धारचूला : समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो 8 दिसंबर को महापंचायत -जिपंस मर्तोलिया

- जयकोट में सड़क,पेयजल, शिक्षा, संचार, गुलाब की खेती का बुरा हाल
- जिपंस मर्तोलिया ने अधिकारियों के साथ सुनी जनता की बात
धारचूला: ग्राम पंचायत जयकोट में मोटर मार्ग को दुरुस्त किए जाने की मांग सहित विभिन्न मांगों को लेकर धरातल पर कार्य नहीं होने पर 8 दिसंबर को गांव में महापंचायत बुलाई जाएगी। उसके बाद सामूहिक भूख हड़ताल शुरू किया जाएगा। ग्राम पंचायत में बिजली, पानी, शिक्षा, संचार, आपदा तथा स्वरोजगार की समस्याएं हल नहीं हो पा रही है। केवल झूठे आश्वासन दिए जा रहे है। इस बात को लेकर ग्रामीणों ने तीखी प्रतिक्रियाएं व्यक्त किए। चार साल पहले आए आपदा के बाद भी प्रभावितों को आज तक मुआवजा नहीं दिया गया। ग्राम पंचायत जयकोट में जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया की उपस्थिति में हुई बैठक में शनिवार को ग्रामीणों ने अपनी परेशानियों को उजागर किया। उन्होंने बताया कि 22.7 किलोमीटर लंबे गस्कू- जयकोट- कुरिला मोटर मार्ग में फेज वन के कार्य में भी भारी कमियां रह गई है। फेज टू का कार्य अभी तक शुरू नहीं हो पाया है। इस मोटर मार्ग के कार्य में भारी अनियमिताएं बरती जा रही है। ठेकेदार की मनमानी से आम जनता परेशान हो रही है। सड़क होने के बाद भी 6 माह आम जनता पैदल चलने को मजबूर है। मोटर मार्ग में उपयोग की गई जमीन का मुआवजा आज तक नहीं मिल पाया।
राजकीय इंटर कॉलेज में शिक्षकों के पद रिक्त चल रहे है। इंटर कॉलेज की छात्र संख्या लगातार घटती जा रही है। वर्तमान में अध्ययनरत छात्रों का शिक्षक के नहीं होने के कारण भविष्य चौपट हो रहा है। ग्राम पंचायत में बिजली के आपदा के कारण खंभे टेढ़े होने के कारण जान माल का खतरा बना हुआ है। जल जीवन मिशन के तहत बनी आधा दर्जन से अधिक पेयजल योजनाओं में भारी अनियमिताए बरती गई है। इस कारण से योजनाएं अनेक होने के बाद भी ग्रामीणों को पीने का पानी नहीं मिल पा रहा है। पुराने चैम्बर तथा पाइपों का इस्तेमाल किया गया है।विकासखंड कार्यालय से सहयोग नहीं मिलने के कारण गुलाब की खेती स्वरोजगार का मुख्य साधन नहीं बन पाया है। गुलाब की खेती के लिए कोई योजना तक नहीं बनाई जा रही है। बीएसएनएल का मोबाइल टावर बन गया है, लेकिन चालू नहीं हो पा रहा है। भालू का आतंक बना हुआ है। खेती को भालू ने नुकसान पहुंचा जा रहा है। आम लोगों को भी जान माल का खतरा बना हुआ है।. आपदा के कारण इंटर कॉलेज की दो भवन ध्वस्त हो गए है। आधा दर्जन से अधिक ग्रामीणों के भवन तथा जमीन आपदा की भेंट चढ़ गए। अभी तक एक रुपया भी मुआवजा नहीं मिल पाया है। जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने बैठक में उपस्थित उत्तराखंड पावर कारपोरेशन के सहायक अभियंता अनुज त्रिपाठी से चार दिन के भीतर ट्रांसफार्मर बदलने तथा 15 नवंबर के बाद बिजली के टेढ़े खंबों को ठीक करने को कहा। मोटर मार्ग का निर्माण कर रही कार्यदायी संस्था एनपीसीसी के अधिशासी अभियंता अभिषेक को ठेकेदार को अंतिम नोटिस जारी करते हुए ठेकेदार के खिलाफ कठोर कार्रवाई किए जाने को कहा। बैठक में ग्राम पंचायत विकास अधिकारी तथा ग्राम विकास अधिकारी के अनुपस्थित रहने पर नाराजगी व्यक्त की गई। दोनों के एक दिन का वेतन रोकने के जिला अधिकारी को पत्र लिखा जाएगा। उन्होंने कहा कि इस भ्रमण की विस्तृत रिपोर्ट सोमवार को जिलाधिकारी को दी जाएगी।उन्होंने कहा कि 7 दिसंबर तक एक-एक बिंदु पर ठोस कार्रवाई धरातल पर नहीं हुई तो 8 दिसंबर को जयकोट के पंचायत घर में महापंचायत बुलाई जाएगी। उसके बाद ग्राम पंचायत में ही सामुहिक भूख हड़ताल प्रारंभ की जाएगी।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने मांगी माफी
धारचूला।जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने शनिवार को हुई बैठक में ग्राम पंचायत जयकोट के ग्रामीणों से हाथ जोड़कर माफी मांगी। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव 2022 में ग्रामीणों के द्वारा रखी गई मांगों पर आज तक वह कुछ नहीं कर पाए। उन्होंने कहा कि जिस प्रत्याशी के लिए वह वोट मांगने आए थे, वह जीतने के ढाई वर्ष बाद भी जनता को धन्यवाद देने तक नहीं आ पाया है। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान जो समस्याएं उनके समक्ष रखी गई थी। उनके निदान के लिए आम जनता के सहयोग से संचालित होने वाले आंदोलन के माध्यम से एक-एक समस्या का निदान करवाने का प्रयास करेंगे।उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि अगर संभव हो तो उन्हें इस बार उन्हें माफ कर दिया जाए। हाथ जोड़कर माफ़ी मांगने पर ग्रामीणों ने कहा कि उन्होंने जीवन में ऐसा जनप्रतिनिधि नहीं देखा जो जनता से क्षमा भी मांगता हो। उत्तराखंड की राजनीति में यह पहला वाक्या है जब एक निर्वाचित प्रतिनिधि आम जनता के पास माफ़ी मांगने के लिए जाता है। इस बात की उत्तराखंड की राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं हो रही है।