डिमरी मारपीट प्रकरण में हुई महापंचायत में 8 बिंदु आधारित मांगें रखी, एक हफ्ते का समय, नहीं तो सोमवार को प्रदर्शन की चेतावनी

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  • ऋषिकेश में अवैध शराब की बिक्री से आम जन परेशान है, महापंचायत आयोजित हुई श्यामपुर में
  • योगेश डिमरी मारपीट प्रकरण के बाद हुई इस महापंचायत में सरकार को दिया है एक हफ्ते के समय नहीं तो प्रदर्शन करेंगे 
  • 8 बिन्दुओं पर आधारित मांग रखी गयी है, जिन पर कार्रवाई की मांग की गयी है महापंचायत में 

ऋषिकेश : श्यामपुर में एक महापंचायत हुई.  दिनांक 3 सितम्बर २०२४ को ऋषकेश में डिजिटल माध्यम  पर विडियो बनाने वाले योगेश डिमरी  पर शराब तश्कारों  द्वारा किये गए जानलेवा हमले के  खिलाफ  हरिद्वार  रोड पर  एक  वेडग पॉइंट में नागरिकों  के द्वारा एक  महापंचायत का आयोजन किया गया. जिसमें सैकड़ों  लोग मौजूद रहे. इस दौरान दलगत राजनीत से ऊपर उठकर एक स्वर  घटना की निंदा की गई। वहाँ  पहुंचे ओगों में कांग्रेस, भाजपा,  यूकेडी, आम् आदमी पाट समेत कई राजनीतक दल के लोग तथा  सामाजिक कार्यकर्ता भी शामिल  थे । सभी लोगों ने इस तरह अपराधियों  के बुलंद हौसलों एवं ऊपर से मिल रहे  राजनीतक सरण  पर गहरी चिंता जाहिर करते हुए कुछ बिन्दुओं पर  आरोपियों के खिलाफ  सरकार कर शख्त कार्रवाई की मांग की है.  मांग पूरी करने हेतु सरकार को एक हफ्ते  का समय दिया गया है. मांगे पूरी न होने पर सभी ने एक  सोमवार को बड़े प्रदर्शन  की  चेतावनी दी है ।

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  1. महापंचायत में सरकार के सामने प्रमुख मांगे रखी गयी हैं -उनमें निम्न हैं
    विमलेश पत्नी सुनील वालिया द्वारा  लिखाई  गई एफआईआर झूठी है, जसे तुरतं खारज कया जाए ।
  2. यह अपराध संगठित होकरप्लान बनाकार कारित किया गया है.  जो क भारतीय न्याय संहिता 
     की धारा १११ तथा गैंगस्गटर एक्गट के  अंतगत कार्रवाई की जाए.
  3. उक्त  शराब तस्तकर तथा  इनके रिश्तेदारों द्वारा  अवैध तरीके से अर्जित  की गयी संपत्ति को राज्य  सरकार
    तुरतं जब्त करे.
  4. उक्त शराब माफिया और उसके साथियों की एक साल की  काल  डिटेल्स निकालकर, राजनीतिक    एवं पुलिस के संरक्षण तथा मिलीभगत का पर्दापाश किया जाए ।
  5. बाकी खुले घूम रहे हमलावरों की तुरंत गिरफ़्तारी की जाए ।
  6. संगठित अपराधी सिंडिकेटर के घर से पुलिस द्वारा जब्त किये गए डिवीआर की घटना वाले पूरे    दिन की रिकॉर्डिंग को सुरक्षित रखा जाए एवं इसको  सार्वजनिक भी किया जाए ताकि पारदर्शिता   रहे ।
  7. ऋषिकेश क्षेत्र के अन्य मागफियाओं को जिलबदर किया जाए ।
  8. सम्पूर्ण ऋषिकेश कोतवाली में कार्यरत कर्मियों को निलंबित किया जाए । 
महापंचायत में  सरकार से बात करने के लिए बनाया गया डेलीगेशन-
साथ ही महापंचायत में सरकार तथा पुलिस के आला अधिकारियों  से वार्ता करने के लिए एक डेलीगेशन बनाया गया जिसमें विकास सेमवाल, रामरतन रतुड़ी, जिलाध्यक्ष भाजपा किसान मोर्चा नरेंद्र रावत, शिक्षाविद हिमांशु रावत, प्रमोद शर्मा, आशुतोष शर्मा, एडवोकेट ललमनी रतुड़ी, राजीव थपलियाल, विनोद चौहान, हर्ष ग्वाडी, संजीव चौहान, मानवेंद्र कंडारी, सतीश रावत, विजय बिष्ट, नि.  पार्षद विपिन पंत, विजय बडोनी, निर्मल उनियाल, दीपिका व्यास, प्रभाकर पैन्यूली, पवन पांडे आदि  के तौर पर मुख्य रूप से नामित किये गए हैं।
आपको बता दें, सुनील गंजा जिस आरोप है उसको पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. दोनों तरफ से मुक़दमा भी मामले में लिखा जा चुका है. एसएसपी ने कार्रवाई करते हुए SOG देहात को भंग कर दिया है और ३७ पुलिस कर्मियों के ट्रान्सफर भी कर दिए हैं. जो ऋषिकेश और रायवाला थाने में वर्षों से जमे हुए थे.

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