एम्स ऋषिकेश आने वाले तीमारदारों के लिए माधव सेवा विश्राम सदन तैयार, 430 लोग रह सकेंगे, नाश्ता सिर्फ 10 रुपये में
जल्द ही अकेले रहने वाले बुजुर्गों के लिए भवन होगा तैयार

- 3 जुलाई को लोकार्पण करेंगे माधाव सेवा विश्राम सदन का आरएसएस प्रमुख डा. मोहन भागवत
- 430 लोग रह सकेंगे इसमें, केवल 10 रुपये में नाश्ता, 30 रुपये में भोजन भर पेट थाली मिलेगी
- 430 बेड हैं, 120 कमरों की सुविधा मिलेगी,
- 8 बेड की डोर्मिट्री 55 रुपये में मिलेगी, चार बेड की डोर्मिट्री 75 रुपये में मिलेगी बाथरूम अटैच के साथ

ऋषिकेश :(मनोज रौतेला) अगर आपको एम्स ऋषिकेश आना है किसी मरीज के साथ तो आपको अब ठहरने की चिंता नहीं करनी है. भोजन की ज्यादा चिंता नहीं करनी है. कम पैसों में अच्छी सुविधा से युक्त जगह आपको मिलेगी. न होटल में जाना है, न गेस्ट हाउस न पीजी में..सीधे आना है अब माधव सा विश्राम सदन में. अक्सर ऋषिकेश आने के बाद ठहरने की चिंता सताने लगती है..होटल महंगे हैं, गेस्ट हाउस ना काफी हैं..मिलते नहीं….रिश्तेदार हैं नहीं या जाते नहीं सकते उनके घर गलियों में खुले हुए , पीजी साफ़ नहीं हैं,काफी महंगे हैं मन माफिक पैसा लेते हैं और ब्यवहार उनका ठीक नहीं इत्यादि. लेकिन अब भाऊ राव देवरस न्यास ट्रस्ट ने जन सेवा को ध्यान में रखते हुए 30 करोड़ की लागात से पांच मंजिला भवन तैयार करवाया है. एम्स गेट नंबर 1 के पास वीरभद्र रोड पर. इस भवन को नाम दिया है माधव सेवा विश्राम सदन.
न्यास के सूत्रों के अनुसार, जल्द ही एक भवन और तैयार होने जा रहा है यहीं पर, जिसमें जो बुजुर्ग अकेले रहते हैं जिनके बच्चे बाहर या विदेश में रहते हैं उनके माता पिता के लिए भवन तैयार होने जा रहा है. उनकी सेवा यहाँ की जाएगी. जल्द ही न्यास उसका भी ऐलान कर सकता है.
अन्दर बेड इस तरह रहेंगे
यह न्यास इससे पहले पांच भवनों को देश के अलग अलग हिस्सों में संचालित कर रहा है. न्यास के अध्यक्ष ओम प्रकाश गोयल (चार्टर्ड अकाउंटेंट) और सचिव राहुल सिंह (IITIAN) ने प्रेस वार्ता कर जानकारी देते हुए बताया, हमारा उद्देश्य जन सेवा है. उसी को ध्यान में रखते हुए यह भवन बनाया गया है. दो साल में पूरा हुआ है यह भवन बनकर. 30 करोड़ की लगात इसमें आई है. इसका भूमि पूजन 13 जूने 2022 को हुआ था. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उस समय भूमि पूजन में सहभागिता की थी. एम्स में जो लोग मरीज के साथ आये हैं उन तीमारदारों को अब आवास के लिए भटकाना नहीं पड़ेगा. एम्स ऋषिकेश के डॉक्टर्स की संस्तुति पर ही यहाँ ठहरने की सुविधा मिल पाएगी. कुल 430 बेड हैं इस पांच मंजिला भवन में. 120 कमरे बनाये गए हैं.

विश्राम सदन सभागार में सोमवार को प्रेस वार्ता के दौरान न्यास के अध्यक्ष ओमप्रकाश गोयल और सचिव राहुल सिंह ने जानकारी देते हुए बताया, दो साल के अन्दर यह बन कर तैयार हो गया है. 1.40 लाख स्कवायर फीड भूमि पर यह बना है. 30 करोड़ लागत आयी है इसकी. लगभग 150 दानदाताओं ने इसमें अपना सहयोग दिया है देश के अलग अलग राज्यों से. विदेश में रहने वाले भारतीय लोगों ने भी इसमें अपना सहयोग दिया है. भवन के अन्दर सुविधाएँ जो होंगी वे इस प्रकार हैं –
- सत्संग भवन
- वाचनालय
- मनोरंजन कक्ष, जिसमें टीवी इत्यादि रहेगा
- बच्चों के लिए खेलने की सुविधा (तीमारदारों के साथ बच्चे जो आयेंगे
- हर फ्लोर में CCTV लगा हुआ है,
- हर फ्लोर में पानी के पीने का फ्रिज लगा हुआ है
- लिफ्ट ऊपर नीचे जाने के लिए सीढ़ी के अलावा
- हर कमरे के साथ बाथरूम अटैच होगा,
- बाहर कॉरिडोर में भी महिला और पुरुष के अलग से बाथरूम, आधुनिक सुविधाओं से युक्त
- बेसमेंट में फ्जियोथेरैपी की सुविधा होगी
- 30 रुपये की थाली पेट भर के डाईट मिलेगी. 10 रुपये में नाश्ता मिलेगा
- 7 दिन के लिए ठहर सकेंगे अधिकतम, उससे ज्यादा ठहरने की जरूरत ही तो एम्स के डॉक्टर से लिखवा कर फिर 14 दिन तक अधिकतम रह सकते हैं
- भोज्नायालय में 90 लोग एक साथ भोजन कर सकते हैं
- पांच से 10 मिनट की दूरी पर गंगा नदी है, स्नान और दर्शन हेतु
- पांच से 10 मिनट की दूरी पर प्राचीन वीरभद्र मंदिर है
प्रेस वार्ता के दौरान जानकारी देते हुए बगाया गया, समाज का पैसा लगा है समाज के कम यह आ रहा है अब. प्रेस वार्ता के दौरान, प्रकल्प प्रमुख संजय गर्ग, तैयारी समिति में संदीप मल्होत्रा, सुदामा सिंघल, अमित वत्स, दीपक तायल, कपिल गुप्ता आदि लोग मौजद रहे.