ऋषिकेश : अखिल  भारतीय सीता राम परिवार की तरफ से  ब्रह्मपुरी स्थित आश्रम में  हरेला पर्व मनाया गया, रोपे कई  पौधे

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  • अखिल भारतीय सीता राम परिवार की तरफ से  कर्नल (सेवा.) कमल सिंह राणा को बरिष्ठ संरक्षक बनाया गया,सौंपा पत्र 
  • महाराज श्री द्वाराचार्य पूज्य श्रीमद् जगद्गुरु श्री स्वामी योगानन्दाचार्य स्वामी दयाराम देवाचार्य जी महाराज के सानिध्य में यह पर्व मना
  • अखिल  भारतीय सीता राम परिवार की  प्रदेश अध्यक्ष सुशीला सेमवाल की अध्यक्षता में यह कार्यक्रम आयोजित हुआ 
  • आश्रम में आये हुए कई लोगों को उनके सामाजिक जीवन में उत्कृष्ठ कार्य करने के लिए सम्मान पत्र सौंप कर सम्मानित किया गया

    पौधरोपण करते हुए महाराजश्री व् अन्य

ऋषिकेश : (मनोज रौतेला) अखिल भारतीय सीता राम परिवार ने मंगलवार के शुभ दिन में उत्तराखंड का पर्यावरण को समर्पित पर्व हरेला (हरियाव) को बड़े शानदार तरीके से मनाया गया. ब्रह्मपुरी स्थित श्री राम तपस्थली आश्रम में यह पर्व मनाया गया. महाराज श्री द्वाराचार्य पूज्य श्रीमद् जगद्गुरु श्री स्वामी योगानन्दाचार्य स्वामी दयाराम देवाचार्य जी महाराज के सानिध्य में यह पर्व मना. इस अवसर पर कई फलदार और औषधि वाले पौधे रोपे गए. अखिल  भारतीय सीता राम परिवार की  प्रदेश अध्यक्ष सुशीला सेमवाल की अध्यक्षता में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था. सबसे पहले पौध्रों की विधि विधान से पूजा अर्चना की गयी. आचार्य नितीश खंडूरी के मुखर विन्दु से  मंत्रोचार कर विधि विधान से पौधों की पूजा की गयी. उसके बाद पौधे रोपे गए. मां गंगा किनारे स्थित आश्रम में इस अवसर पर हर हर गंगे,जय जय गंगे के भजनों संग माहौल आध्यात्मिक बन बैठा था. उसके बाद आश्रम की  हरी भरी  क्यारियों में पौध रोपे गए. महाराजश्री संग, सुशीला सेमवाल, कमल सिंह राणा, सुधा रानी, आचार्य नितीश खंडूरी समेत कई सीता राम परिवार के सदस्यों, पदाधिकारियों ने रोपण किया. जिन पौधों का रोपण हुआ उनके नाम हैं –

  1. रुद्राक्ष
  2. नीम
  3. बड़ा जामुन
  4. चन्दन
  5. आंवला
  6. अशोक
  7. शमी
  8. कनेर
  9. रात की रानी समेत  कई पौधे रोपे गए.
पौधरोपण करते हुए महाराजश्री व अन्य लोग

अखिल भारतीय सीता राम परिवार की तरफ से  कर्नल (सेवा.) कमल सिंह राणा को बरिष्ठ संरक्षक बनाया गया- इस अवसर पर मध्य प्रदेश से भी भक्त पहुंचे थे. सीता राम परिवार की तरफ से सभी का स्वागत किया गया. ऋषिकेश, तपोवन निवासी  कर्नल (सेवा.) कमल सिंह राणा को अखिल भारतीय सीता राम परिवार की तरफ से प्रदेश के बरिष्ठ संरक्षक के तौर उन्हें  सम्मान पत्र सौंप कर सम्मानित किया गया. महाराज श्री द्वाराचार्य पूज्य श्रीमद् जगद्गुरु श्री स्वामी योगानन्दाचार्य स्वामी दयाराम देवाचार्य जी महाराज और प्रदेश अध्यक्ष सुशीला सेमवाल ने उन्हें यह पत्र सौंपा. इस अवसर पर राणा ने कहा उन्हें ख़ुशी है उन्हें बरिष्ठ संरक्षक के तौर पर जिम्मेदारी दी  गयी है. वे सम्मानित महसूस कर रहे हैं. संगठन को जब भी और जो भी मजबूती चाहिए होगी वे हमेशा तैयार रहेंगे. पहली बार आश्रम पहुंची शिक्षाविद सुधा रानी ने कहा यहाँ काफी  शांति है सुकून है…मुझे खुशी हुई मैं इस दिव्य जगह पर आयी. महाराजश्री का आशीर्वाद प्राप्त किया.

