ऋषिकेश : विद्या मंदिर में हुआ मातृ सम्मेलन, मातृ शक्ति का दिखा उत्साह



ऋषिकेश : कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के प्रधानाचार्य उमाकांत व पूर्व प्रधानाचार्य राजेन्द्र प्रसाद पाण्डेय व गीता चंदोला,पूजा सजवान ,राजवती, रीना उनियाल ने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। कार्यक्रम में मातृ शक्ति ने शिक्षा के क्षेत्र में विचारो के आदान प्रदान से छात्र छात्राओं के सर्वांगीण विकास के लिए विद्यालय को सकारात्मक सुझाव दिए।
कार्यक्रम में आचार्या लक्ष्मी चौहान और मनोरमा शर्मा ने माताओं को छात्र छात्राओं के सर्वांगीण विकास के लिए अनेकों आदर्श उदाहरणों द्वारा माताओं को उनके बच्चे के जीवन में आने वाली शैक्षिक गतिविधियो में जो समस्याएं आती है उसके लिए सुधारात्मक कदम कैसे उठाए जा सकते है। कार्यक्रम में मातृ शक्ति को संबोधित करते हुए विद्यालय के प्रधानाचार्य उमाकांत पंत ने कहा कि “माता-पिता अपने बच्चों के पहले शिक्षक होते हैं”। उनका सहयोग बच्चे की पढ़ाई और विकास को प्रभावित करता है। एक सफल अभिभावक के सहयोग के लिए, आपको शिक्षकों के साथ निरंतर बातचीत करने की आवश्यकता होती है। रामगोपाल रतूड़ी के चले कार्यक्रम संचालन में उपप्रधानाचार्य सतीश चौहान,करणपाल बिष्ट, नरेन्द्र खुराना,रश्मि गुसाईं,अनिल भंडारी,सुहानी सेमवाल,रीना पाटिल, रविन्द्र सिंह परमार एवम अन्य शिक्षकगण व लगभग 385 मातृ शक्ति उपस्थित रही।