दीपावली के मद्देनजर गौहरी रेंज में दिन रात गश्त जारी, चार टीमें गठित कर चप्पे चप्पे पर नजर

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  • दीपावली पर्व को देखते हुए ४  टीम बनी  गौहरी रेंज में गश्त के लिए 
  • चप्पे चप्पे पर नजर हैं टीम की, दिन रात गश्त कर रही हैं टीमें 
  • ऋषिकेश की सीमा से लगती है गौहरी रेंज की टीम, काफी अहम रेंज मानी जाती है गौहरी 
  • राजेश चंद्र जोशी वन क्षेत्राधिकारी के नेतृत्व में और उप क्षेत्राधिकारी रमेश चन्द्र कोठियाल लगातार कर रहे हैं टीम की मोनिटरिंग 
ऋषिकेश :(मनोज रौतेला)  दीपावली पर्व  के मद्देनजर  राजाजी टाइगर रिजर्व में रेड अलर्ट घोषित है.  इसी क्रम में गौहरी  रेंज जो  राजाजी टाइगर रिजर्व के अन्दर पड़ती है और ऋषिकेश सीमा से लगा हुआ है. ऐसे में यात्री, पर्यटक, तस्कर इस क्षेत्र से गुजरते हैं. क्यूंकि हरिद्वार जाने वाले मार्ग में सबसे पहले गौहरी रेंज ही पड़ता है. ऐसे में यह रेंज संवेदनशील मानी जाती है. वन कर्मियों के लिए यह समय चुनौती का रहता है. वन कर्मी  दिन रात जंगलों में ग्रामीण इलाकों में एवं नालों  खालू में और गाढ़ गधेरों में सघन  गश्त कर रहे हैं. रेंज के चप्पे चप्पे पर वर्ण कर्मियों की नजर है.सड़क  पर बैरियरों पर भी सघन चेकिंग  अभियान वाहनों का लगातार जारी है. इस दौरान वन जीव  तस्कर भी शकिय्र रहते हैं. वन कर्मियों को ऐसे में चौकस रहना पड़ता है. चार टीमें बनाकर रेंज के हर कोने कोने में गश्त जारी है. गश्त के दौरान राजेश चंद्र जोशी वन क्षेत्राधिकारी के नेतृत्व में अनुभाग स्तर पर चार टीम में बनाकर दिन-रात पेट्रोलिंग की जा रही है.  गश्ती टीम में टीम लीडर रमेश दत्त कोठियाल उप क्षेत्राधिकारी,  देव सिंह  वन दरोगा, पृथ्वी सिंह वन दरोगा  द्वारा गश्त टीम का नेतृत्व किया जा रहा है. रेंजर राजेश चन्द्र जोशी ने “नेशनल वाणी” हिंदी  से बात करते हुए बताया,  हमारी टीमें दिन रात रेंज में हर कोने कोने पर नजर बनाये हुए हैं. दिन रात गश्त की जा रही है. टीम अलर्ट है. कोई ढिलाई नहीं बरती जा रही है. उप क्षेत्राधिकारी रमेश चन्द्र कोठियाल  का कहना है दिन रात वन कर्मी वन्य जीवों के साथ साथ वन संपदा  की रक्षा करने के लिए अलर्ट है. साथ ही कोई तस्कर या कोई भी ब्यक्ति जो वन सम्पदा या फिर वन्य जीव को नुक्सान पहुंचाए ऐसा हम हरगिज नहीं करने नहीं देंगे. दिन रात हम पैदल और वाहनों से गश्त हमारी जारी है. साथ ही वाहनों की चेकिंग भी हम कर रहे हैं जहाँ पर भी हमारे बैरीकेडिंग लगी हुई हैं. आपको बता दें,. दीपावली के मद्देनजर वन्य जीव  तस्कर एक्टिव हो जाते हैं. अक्सर वन्य जीवों के शिकार में उनकी नजर रहती है. खास तौर पर उल्लू को लेकर काफी डिमांड रहती है. ऐसे में फारेस्ट  डिपार्टमेंट के लिए यह समय चुनौती का रहता है.

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