मुनि की रेती : अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव (IYF2024) के पांचवें दिन ओशो मेडिटेशन लाफ्टर योग के माध्यम से तनाव और बेचैनी को दूर करने के उपाय बताए गए

लाइव पैनल डिस्कशन रहा सबसे प्रभावी, मर्म चिकित्सा से संबंधित रहा सेशन

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मुनि की रेती :  अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव के पांचवें दिन खासतौर पर लाफ्टर योग और मर्म चिकित्सा पैनल डिस्कशन लाइव डेमोंसट्रेशन हुआ जो खास इवेंट रहे ।लाफ्टर इज द बेस्ट मेडिशन…मंगलवार को अंतराष्ट्रीय योग महोत्सव में सुबह मेडिटेशन हार्टफुलनेस के द्वारा कराया गया। उसके बाद लाफ्टर योगा स्वामी बोधी वर्धमान के द्वारा करवाया गया.
जिसमें उन्होंने कहा कि “लाफ्टर इज द बेस्ट मेडिसिन” उनके अनुसार अगर आप दिन में अगर 10 से 15  मिनट लाफ्टर योग करते हैं तो आपको हार्मोनल रिचार्ज होने शुरू होते हैं शरीर में। आज लोग तनाव में रहते हैं। लाफ्टर सबसे सरल तरीका है स्ट्रेस से बाहर निकलने में। अगर आप 8 मिनट हंसते हैं तो आपका स्ट्रेस लेवल ज़ीरो हो जाता है। जो मेरा निजी अनुभव रहा है। हमारा शरीर नकली और असली हंसी के बीच अंतर पैदा नहीं कर पाता है। लाफ्टर योग से चेहरे से बेस्ट मसाज होती है लाफ्टर मेडिटेशन में। यह अंतराष्ट्रीय योग फेस्टिवल निश्चित तौर पर टेस्ट Development करने के लिए किया जा रहा है। क्योँकि यह मन का इलाज है। आपका टेस्ट डेवेलोप होगा तो आप आगे क्लास को लेंगे और योग कर पाएंगे।यहां पर लाफ्टर मेडिटेशसन चल रहा है।इसका फायदा लोगों को अपने शरीर के लिए उठाना चाहिए।
इसके बाद महोत्सव में डॉक्टर हेस्टर ओ कोनोर द्वारा हार्टफुलनेस सेशन करवाया गया।  फिर रेलेवेन्स ऑफ मर्म चिकित्सा का शेषन हुआ। जिसमें पैनल डिस्कशन हुआ लाइव डेमोंस्ट्रेशन के साथ। इसका कई लोगों ने तारीफ की और काफी संख्या में लोगों ने प्रतिभाग किया। उसके बाद कीर्तन सेशन हुआ।जिससे योगियों को सीखने को मिला मानसिक तौर पर। कीर्तन कितना आनंद देता है।फिर गंगा आरती की योगियों ने।मां गंगा से प्रार्थना कर सबके लिए सुख शांति की कामना की गई। उसके बाद देर शाम समापन हुआ आज का  लाइव म्यूजिकल प्ले *”जो डूबा सो पार”*  विषय के साथ हुआ।जिसमें अभिनय और और एकाग्रता देखने को मिली।जिसमें कलाकारों ने खूब तालियाँ बटोरी।

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