ऋषिकेश में बुजुर्ग के पास आई व्हाट्सएप्प काल, फिर करवा लिए 52 लाख 50 हजार ट्रान्सफर, लगाईं गुहार
- साइबर ठगी का एक और मामला सामने आया है, इस बार ऋषिकेश में बुजुर्ग से हुई ठगी
- 50 लाख 50 हजार की ठगी हुई है, ठगों ने करवा लिए ट्रान्सफर अपने खाते में
- ऋषिकेश में रेलवे रोड स्थित एक फ़्लैट में रहते हैं योगेश श्रीवास्तव, रिटार्यड बैंक कर्मी हैं
- हताश, परेशान बुजुर्ग कर्मी ने ऋषिकेश प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता कर गुहार लगाईं पुलिस प्रशासन से
- पहले लखनऊ रहते थे उसके बाद वहां प्रॉपर्टी बेच ऋषिकेश में रहते हैं अब
ऋषिकेश : तीर्थ नगरी में एक बड़ा साइबर फ्रॉड का मामला सामने आया है. एक बुजुर्ग रिटायर्ड बैंक कर्मी से 50 लाख 50 हजार रुपये ठग लिए. शुक्रवार को ऋषिकेश प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता करते हुए पीड़ित बुजुर्ग योगेश श्रीवास्तव ने आपनी बात रखी.योगेश श्रीवास्तव जो रेलवे रोड स्थित एक फ़्लैट में अपनी पत्नी के साथ रहते हैं. वे यूनियन बैंक ऑफ़ india से सेवानिवृत हुए हैं. पहले वे लखनऊ में रहते थे अब ऋषिकेश में रहते हैं. श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया, 19 सितम्बर २०२४ को उनके पास सूबह 9 बजे के लगभग एक व्हाट्सअप्प काल आई. जिसने बताया मैं मुंबई से बोल रहा हूँ पुलिस डिपार्टमेंट से. आपके खिलाफ मुक़दमा दर्ज हैं आपके नाम से यहाँ बैंक में खाता खुला हुआ है. जिसमें 17 लोगों के द्वारा आपके खिलाफ शिकायत की गयी है. तिलक नगर शाखा मुंबई पुलिस ऑफिस से बोल रहे हैं. आपके खिलाफ FIR दर्ज है. जांच हमारे पास है. आप दो दिन के अन्दर तिलक नगर शाखा मुंबई में रिपोर्ट करें. नहीं तो दो दिन के अन्दर आपकी गिरफ़्तारी हो जाएगी. बैंक से सम्बंधित कागजात आपके व्हाट्स अप्प नंबर पर भेज दी गयी हैं. आप चेक कर लीजिये. आप पैसा इस नंबर के खाते में भेजिए हम जनच करेंगे,फिर हम वापस आपके खाते में भेज देंगे. सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक लगातार बीच बीच में काल पर बात होती रही. मैंने बैंक जाकर 50 लाख 50 हजार की RTGS कर दी. जो खाता संख्या दी हुई थी वह मुरादाबाद के पास संभल जिला है वहां के SBI ब्रांच का था और किसी मसला कंपनी के नाम पर है.मुझे इतना डरा दिया गया मेरी समझ में कुछ नहीं आ रहा था.
जैसे ही पैसे भेजे उसके एक दो घंटे के बाद कुछ मैसेज डिलीट कर दिए गए. बाकी कुछ मैंने नंबर पर भेज दिए गए थे. साथ ही यह भी कहा हर दो घंटे में आज मुझे मैं सुरक्षित हूँ (I AM SAFE) करके मैसेज भेजते रहें. श्रीवास्तव बोले मैंने वैसा ही किया. जब मुझे पता चला मेरे साथ धोखा हुआ है. काफी दे हो चुकी थी. मैंने साइबर थाना देहरादून में FIR दर्ज करवाई है. सभी प्रूफ उलिस को दे दिए हैं. मेरी जिंदगी भर की कमाई है. मैं बीमार रहता हूँ. बुजुर्ग का एक बेटा और एक बेटी है. बेटा दिल्ली में सरकारी नौकरी में है बेटी अन्य राज्य में नौकरी करती हैं. बुजुर्ग ने लखनऊ की प्रॉपर्टी बेच कर ऋषिकेश में रहना शुरू किया था.बुजुर्ग ने मागं की है, मेरी पूंजी दिलवाई जाए. आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. ताकि फिर किसी के खिलाफ ऐसे जुर्रत ये लोग न कर सकें. उधर साइबर थाना प्रभारी देवेन्द्र नबियाल ने बताया मामले में मुक़दमा दर्ज कर लिया गया है, जांच जारी है.प्रेस वार्ता के दौरान अधिवक्ता कपिल शर्मा, दिवाकर चौबे व् अन्य लोग मौजूद रहे.