भीम आर्मी में हुई दो फाड़…! राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहे मंजीत नोटियाल ने खुद को बताया अब भीम आर्मी का राष्ट्रीय अध्यक्ष, भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर पर लगाये भीम आर्मी को तोड़ने के आरोप

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सहारनपुर : बहुजन समाज व दलित आंदोलन को लेकर अस्तित्व में आई भीम आर्मी में फिलहाल कुछ ठीक नजर नही आ रहा है , भीम आर्मी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहे मंजीत नोटियाल ने भीम आर्मी प्रमुख चन्द्रशेखर आज़ाद व कुछ अन्य पदाधिकारियों पर भीम आर्मी को तोड़ने का आरोप लगाया है.

मंजीत का बयान देखिये और सुनिए–

इतना ही नही मंजीत नोटियाल ने खुद को भीम आर्मी का राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित कर दिया है , सोशल मीडिया पर शेयर किए गए एक वीडियो में मंजीत नोटियाल कहते दिख रहे है कि चंद्रशेखर व कुछ प्रमुख लोगो ने भीम आर्मी को तोड़ने का प्रयास किया है जिसके बाद 25 प्रदेशो के लोगो को हमने दिल्ली में बुलाया था जिन्होंने मुझे सर्वाम्मति से भीम आर्मी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया है, मंजीत नोटियाल कह रहे है की जो जिम्मेदारी मुझे बहुजन समाज ने दी है उसको वो निभाएंगे साथ ही बहुजन समाज की आवाज़ को हमेशा उठाते रहँगे , वही इस मामले में भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर से बात करने की काफी कोशिश की गई लेकिन उनसे संपर्क नही हो सका.

वही इस वीडियो बयान से पहले मंजीत नोटियाल ने अपने फेसबुक पेज पर भी चंद्रशेखर व कुछ लोगो के लिए काफी कुछ लिखा था

मंजीत नोटियाल द्वारा फेसबुक पर लिखा गया बयान-

विशेष सूचना-
सम्मानित साथियों मै मंजीत सिंह नोटियाल बड़ी सूझ बूझ व मजबूती के साथ आपको अवगत करा रहा हूं पिछले कुछ दिनों से कुछ लोगों ने जान बूझकर भीम आर्मी को तोड़ने का प्रयास किया है। समाज और संगठन टूटने की चिंता को लेकर 21 तारीख को मेरी स्वास्थ्य बहुत खराब हो गया था । जिस कारण मुझे जिम्मेदार साथियों ने हॉस्पिटल में भर्ती कराया डॉक्टर ने मुझे बहुत समझाया कि यदि आप आराम नहीं करोगे तो तुम्हारी हालत और भी बिगड़ सकती है परंतु मैंने अपने स्वास्थ्य का ध्यान न रखते हुए भीम आर्मी संगठन व समाज को सर्वोपरि समझते हुए । मेरे साथ इतना बड़ा धोखा होने के बावजूद भी । मैं दिल्ली से सीधा सहारनपुर पहुंच गया। काफी समाज के लोगों ने कहा था कि एक बार आप चारों व्यक्ती वार्ता कर लीजिए। अगर उन्हें भीम आर्मी संगठन व समाज की जरा भी चिंता होगी तो वह तीनों बात जरूर करेंगे । इसलिए मैंने सहारनपुर पहुंचकर चंद्रशेखर आजाद जी,विनय रतन जी, कमल वालिया जी को वार्ता करने के लिए फोन किया तो तीनो लोग एक दूसरे पर टालमटोल करते रहे कहते रहे कि पहले उसको बोलो पहले उसको बुलाओ अर्थात किसी ने संगठन को लेकर बात करना उचित नहीं समझा । मैं सहारनपुर में इन तीनों लोगों का 3 दिन इंतजार किया फिर मुझे कहां गया कि 26 तारीख को नोएडा में चार लोगों की मीटिंग होनी है।आज फिर मैंने सुबह उठकर फोन मिलाया तो फिर उसी तरह एक दूसरे पर टालमटोल करते रहे कहते रहे कि आज वह नहीं आ रहा है मैं तो आने के लिए तैयार हूं अर्थात कहने का तात्पर्य कुल मिलाकर यह हैं कि वह नहीं चाहते कि संगठन को लेकर कोई बात की जाए मैं यह सभी बातें बहुजन समाज के लोगों को इसलिए अवगत करा रहा हूं । मैंने बहुजन समाज के लिए भीम आर्मी के माध्यम से अपना घर परिवार सब कुछ त्याग और बलिदान करके सैकड़ों मुकदमे झेलकर,गैंगस्टर ,राजद्रोहों,जैसी धाराए झेलकर,वर्षों जेल में रहकर आप के सम्मान और स्वाभिमान की लड़ाई लड़ी है और आगे भी मजबूती से संघर्ष करने का निर्णय ले चुका हूं। वर्तमान में जो बहुजन समाज की स्थिति है मैं उसको लेकर बहुत ही ज्यादा चिंतित हूं मेरे साथ जो धोखा हुआ है उससे मैं कमजोर नहीं हुआ हूं बल्कि कई लाख गुना ताकत और बढ़ गई है। हौसला भी कई लाख गुना बढ़ चुका है । मैंने अपने आपको साइड रखकर संगठन को सर्वोपरि समझकर वार्ता करने का बहुत प्रयास किया। परंतु इन तीनों लोगों ने वार्ता करना उचित नहीं समझा। अर्थात यह नहीं चाहते समाज और संगठन मजबूत रहे। अब आगे मजबूरन मुझे बहुजन समाज की वर्तमान स्थिति को गंभीरता से लेते हुए भीम आर्मी की 25 प्रदेशों की कार्यकारिणी को गठित करने का निर्णय ले रहा हूं। 25 प्रदेशों के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं से निर्देशित किया जा रहा है कि सभी प्रदेशों की कार्यकारिणी जल्द से जल्द गठित करके तैयार की जाए जिससे कि बहुजन समाज की लड़ाई को पहले की तरह में ईमानदारी निष्ठा और उनकी भावनाओं को समझते हुए उनके अधिकारों व अत्याचार शोषण के लिए पहले से कई लाख गुना ज्यादा ताकत से लड़ूंगा
न झुका हूं,, न झुकूँगा,,,
न बिका हुँ,,, न बिकूँगा,,,
न रुका हूँ ,,,न रुकूँगा,,,
आपका अपना भाई, बेटा
भीम आर्मी राष्ट्रीय अध्यक्ष
मंजीत सिंह नोटियाल

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