भुगतान करने के बाद भी उन्हें एक महीने तक म्यांमार जेल में रखा गया। उसके बाद थाईलैंड जेल में रखा गया। अगले दिन थाईलैंड कोर्ट में फाइन देने के बाद 2 दिन तक कैद में रखा गया। इसके अलावा 5 दिन तक बैंकॉक के आईडीसी सेंटर में रखा गया ।विधान ने बताया कि 26 अगस्त को उन्हें बैंकॉक से दिल्ली लाया गया और 27 अगस्त को वह अपने घर सकुशल पहुंच गए।परिजनों का कहना है कि यदि भारत और उत्तराखंड सरकार इस मामले में तेज गति से कार्य करती तो गौतम जल्द ही घर वापस लौट सकता था। आपको बता दें उत्तराखंड के खटीमा का भी एक युवक फंसा हुआ है वहां पर और कई युवक भारत के म्यांमार में फंसे होने की सूचना है।ये लोग गुजरात के एजेंट के द्वारा भेजे गए थे।

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