महंत योगी डॉ मदननाथ और डॉ उषा किरण ऋषिकेश शिविर में साधकों को करा रहे हैं आंतरिक ऊर्जा को पहचानने का अहसास, जानें
इस दौरान साधकों को अलग-अलग दिव्य अनुभव हुए हैं


- ऋषिकेश पहुँचने पर महंत डॉ योगी मदन नाथ और डॉ उषा किरण का स्वागत डॉ राजेंद्र कुमार और शोभा देवी द्वारा किया गया. पारंपरिक पहाड़ी की टोपी पहना कर
- 3 दिवसीय शिविर में आध्यात्मिक उन्नति, ब्रह्मांड ऊर्जा, ध्यान, साधना, योग द्वारा सभी प्रकार के चक्रों की हीलिंग, होटल इंदिरा निकुंज, ऋषिकेश में कराई जा रही है
- अलग अलग राज्यों से पहुंचे हैं साधक, शिविर में सकारात्मक प्रभाव देख कर साधक हैं खुश
- यह शिविर जनकल्याण के लिए आयोजित किया गया है. यह बिल्कुल निशुल्क है
ऋषिकेश : (मनोज रौतेला) राजधानी दिल्ली से योग की राजधानी ऋषिकेश पहुंचे योगी डॉ मदननाथ और डॉ उषा किरण की मौजूदगी ने गंगा किनारे का मौसम अध्यात्म और योग क्रियावों के मिश्रण से शानदार वातावरण में तब्दील हो गया. मौका-ए-दस्तूर था, शीशम झाड़ी स्थित इंदिरा निकुंज होटल में आयोजित प्रेस वार्ता का. महंत श्री और डा उषा किरण की इसी सम्बन्ध प्रेस वार्ता थी. शुक्रवार को, प्रेस से मुखातिब होते हुए महंत योगी डॉ मदननाथ ने बताया, आजकल के समय को देखते हुए, साधकों को तनाव मुक्त रहने का अभ्यास कराया जा रहा है. हर कोई चिंता में डूबा हुआ है, खोया हुआ है.अपने अन्दर की शक्ति को नहीं पहचान पा रहा है. हम उसे यह अहसास कराते हैं. आपके अन्दर जो शक्ति उसको पहचानिये. महंतश्री शिव शक्ति गुरु गोरखनाथ धूना धाम, रंगपुरी, नई दिल्ली से हैं. गुरुग्राम में रहते हैं. योग की राजधानी ऋषिकेश में उनका यह पहला शिविर है. निशुल्क….!! प्रेस वार्ता से पहले महंत डॉ योगी मदन नाथ और डॉ उषा किरण का स्वागत डॉ राजेंद्र कुमार और शोभा देवी द्वारा किया गया. पारंपरिक पहाड़ी की टोपी पहना कर.

उन्हूने बताया शिविर में साधना और चक्र के बारे में जानकारी दी गई. 25 साधकों को उन्होंने शिविर में एंट्री करवाया है शुरू में. बाकी जैस जैसे आते रहेंगे उसी अनुसार उनका शेड्यूल तय होगा. शिविर 5 सितम्बर से 7 सितम्बर तक चलेगा. सुबह ६ बजे से शाम ६ बजे तक. इस बीच में ब्रेक, रेस्ट भी है. देर शाम कॉस्मिक नृत्य भी होगा. रात के भोजन के बाद. आयोजित शिविर में साधकों को शरीर के भीतर के चक्र से भी अवगत कराया गया. कितने प्रकार के होते हैं. और इनके क्या प्रभाव होते हैं हमारे शरीर में. शिव शक्ति गुरु गोरखनाथ धूना धाम, रंगपुरी, नई दिल्ली के संचालक डॉक्टर मदननाथ ने बताया ऑनलाइन माध्यम से भी लोगों को आध्यात्मिक और साधना के माध्यम से स्वस्थ रहने का अभ्यास कराया जा रहा है. शनिवार को उनका ऑनलाइन शेड्यूल रहता है. नए साधक देश विदेश से सीधे उनसे जुड़ सकते हैं. शिविर शुक्रवार और शनिवार को सुबह 6:00 से शाम 6:00 बजे तक संचालित किया जा रहा है. जबकि रविवार को सुबह 6:00 से 11:00 तक होगा. प्रेस वार्ता के दरौँ, डॉक्टर उषा किरण ने इस दौरान बताया कि शिविर में लोगों का यह बताया जा रहा है कि उनके भीतर की परमात्मा है. बस उसे पहचानने की आवश्यकता है. इसके लिए ही आध्यात्मिक साधना शिविर लगाया जा रहा है. एक तरह से जनजागरण है यह. जिसमें साधकों को मुफ्त प्रवेश की सुविधा है. महंत डॉ योगी मदननाथ का ऋषिकेश में तीन दिवसीय शिविर 5 से 7 सितम्बर तक इंदिरा निकुंज होटल, शीशम झाडी, ऋषिकेश में लगा हुआ है. इस अवसर पर साधकों में अधिवक्ता विरेन्द्र कुमार, डॉ राजेंद्र कुमार, शोभा देवी, राजेश, अरुण, नितिन, रंधीर, डॉ आकांशा सिंह, अनामिका, पायल, किरन व अन्य साधक मौजूद रहे.
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शिविर में मौजूद साधक बोले ?

दिल्ली से आयी पायल का कहना था, वह हैरान है, इतना शानदार अनुभव रहा अब तक कि वह अन्य लोगों को भी कोशिश करेंगी शिविर में बुलाऊं. साथ ही एक आत्मिक शांति, तनाव मुक्त लग रहा है यहाँ आकर…. शिविर में अधिवक्ता वीरेंदर कुमार का कहना था, आज के समय को देखते हुए हर कोई तनाव में है, ऐसे में यह शिविर महंत जी काफी मदद दे रहा है. उम्मीद है और अच्छा होगा आगे. मुझे ख़ुशी है मैं और मेरा परिवार जुड़ा है यहाँ पर.

दिल्ली के लाजपत अंगार से आये नितिन का कहना है, यहाँ आकर तनाव सब ख़त्म, मैं सब भूल गया हूँ. युवा वर्ग को तो जरुर इस तरह के शिविर अटेंड करना चाहिए. महंत जी और माता जी काफी अच्छी तरह अभ्यास करवाती हैं. चक्र, ध्यान और आंतरिक ऊर्जा को कैसे पहचाने इत्यादि.
