कांगड़ा : चुनाव से पहले पंजाब के CM चरनजीत सिंह चन्नी आधी रात को पहुंचे मां बगलामुखी के दरबार, करवाया तांत्रिक शत्रुनाशनी अनुष्ठान

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कांगड़ा : पंजाब में विधानसभा चुनाव 20 फरवरी को हैं। कांग्रेस 6 फरवरी को पंजाब में सीएम चेहरे का एलान भी करने जा रही है। इसी बीच चुनावों की तारीख से पहले एक बार फिर शत्रुनाशनी देवी के दरबार पंजाब के मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी देर रात माँ बगलामुखी मंदिर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने माँ के मुख्य मंदिर के गर्भगृह में विशेष गुप्त पूजा भी की। आधी रात को गुप्त तांत्रिक अनुष्ठान भी करवाया गया। हालांकि इस बार सीएम गुरुवार को रात 12 बजे यहां पहुंचे हैं। गुरुवार माँ बगलामुखी का बार है। माँ बगलामुखी का शुभ रंग पीला है। इसीलिए सीएम चन्नी भी पीली पगड़ी में नजर आए। चन्नी को विश्वास है कि माँ बगलामुखी जी का आशीर्वाद उनपर बनेगा और वह एक बार फिर सीएम बनेंगे। इसलिए वह दिसम्बर महीने से लगातार यहां अनुष्ठान करने आ रहे हैं।

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पंजाब सरकार में मंत्री तथा विधायक रहते हुए भी चन्नी बगलामुखी माता का आशीर्वाद लेते रहे हैं। चन्नी इससे पहले भी कई बार माता के दरबार में आ चुके हैं। सीएम बनने के बाद माता के दरबार में उनकी यह उनकी तीसरी हाजिरी है। इससे पहले वह चार दिसम्बर व 30 दिसम्बर को भी परिवार सहित यहां आए थे। दिसम्बर महीने में ही बॉलीवुड एक्टर गोबिंदा भी अपनी पत्नी संग यहां दर्शनों को आए थे और अपना जन्मदिन भी बगलामुखी मंदिर में ही मनाया था।

चन्नी जब सीएम बनने को दौड़ में थे तो उनके समर्थक सुनील कश्यप ने मंदिर में अनुष्ठान करवाया था। असम गोहाटी कामख्या देवी मंदिर के साधक अजय शर्मा ने उनके सीएम बनने के लिए मां कामाख्या देवी मंदिर, देहरा बरवाड़ा के शनि मंदिर व बगलामुखी मंदिर में हवन अनुष्ठान किया था।पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने आज गुरुवार और शुक्रवार की मध्यरात्रि हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला में स्थित बगलामुखी मंदिर में पूजा अर्चना की और पंजाब राज्य की सुख समृद्धि और भलाई के लिए हवन यज्ञ किया। यह हवन मध्य रात्रि 12:00 बजे से लेकर करीब 1:30 बजे तक किया गया। गुरुवार रात पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी करीब 11:30 बजे कांगड़ा जिला के बगलामुखी मंदिर पहुंचे, मध्य रात्रि 12:00 बजे से लेकर रात करीब 2 बजे तक यहां पूजा-पाठ और हवन यज्ञ करने के उपरांत वह चले गए। पंजाब के मुख्यमंत्री का यह निजी दौरा था और वह यहां परिवार सहित आए थे । इस दौरान उन्होंने मीडिया से दूरी बनाए रखी और किसी सवाल का जवाब ना दिया।

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चन्नी बीते लगभग 20 वर्षों से बगलामुखी मंदिर आते रहते हैं हालांकि मुख्यमंत्री बनने के बाद चन्नी बगलामुखी मंदिर में तीसरी बार पूजा अर्चना करने पहुंचे। बगलामुखी मंदिर में किए जाने वाले हवन यज्ञ मुख्य रूप से शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने के लिए किए जाते हैं। मुख्यमंत्री चन्नी को बगलामुखी मंदिर के पुजारी आचार्य दिनेश द्वारा पूजा अर्चना एवं हवन यज्ञ करवाया गया।आचार्य दिनेश ने बताया कि चन्नी अक्सर बगलामुखी मंदिर आते रहते हैं । आज उन्होंने महामाई के दरबार में सुख शांति की कामना की और पंजाब की भलाई के लिए हवन यज्ञ किया। उन्होंने माता रानी से प्रार्थना की कि जो पंजाब के लिए अच्छा हो वह करना और पंजाब की पंजाबियत जिंदा रहनी चाहिए यह उन्होंने हवन के दौरान बार-बार कहा।मुख्यमंत्री बनने के बाद यह उनका तीसरा दौरा है और इससे पहले से करीब 18-20 सालों से वह बगलामुखी मंदिर आते रहते हैं। आजकल गुप्त नवरात्रि चल रहे हैं और इसी उपलक्ष पर उन्होंने गुरुवार के दिन यहां आकर हवन यज्ञ किया और उन्होंने हवन के दौरान यह संकल्प किया कि पंजाब के लोग सदा खुश रहने चाहिए।

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कांगड़ा के देहरा के वनखंडी में स्थापित सिद्ध पीठ धरती पर मांं बगलामुखी का ये एक मात्र सिद्ध पीठ है, जहां राजनीति व सिने जगत से जुड़े लोग अपनी पहचान बदल कर तांत्रिक अनुष्ठान करवाते हैं। राजयोग, शत्रुनाश, शत्रुभय, मुकदमा विजय एवं सर्व सिद्धि के लिए इस सिद्ध पीठ में देश-विदेश से श्रद्धालु यहां आते हैं। हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा के बनखंडी में प्राचीन शत्रुनाशिनी देवी बगलामुखी मंदिर में कई नामी हस्तियां रात के अंधेरे में और अपनी पहचान बदलकर माँ बगलामुखी में तांत्रिक हवन करवाते रहे हैं।

देखा जाए तो पिछले दिनों पीएम नरेंद्र मोदी के भाई प्रह्लाद मोदी भी मीडिया से बचते हुए यहां हवन करवा चुके हैं।पीएम नरेंद्र मोदी भी यहां दर्शन व अनुष्ठान करवाते थे जब वह हिमाचल प्रदेश बीजेपी के प्रभारी थे। सन 1977 में चुनावों में हार के बाद पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने भी प्रदेश के इस प्राचीन मंदिर में तांत्रिक अनुष्ठान करवाया। उसके बाद वह फिर दोबारा सत्ता में आई और 1980 में देश की प्रधानमंत्री बनी। इससे पहले भी इस मन्दिर में कई नामी हस्तियां हाजरी भर चुकी हैं, सांसद अमर सिंह, उनके साथ आई सांसद जया प्रदा, आंतकवादी विरोधी फ्रंट के अध्यक्ष मनमिंदर सिंह बिट्टा, उत्तर प्रदेश के कांग्रेसी नेता राज बब्बर के नाम सुर्ख़ियों में रहे। पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी भी अपने कार्यकाल के दौरान यहां दर्शन के लिए आये थे उसके बाद से ही यह मंदिर एकाएक सुर्खियों में आ गया था।

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