यूपी : पुत्र प्राप्ति के लिए ऋषियों कि सलाह पर अयोध्या के राजा दशरथ ने किया यज्ञ


- श्री राम जन्म प्रसंग का अयोध्या के कलाकार बहुत ही सुंदर ढंग से कर रहे मंचन
दीपांकुश चित्रांश क़ी रिपोर्ट…खबर उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले से है जहाँ आज संत तुलसीदास उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रामलीला मैदान में श्री रामलीला ट्रस्ट समिति द्वारा आयोजित अनिल कुमार मिश्र के दिशा-निर्देश में रामलीला महोत्सव के चौथे दिन भगवान श्री राम जन्म प्रसंग का अयोध्या के कलाकारों द्वारा बहुत ही सुंदर ढंग से मंचन किया गया,किस प्रकार राजा दशरथ पुत्र ना होने की कारण दु:खी थे ऋषियों के सलाह पर पुत्र प्राप्ति हेतु यज्ञ किया तथा यज्ञ के खीर को तीनों रानियों को देते हैं समय आने पर भगवान विष्णु माता कौशल्या के पुत्र के रूप में प्रकट होते हैं, रामचरितमानस के बालकांड में लिखा है -“भए प्रगट कृपाला दीनदयाला कौशल्या हितकारी ।
हरषित महतारी मुनि मन हारी अद्भुत रूप बिचारी ।।लोचन अभिरामा तनु घनस्यामा निज आयुध भुजचारी ।भूषन बनमाला नयन बिसाला शोभा सिंधु खरारी।। भगवान के दिव्य रूप को देखकर माता कौशल्या भगवान से कहती हैं कि मैंने आपको पुत्र रूप में मांगा था आप तो मेरे पिता के रूप में आ गए हैं इसलिए इस रूप को छोड़कर बाल रूप में आइए, माता के कहने पर भगवान विष्णु बाल रूप में आ कर रोना प्रारंभ कर देते हैं,कैकेयी के एक पुत्र तथा सुमित्रा के दो पुत्र उत्पन्न होते हैं। गुरु वशिष्ठ पहले पुत्र का नाम राम दूसरे पुत्र का नाम भरत तीसरे पुत्र का नाम लक्ष्मण तथा चौथे पुत्र का नाम शत्रुघ्न रखते है।