’निसणी की रीना घर पर तैयार कर रही हर्बल रंग’…. ’होली के त्योहार पर हर्बल रंगों की बढ़ी डिमांड’



वर्तमान में होली के त्योहार को देखते हुए रीना देवी घर पर ही स्थानीय स्तर पर उपलब्ध सामग्री से हर्बल रंग तैयार कर बाजार में बेच रही है। रीना ने बताया कि प्राकृतिक रंग बनाने के लिए उन्होंने पालक और चुकंदर सहित अन्य वस्तुओं का प्रयोग किया। उनके द्वारा बनाया गया हर्बल रंग स्थानीय स्तर पर आयोजित कार्यक्रमों में हाथों-हाथ बिक गया। इसके अलावा उन्होंने कुछ पैकेट बिक्री के लिए यूपी के गाजियाबाद भेजे हैं। रीना ने बताया कि अभी रंगों का उत्पादन सीमित है। लेकिन बाजार में हर्बल रंगों की डिमांड देखते हुए अगले साल से वह समूह के साथ मिलकर वृहद स्तर पर इस कार्य को करेंगी। उन्होंने बताया कि एक हफ्ते में उन्हे रंग बेचकर छः हजार रूपये से अधिक का मुनाफा हुआ है। मुख्य विकास अधिकारी गिरीश गुणवंत का कहना है कि मातृ शक्ति को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार विभिन्न योजनाएं चला रही हैं। इसके तहत उन्हे आर्थिक सहयोग के साथ तकनीकी सहायता भी दी जा रही है। जिले में कई समूह और महिलाएं अनुकरणीय उदाहरण पेश कर रही हैं।