खदरी में एक दर्जन से अधिक कुत्ते निवाला बने गुलदार के, रैंजर धामंदा ने पहुँच चलाया काम्बिंग अभियान

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  • ग्रामीणों का कहना है कि चिल्ड्रन पार्क सहित पॉलिटेक्निक के पास गुलदार की लगातार आमद  बनी हुई है
  • शावकों के साथ है गुलदार, ग्रामीण खौफ में -ग्रामीण 
  • बह  गंगा तट पर योगाभ्यास और मॉर्निंग वॉक पर निकले स्थानीयों को गुलदार दिखाई दे रहा है-ग्रामीण 
  • स्थानीय निवासी राय सिंह ने बताया कि गुलदार एक दर्जन से अधिक कुत्तों को अपना निवाला बना चुका है,जबकि पॉलिटेक्निक के समीप मृत पशुओं के अवशेष भी मिल रहे हैं
  • लदार और उसके शावक दिखने पर उनका पीछा बिल्कुल न करें।आमद की सूचना वनविभाग को तत्काल करें।जंगल में प्रवेश न करें-रेंजर 
ऋषिकेश : ग्राम सभा खदरी खड़क माफ स्थित राजकीय पॉलिटेक्निक के समीप गुलदार के आमद की लगातार मिल रही थी।जिला गंगा सुरक्षा समिति के नामित सदस्य पर्यावरण विद डॉ विनोद जुगलान ने गुलदार मोमेंट सूचना  वनक्षेत्राधिकारी गम्भीर सिंह धमान्दा को देते हुए सुरक्षात्मक कदम उठाने का आग्रह किया।मामले की गंभीरता को देखते हुए सूचना का संज्ञान लेते हुए वनक्षेत्राधिकारी ऋषिकेश जीएस धमान्दा दलबल सहित मौके पर पहुँचे।उन्होंने ग्राम पंचायत की ओर से नवनिर्मित ओपन जिम और चिल्ड्रन पार्क सहित राजकीय पॉलिटेक्निक संस्थान के आसपास कॉम्बिंग अभियान चलाया।वनक्षेत्राधिकारी ऋषिकेश जीएस धमान्दा ने बताया कि पॉलिटेक्निक के पीछे की तरफ घना जंगल होने के कारण वन्यजीवों सहित घरेलू पशु चरने जाते हैं।यहाँ निराश्रित गौवंश सहित आवारा कुत्ते गुलदार के लिए सरल सुगम शिकार होते हैं।चूंकि बड़ी संख्या में निराश्रित गौवंश रहते हैं तो जंगल के अंदर गुलदार की मोमेंट सामान्य बात है लेकिन कब आवारा पशुओं का पीछा करते हुए गुलदार आबादी क्षेत्र में प्रवेश कर जाए इसका खतरा बना रहता है।ऐसे में न केवल वन विभाग चौकस रहना होगा बल्कि स्थानीयों को सुरक्षा की दृष्टि से सावधान रहते हुए कुछ बातों का ध्यान रखना होगा।जिनमें छोटे बच्चों को देर शाम अकेले चिल्ड्रन पार्क न भेजें।
गौशालाओं में दरवाजे बन्द करके रखें,घर के आसपास झाड़ियाँ न उगने दें. घर आँगन एवं पॉलिटेक्निक संस्थान में समुचित प्रकाश व्यवस्था का ध्यान रखें।गुलदार और उसके शावक दिखने पर उनका पीछा बिल्कुल न करें।आमद की सूचना वनविभाग को तत्काल करें।जंगल में प्रवेश न करें।राजाजी टाईगर रिजर्व पार्क नजदीक होने पर कई बार वन्यजीव पार्क से बाहर भी निकल जाते हैं।सचेत और सावधान रहें।सुरक्षा की दृष्टि से गश्त कराई जाएगी।सोमवार को घण्टों तक चली कॉम्बिंग के बाद भी टीम को गुलदार नहीं दिखा।जबकि ग्रामीणों का कहना है कि चिल्ड्रन पार्क सहित पॉलिटेक्निक के पास गुलदार की लगातार आमद  बनी हुई है।सुबह  गंगा तट पर योगाभ्यास और मॉर्निंग वॉक पर निकले स्थानीयों को गुलदार दिखाई दे रहा है।जिसके साथ उसके शावक भी हैं।स्थानीय निवासी राय सिंह ने बताया कि गुलदार एक दर्जन से अधिक कुत्तों को अपना निवाला बना चुका है,जबकि पॉलिटेक्निक के समीप मृत पशुओं के अवशेष भी मिल रहे हैं।सोमवार को कॉम्बिंग टीम में उपराजिक अधिकारी चन्द्र शेखर भट्ट,वनबीट अधिकारी राजेश बहुगुणा,वनआरक्षी सुभाष चन्द्र, वनकर्मी मोहित कुमार,मनोज कुमार भोला मौजूद रहे।

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