दुग्धाभिषेक करते हुए गंगा मैया में अखिल भारतीय सीता राम की प्रदेश अध्यक्ष सुशीला सेमवाल, आचार्य नितीश खंडूरी व अन्य

महाराजश्री ने कहा, हरेला (हरियाव) देवभूमि उत्तराखंड का बड़ा लोकपर्व है. आपने चमत्कार देखा होगा, हरेला पर्व पर एक डाली लगा दीजिये, वह ब्रक्ष बन जाता है. यह हमारी मान्यता है सदियों से…यहाँ अनेक औषधियों का भण्डार है. पूरा उत्तराखंड को हरा भरा करने के लिए ब्रक्ष होने चाहिए. वनस्पति देवो भव; ….यह वेद का मंत्र है. यहाँ औषधि ही है सब जगह. गंगा जल पीते हैं, जड़ी बूटी का सेवन करते हैं. आज चन्दन, अशोक, रुद्राक्ष, नीम इत्यादि के पौधे लगाये गए. हमारे यहाँ हरेला सदियों से मनाया जाता है. हमारे यहाँ औषधि, फल के ब्रक्ष की भरमार है. मेरी सुगर ६०० थी आज १३० है. मैं यही गंगा जल पीता हूँ.साल भर के लिए हम इसको भर लेते हैं अभी. क्यूंकि इस जल में औषधि है. जड़ी बूटियाँ मिक्स हो कर इसमें आती हैं.  उन्हूने अखिल भारतीय सीता राम परिवार की तारीफ करते हुए कहा, यह संगठन अच्छा काम कर रहा है. हम जब भी जहाँ भी जरुरत होती है वहां  शिविर लगाते हैं, अन्न क्षेत्र ख़ास तौर पर. लोगों की जो भी सेवा होती है करते हैं. यह मानव जीवन सेवा के लिए ही है. हम सनातन धर्म के लिए पैदा हुए और इसी में अपना जीवन लगा देंगे. अच्छे लोग जुड़ें संगठन से अच्छी बात है. अच्छा काम करें मुझे ख़ुशी होगी.

कर्नल (सेवा.) कमल सिंह राणा को पत्र सौंपते हुए

अखिल  भारतीय सीता राम परिवार की  प्रदेश अध्यक्ष सुशीला सेमवाल ने कहा, पौधों से हम सीखते हैं, जीवन कैसे जिया जाता है. पौधे, पेड़ नहीं होंगे तो हमें आने वाले समय में मुश्किलें होंगी. हरियाव (हरेला पर्व) उत्तराखंड की संस्कृति है. जिसमें हमारे पूर्वज हमें बताते थे ऐसा करो, इस पेड़, पौधे इस प्रकार का फायदा है. उनको सब जानकारी होती थी. आज हमने यहाँ पर  धरती मां के नाम पर पेड़ लगाये. अन्य लोगों ने (भक्तों) भी पौध लगाए.  हमने दुग्धाभिषेक भी  किया गंगा मैया में.  जैसे हम अपने बच्चे की सेवा करते हैं, पालन पोषण करते हैं ऐसे ही पौधों का करें……जो कल को ब्रक्ष बनेंगे तो हमें वे हवा, फल आदि देंगे.  इस अवसर पर, द्वाराचार्य पूज्य श्रीमद् जगद्गुरु श्री स्वामी योगानन्दाचार्य स्वामी दयाराम देवाचार्य जी महाराज, अखिल  भारतीय सीता राम परिवार प्रदेश अध्यक्ष सुशीला सेमवाल,  महावीर दास महाराज,  कर्नल (सेवा.) कमल सिंह राणा, कमला राणा, सेवानिवृत लेक्चरर  सुधा रानी, रक्तवीर राजन  बिष्ट, सूर्य चन्द्र सिंह चौहान, प्रमोद दास महाराज, गंगा राम दास महाराज, शिवम्, हरी ओम, किशोर देशवाल मध्य प्रदेश के मुरैना से आये हुए कई भक्त लोग मौजूद रहे.

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