गाने के माध्यम से महिलाओं सहित देवभूमि की छवि धूमिल करना अत्यंत निन्दापूर्ण कार्य : कुसुम कण्डवाल

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देहरादून /ऋषिकेश : गायक पवन सेमवाल द्वारा गए वायरल गीत में अभद्र भाषा व महिलाओं को लेकर वेश्यावृत्ति इत्यादि जैसी गलत टिप्पणी को लेकर राज्य महिला आयोग ने लिया संज्ञान लिया है।मामले में आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने गायक पवन सेमवाल द्वारा गाने के माध्यम से सोशियल मीडिया इत्यादि पर देवभूमि की छवि बिगाड़ने तथा यहां पर वैश्यावृत्ति कराने को लेकर की गई टिप्पणी पर सख्त रुख किया है।  उन्होंने कहा यह अत्यंत निन्दापूर्ण है कि एक गायक जो प्रदेश से बाहर रहकर देवभूमि उत्तराखंड के लिए अपशब्दों का प्रयोग कर मातृशक्ति व यहां की छवि को धूमिल करने का प्रयास कर रहा है।
उन्होंने मामले में देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह से पवन सेमवाल, गायक के विरूद्ध त्वरित कार्यवाही किये जाने के सम्बन्ध निर्देशित किया है। उन्होंने पत्र के माध्यम से कहा कि उपरोक्त विषयक सोशल मीडिया के माध्यम से आयोग के संज्ञान में आया है कि पवन सेमवाल, जो कि पेशे से गायक हैं, उनके द्वारा अपने गीत में महिलाओं के सन्दर्भ में अभद्र व अश्लील शब्दों का प्रयोग करते हुए गाया है कि ‘प्रदेश के मुख्यमंत्री, पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में वैश्यालय व मदिरालय खुल गये हैं’
गायक पवन सेमवाल द्वारा महिलाओं के विरूद्ध अपने गीत में इस तरह की महिलाओं को केंद्रित करने वाले अभद्र शब्द वैश्यावृत्ति जैसी टिप्पणी करना, उनकी महिलाओं के प्रति गलत / अभद्र मानसिकता को प्रदर्शित करता है, जो शर्मनाक व अशोभनीय है। इनके द्वारा इस तरह का गीत गाकर महिलाओं सहित देवभूमि की छवि धूमिल करने की कोशिश की गयी है, जो कि बर्दाश करने योग्य नहीं है। उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग इसकी घोर निन्दा करता है।अंत में उन्होंने कहा कि गायक पवन सेमवाल के विरूद्ध तत्काल प्रभाव से त्वरित कार्यवाही कर आयोग को अवगत करवाना सुनिश्चित करें।

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