दिल्ली : आकाशवाणी….प्रतिष्ठित सर्वभाषा कवि सम्मलेन में श्रोताओं ने भारत की कविता सुनी

नई दिल्ली : आकाशवाणी की अनेक प्रसारण परंपराओं में से एक, कलेंडर वर्ष में सर्वप्रथम सर्वभाषा कवि सम्मेलन प्रसारित होता है। यह सर्वभाषा कवि सम्मलेन 1956 से कोविड काल छोड़कर प्रतिवर्ष आयोजित होता है। इसका प्रसारण गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या में किया जाता है। इस आयोजन में भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में मान्यता प्राप्त भाषाओं के सुप्रतिष्ठित कवियों की काव्य रचनाओं का प्रसारण किया जाता है। मंच पर सर्वभाषा कवि सम्मेलन आयोजन से लगभग सालभर पहले कवियों से संपर्क शुरू हो जाता है। पहले आंचलिक फिर अखिल भारतीय स्तर तक कवि और कविता तय किए जाते हैं। ऐसे कवियों को प्रसारण से बहुत पहले आमंत्रित श्रोताओं के समक्ष अपनी रचनाएं प्रस्तुत करने का अवसर दिया जाता है।

2026 में मे गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या अर्थात 25 जनवरी को रात्रि आकाशवाणी नेटवर्क पर प्रसारित किए जाने वाले 70वें सर्वभाषा कवि सम्मेलन का आयोजन रविवार, 23 नवंबर 2025 को आकाशवाणी के रंगभवन, सभागार नयी दिल्ली में आयोजित किया गया। सभागार साहित्यकारों और कविता प्रेमियों से खचाखच भरा हुआ था। इस आयोजन में मुख्य अतिथि थे साहित्य अकादमी के अध्यक्ष- माधव कौशिक। कवि सम्मेलन में भाषा सहित संभागी कवियों के नाम इस प्रकार हैं- ऋषभ कुमार- संस्कृत, डॉ. बिनय कुमार मजूमदार-असमिया, डा. भगवान जयसिंह- उड़िया, डॉ.अंजुम बाराबंकवी, डॉ. गीता वसंत-कन्नड़, रमेश घाड़ी-कोंकणी, मोहम्मद यूसुफ राठौर (जहांगीर)-कश्मीरी, डॉ. हरिद्वार गोस्वामी- गुजराती, बिशन सिंह दर्दी- डोगरी, ए. मुरगन- तमिल, डॉ.नंदिनी सिद्धारेड्डी- तेलुगु, कमल भट्टाराई- नेपाली, रणधीर सिंह – पंजाबी, तिलोत्तमा मजूमदार- बांग्ला, गंगाधर रामसियारी- बोड़ो, शारुंबम रामेशोर सिंह – मणिपुरी, डॉ. गुंजन श्री (के. एम. ठाकुर), आर्याबिका- मलयालम, दासूवैद्य- मराठी, अशोक जमनानी, विभु सोरेन- संथाली, और हिंदी भाषा में डा. बी.एल. व डॉ. हेमंत कुकरेती। श्रोता सभी भाषाओं की कविताओं के मर्म को समझ सकें इसके लिए परंपरा के अनुसार अनुवादक कवियों ने प्रत्येक कविता का अनुवाद भी प्रस्तुत किया।
सर्वभाषा कवि सम्मेलन के आरंभ राम अवतार बैरवा द्वारा लिखित संगीतमय गीत को थीम के रूप में सुनाया गया। कवियों का पारंपरिक स्वागत आकाशवाणी दिल्ली की कार्यक्रम प्रमुख मनीषा जैन और साहित्य अकादमी के अध्यक्ष माधव कौशिक ने किया। इस अवसर पर मंचस्थ कवियों और आमंत्रित श्रोताओं का वाणी से स्वागत किया आकाशवाणी के वरिष्ठ अधिकारी मनोज माइणकर ने। समारोह का संचालन नीलम मलकानिया और कमल किशोर ने अपने अपने अनूठे अंदाज में किया। इस सर्वभाषा कवि सम्मेलन का प्रसारण आकाशवाणी नेटवर्क पर 25 जनवरी 2026 को रात्रि प्रसारित किया जाएगा। इस प्रसारण की विशेषता यह है कि आकाशवाणी दिल्ली से सभी कविताओं का हिंदी अनुवाद भी प्रसारित होगा, जबकि अन्य भाषाओं के प्रसारण में मूल कविताओं के साथ उनका उस क्षेत्र की भाषाओं में अनुवाद प्रसारित किया जाएगा। सर्व भाषा कवि सम्मेलन में आए सभी आमंत्रित कवियों ने अपनी बेहतर रचनाएं प्रस्तुत की। सभी अनुवादक साहित्यकारों ने मूल कवियों की भावना के साथ प्रस्तुति दी। दर्शकों ने तालियां बजाकर कवियों का सम्मान किया।आकाशवाणी के रंगभवन में आयोजित सर्वभाषा कवि सम्मेलन 2026 के अध्यक्ष साहित्य अकादमी के अध्यक्ष माधव कौशिक ने आयोजन की सराहना की। उन्होंने अपने चंद शेर भी सुनाए। अंत में सहायक निदेशक राम अवतार बैरवा ने आभार व्यक्त किया।
(रिपोर्ट -पार्थ सारथि थपलियाल)



