चमोली: विकासखंड नारायणबगड़ स्थित सिद्धपीठ चोपता चौंरी मंदिर में आयोजित 9 दिवसीय चोपता कौथिग के पाँचवें दिन कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहे जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण।भरतवाण ने अपनी गायकी और ऊर्जावान प्रस्तुतियों से ऐसा समां बांधा कि दर्शक दीर्घा में मौजूद लोग थिरकने पर मजबूर हो गए।मंदिर कमेटी द्वारा उन्हें शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।जागर का शुभारंभ 36 देवी–देवताओं के आह्वान से हुआ, जिसके बाद उन्होंने बसंत–शरद ऋतु पर आधारित गीत गाकर माहौल को भक्तिमय और उत्साहपूर्ण बना दिया। उन्होंने रूमा झूमा वाली संध्या झूलि गे…शिव गंगा नयोला, देवता रामगंगा… शिव जी कैलाश रदंन…किमसारी हाट मा…घुटी घुटी बाडुलि लगीं छ,मैतुं कु रैबार आयुं,सरुली मेरु जिया लगिउं…जैसे बेहद लोकप्रिय गीतों की प्रस्तुति दी, जिन पर युवाओं और दर्शकों ने खूब नृत्य किया।मंदिर कमेटी ने जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण का हृदय से आभार व्यक्त किया और उनके योगदान को अविस्मरणीय बताया।