ऐसे भी छुट्टी की अर्जी दी गयी ! हंस कर लोट-पोट हुए लोग, आईएएस अधिकारी ने की अर्जी शेयर…आप भी पढ़िए 

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हमारे देश में कई भाषा और कई बोलियां हैं. लेकिन ग्रामीण भाषा सबसे रोचक और अलग होती हैं. किसी भी क्षेत्र की हो. ऐसे में राष्ट्रभाषा हिंदी या इंग्लिश में न देकर एक अर्जी क्षेत्रीय भाषा में वायरल हो रही है. जिसको पढ़कर लोग हंस-हंस कर लोग पोट हो रहे हैं. आईएएस अधिकारी अर्पित वर्मा ने शेयर की है अर्जी. जो छुट्टी के लिए दी गयी है बुंदेलखंडी भाषा है. हमारे देश में बुंदेलखंडी भाषा उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के क्षेत्र में बोली जाती है. आप भी पढ़िए ये अर्जी… इसी बहाने बुंदेलखंडी बोली/भाषा के कुछ शब्दों से रूबरू हो जायेंगे.रोचक…

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अर्जी में लिखा है
“सेवा में…श्रीमान मास्सब, माध्मिक पाठशाला बुंदेलखंड,माहानुभव. तो मस्साब ऐसो है कि दो दिना से चड़ रओ है जो बुखार और उपर से जा नाक बह रह सो अलग. जई के मारे हम स्कूल नई आ पाहे. तमाए पाउ पर के निवेदन है कि दो-चार दिना की छुट्टी दे देते, तो बड्डो अच्छो रहतो और हम नई आए तो कोन सा तमाओ स्कूल बंद हो जै. तुमाओ… आग्याकारी शिष्य… कलुआ.”

आप भी पढ़िए अर्जी और लोट पोट हो जाइये—-

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