खदरी में एक दर्जन से अधिक कुत्ते निवाला बने गुलदार के, रैंजर धामंदा ने पहुँच चलाया काम्बिंग अभियान


- ग्रामीणों का कहना है कि चिल्ड्रन पार्क सहित पॉलिटेक्निक के पास गुलदार की लगातार आमद बनी हुई है
- शावकों के साथ है गुलदार, ग्रामीण खौफ में -ग्रामीण
- बह गंगा तट पर योगाभ्यास और मॉर्निंग वॉक पर निकले स्थानीयों को गुलदार दिखाई दे रहा है-ग्रामीण
- स्थानीय निवासी राय सिंह ने बताया कि गुलदार एक दर्जन से अधिक कुत्तों को अपना निवाला बना चुका है,जबकि पॉलिटेक्निक के समीप मृत पशुओं के अवशेष भी मिल रहे हैं
- लदार और उसके शावक दिखने पर उनका पीछा बिल्कुल न करें।आमद की सूचना वनविभाग को तत्काल करें।जंगल में प्रवेश न करें-रेंजर

गौशालाओं में दरवाजे बन्द करके रखें,घर के आसपास झाड़ियाँ न उगने दें. घर आँगन एवं पॉलिटेक्निक संस्थान में समुचित प्रकाश व्यवस्था का ध्यान रखें।गुलदार और उसके शावक दिखने पर उनका पीछा बिल्कुल न करें।आमद की सूचना वनविभाग को तत्काल करें।जंगल में प्रवेश न करें।राजाजी टाईगर रिजर्व पार्क नजदीक होने पर कई बार वन्यजीव पार्क से बाहर भी निकल जाते हैं।सचेत और सावधान रहें।सुरक्षा की दृष्टि से गश्त कराई जाएगी।सोमवार को घण्टों तक चली कॉम्बिंग के बाद भी टीम को गुलदार नहीं दिखा।जबकि ग्रामीणों का कहना है कि चिल्ड्रन पार्क सहित पॉलिटेक्निक के पास गुलदार की लगातार आमद बनी हुई है।सुबह गंगा तट पर योगाभ्यास और मॉर्निंग वॉक पर निकले स्थानीयों को गुलदार दिखाई दे रहा है।जिसके साथ उसके शावक भी हैं।स्थानीय निवासी राय सिंह ने बताया कि गुलदार एक दर्जन से अधिक कुत्तों को अपना निवाला बना चुका है,जबकि पॉलिटेक्निक के समीप मृत पशुओं के अवशेष भी मिल रहे हैं।सोमवार को कॉम्बिंग टीम में उपराजिक अधिकारी चन्द्र शेखर भट्ट,वनबीट अधिकारी राजेश बहुगुणा,वनआरक्षी सुभाष चन्द्र, वनकर्मी मोहित कुमार,मनोज कुमार भोला मौजूद रहे।