महिला पॉलीटेक्निक का प्रिंसिपल सैयद मश्कूर अली गिरफ्तार, छात्राओं ने लगाया देह शोषण का आरोप


- महिला पॉलीटेक्निक जयपुर का दुराचारी प्रिंसिपल मश्कूर अली गिरफ्तार हो गया है
- पॉलिटेक्निक महिला कॉलेज प्रताप नगर का मामला: प्रधानाचार्य मश्कूर अली पर छात्राओं ने लगाया देह शोषण का आरोप, हंगामा हुआ था
- छात्राओं का कहना है कि प्रिंसिपल मश्कूर ने कॉलेज में ही छात्राओं का देहशोषण किया है
- हिडन कमरा लगवाने का भी आरोप लगाया है, फिर ब्लैकमेलिंग करने का आरोप भी लगाया है प्रिंसिपल अली पर
जयपुर : (सचिन पंडित) ऐसे लोग भी पद पर बैठ जाते हैं….सवाल बड़ा महिला संस्थान है और पुरुष प्रिंसिपल नियुक्ति ? क्या कोई महिला नहीं मिली थी पद के लिए. मामला पॉलिटेक्निक महिला कॉलेज प्रताप नगर का है. यहाँ पर साेमवार सुबह छात्राओं ने हंगामा कर दिया. छात्राओं ने प्रिंसिपल सैयद मश्कूर अली पर अभद्रता करने और देहशोषण के आराेप लगाए. छात्राओं ने कोर्ट में बयान दर्ज करवाए हैं उसके बाद प्रिंसिपल को गिरफ्तार कर लिया है. छात्राओं और स्टाफ ने करीब सवा महीने पहले 3 फरवरी काे तकनीकी शिक्षा विभाग के सचिव काे इसकी शिकायत की थी. सचिव की गठित जांच कमेटी ने प्रिंसिपल काे दोषी पाया तो निलंबित कर दिया गया था. प्रिंसिपल के विरोध के बाद दूसरी बार जांच के लिए कमेटी सोमवार को कॉलेज पहुंची थी. छात्राओं ने इसका विरोध किया. आराेप था कि प्रिंसिपल को बचाने के लिए मिलीभगत कर दूसरी बार जांच करवाई जा रही है. कॉलेज के कार्यवाहक प्रिंसिपल विनाेद जांगिड़ का कहना है कि छात्राओं के पूर्व प्रिंसिपल सैयद मश्कूर अली पर लगाए अभद्रता के आराेपाें की जांच करने कमेटी आई थी, जिसका छात्राओं ने विरोध किया. बाद में पुलिस काे बुलाकर छात्राओं की बातचीत करवाई गई. छात्राओं ने पुलिस काे शिकायत दी है. थानाधिकारी प्रताप नगर मनाेज बेरवाल ने बताया कि कॉलेज की करीब 20 छात्राओं ने हस्ताक्षर कर रिपोर्ट दी है, जिसमें प्रिंसिपल सैयद मश्कूर अली पर दुराचरण का आराेप लगाया है. इसकी जांच सब इंस्पेक्टर रेखा काे साैंपी है.कॉलेज की करीब 20 छात्राओं ने हस्ताक्षर कर रिपोर्ट दी है, जिसमें प्रिंसिपल सैयद मश्कूर अली पर दुराचरण का आराेप लगाया है. इसकी जांच सब इंस्पेक्टर रेखा काे साैंपी है.
छात्राओं का आराेप है कि 2023 में सैयद मश्कूर अली की नियुक्ति हुई थी. तब से वह छात्राओं के साथ अभद्रता कर रहा था. छात्राओं का कहना है कि पुलिस व परिजनाें काे सूचना देने पर आपत्तिजनक वीडियो वायरल करने की धमकी भी देता था. इसी के चलते छात्राओं ने अब तक थाने में रिपोर्ट दर्ज नहीं करवाई थी. विरोध की सूचना पर कुछ छात्राओं के परिजन कॉलेज पहुंच गए. इस पर कॉलेज प्रशासन ने मेनगेट के चेन लगाकर ताला लगवा और गार्ड तैनात कर दिए. छात्राओं काे किसी से बात नहीं करने दी गई. इससे गुस्साई छात्राएं मेनगेट पर लगी चेन व ताले तोड़कर बाहर आ गईं. बाद में जांच करने आई कमेटी ने छात्राओं से बात कर उनकी शिकायतें सुनीं. छात्राओं का कहना है कि प्रिंसिपल मश्कूर ने कॉलेज में ही छात्राओं का देहशोषण किया है. बेसमेंट में लाइब्रेरी के काेने में अलमारी के पीछे बैठता था. वह एरिया सीसीटीवी कैमरे में कवरेज नहीं हाेता. वाट्सएप पर अश्लील मैसेज करता था. खुद का कॉलेज छात्राओं का पर्सनल वाट्सएप ग्रुप बनाया हुआ था…वह छात्राओं काे बड़े लाेगाें से संपर्क हाेने का झांसा देकर उनसे मिलवाने के बहाने बिना महिला हॉस्टल वार्डन व बिना माता-पिता की अनुमति के अपनी कार में ले जाता था. फिर चलती कार में अभद्रता करता था. कक्षा में इंस्पेक्शन के नाम पर छात्राओं व महिला स्टाफ काे धमकाकर खाैफ पैदा करता था. फिर छात्रा काे ऑफिस में बुलाकर अनर्गल बातें करता था. 3 फरवरी काे छात्राओं व स्टाफ ने तकनीकी शिक्षा विभाग काे शिकायत की ताे विभागीय कमेटी जांच करने पहुंची. कमेटी ने प्रिंसिपल काे दाेषी माना था. इसके बाद प्रिंसिपल काे निलंबित कर दिया गया था. छात्राओं व शिकायत करने वाले स्टाफ का आरोप है कि उन्होंने प्रिंसिपल की शिकायत राज महिला आयोग अध्यक्ष, विशेष सचिव मुख्यमंत्री राज सरकार, मुख्य सचिव राजस्थान सरकार, सचिव तकनीकी शिक्षा विभाग और राजस्थान संपर्क पोर्टल पर भी सूचना शिकायत दी थी. सब जगह से निराशा हाथ लगी. प्रिंसिपल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की गई. अब जब मामला काफी बढ़ गया तब गिरफ़्तारी हो सकी है.