ऋषिकेश में यहाँ महिलाएं प्राकृतिक रंग तैयार कर आगामी होली पर्व में सहयोग कर रही हैं….जानिए, कुछ इस तरह
आप भी खरीद सकते हैं रंग घर में बने हुए, फूलों, सब्जी इत्यादि से बने हुए हर्बल रंग होली पर्व पर

ऋषिकेश : (मनोज रौतेला) कहते हैं…एक नई पहल समाज में सकारात्मक बदलाव लाती है…ऐसा ही कुछ देखने को मिला 20 बीघा और मीरा नगर में. यहाँ पर महिलाओं के बीच काफी सक्रिय वीरभद्र जन कल्याण समिति (रजि) है…इसके तत्वाधान में महिलायें इस बार नई पहल के साथ सामने आयी हैं. इस बारे होली के पर्व पर समूह की महिलाएं समाज को अपने हाथों से बने प्राकृतिक रंगों से रंगने जा रही है.

बाजार में रंग में मिलावट अधिकतर देखने को मिलती है. ऐसे में समिति से जुड़ी महिला समूह अपने हाथों से हर्बल रंग तैयार कर रही हैं. आप भी इन रंगों को खरीद सकते हैं. महिला समूह की बात करें तो एक समूह में 11 महिलाएं जुड़ी होती हैं. जिसमें कार्तिक समूह, यमकेश्वर महादेव समुह् प्रमुख तौर पर इन रंगों को आप तक लाने में अहम भूमिका निभा रहा है. समिति से जुड़ी निर्वतमान पार्षद मीरा नगर सुंदरी कंडवाल का कहना है, हमें ख़ुशी है हम इस बार कुछ नए पहल के साथ आये हैं. स्किन/त्वचा को कोई नुकसान न हो, इसके लिए हमने खुद एक नई पहल के साथ सामने आये हैं इस बार. प्राकृतिक रंग के साथ सामने आये हैं. इन रंगों से कोई साइड इफ़ेक्ट भी नहीं होगा और साथ ही लोगों को अच्छे रंग भी मिलेंगे. केमिकल वाले रंग से बच पाएंगे. हमारी मातृशक्ति इस बारे इन रंगों को अपने हाथों से बनाकर होली के पर्व पर सहयोग कर रही है. हम अपनी संस्कृति और बार-त्यौहार को बचाने के लिए काम करते हैं. हम चाहते हैं ये मातृशक्ति स्वावलंबी बने. बस छोटा प्रयास समाज में बदलाव सकारात्मक बदलाव लाने के लिए ये लोग प्रयासरत हैं. लोगों से अपील है वे इनका सहयोग करें. इन रंगों को खरीद कर और लोगों को अधिक से अधिक जानकारी देकर. ये महिलाएं देहरादून नगर निगम, ऋषिकेश नगर निगम के माध्यम से भी रंगों को लोगों के सामने लाएगी. जगह जगह स्टॉल लगाकर. अगर किसी ने सीधे रंग खरीदने हों तो वीरभद्र जनकल्याण समिति (रजि.) या इन महिला समूह से संपर्क कर ले सकती हैं. उचित मूल्य पर और प्राकृतिक रंगों के साथ.

जिन रंगों को तैयार कर रहे हैं ये महिला समूह उनके नाम हैं-
1- हल्दी का रंग
2- पालक से निकला हुआ रंग
3 -गाजर से निकला हुआ रंग
4- गेंदा का फूल से निकला हुआ रंग
4-चुकंदर से निकला हुआ रंग
5-केसर/चंदन मिक्स रंग इत्यादि
आपको बता दें, वीरभद्र जनकल्याण समिति (रजि) अपनी संस्कृति को बचाने और इसके प्रचार प्रसार करने में लगी रहती है. ताकि पर्वतीय समाज के लोग आपसे में जुड़े रह सकें. प्रमुख नाम जो जुड़े हैं उनके सुंदरी कंडवाल, शोभा कोठियाल, भावना भट्ट, विनीता बिष्ट, शशि राणा, लता रहा, आशा जोशी, रेखा चमोली, चाद्न्राकान्ता, रीना उनियाल, पार्वती इत्यादि महिलायें जुडी हैं.
