ऋषिकेश के पुरी संजीवनी हॉस्पिटल में  महिलाओं के लिए नि:शुल्क उपचार और शल्य चिकित्सा सप्ताह 6 से 11 अक्टूबर तक

हॉस्पिटल को खुले इस वर्ष 25 साल हो रहे हैं, इसलिए सिल्वर जुबली भी मनाई जा रही है

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  • महिलाओं के लिए नि:शुल्क उपचार और शल्य चिकित्सा सप्ताह छह से
  • पुरी संजीवनी हॉस्पिटल के सफलतम रजत वर्ष पूर्ण होने पर महिला स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह
  • रामा पैलेस  पिक्चर हाल के सामने है लोकेशन पुरी संजीवनी हॉस्पिटल की 
पुरी संजीवनी हॉस्पिटल, ऋषिकेश

ऋषिकेश: तीर्थ नगरी के प्रसिद्ध पुरी संजीवनी हॉस्पिटल 30 सितंबर को अपने सफलतम 25 वर्ष पूर्ण करने जा रहा है। हॉस्पिटल परिवार की ओर से सिल्वर जुबली के इस मौके को गरीब और असहाय महिलाओं की सेवा में समर्पित करना चाहता है। हॉस्पिटल परिवार की ओर से इस मौके पर 6  से 11 अक्टूबर तक महिला स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह मनाएगा।वर्तमान में 16 बेड हैं हॉस्पिटल में. उपचार के मामले में  ऋषिकेश का सबसे प्रतिष्ठित हॉस्पिटल में शुमार है नाम.

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अस्पताल के संस्थापक लेप्रोस्कोपी सर्जन डा. विनोद कुमार पुरी और उनकी पुत्री  लेप्रोस्कॉपी गाइनेकोलॉजिस्ट डा. विनोदिता पुरी ने पत्रकार वार्ता में चिकित्सालय की योजना को साझा करते हुए बताया कि अस्पताल की सिल्वर जुबली के मौके पर गरीब और असहाय महिलाओं के लिए विशेष चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया है। महिला स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के तहत अस्पताल पर आने वाली निर्धन महिलाओं को निःशुल्क ओपीडी सेवा और न्यूनतम शुल्क में ऑपरेशन की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। सर्जन डा. विनोद कुमार पुरी ने बताया कि महिला रोग विशेषज्ञ के अतिरिक्त जनरल सर्जरी की ओपीडी में भी यह सेवा निःशुल्क होगी।
गाइनेकोलॉजिस्ट डा. विनोदिता पुरी ने बताया कि कुपोषण एनीमिया व अन्य बीमारियों के कारण महिलाओं के स्वास्थ्य और कल्याण में महत्वपूर्ण चुनौतियां बरकरार हैं। भारत में एनीमिया एक गंभीर स्वास्थ्य संकट बना हुआ है, जिसमें 15-49 वर्ष की 57 प्रतिशत महिलाएं प्रभावित हैं, जो पिछले वर्षों की तुलना में अधिक है। कुपोषण महिलाओं और बच्चों दोनों के स्वास्थ्य पर गहरा असर डालता है। उन्होंने कहा कि एनीमिया, उच्च रक्तचाप, मधुमेह और कैंसर जैसी बीमारियों से बचाव और उनकी जल्द पहचान के लिए जागरूकता बढ़ाना आवश्यक है। महिलाओं की पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा करने और उन्हें स्वच्छता व स्वस्थ आदतों के बारे में शिक्षित करने के लिए प्रयास करना चाहिए। स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के तहत यहां आने वाली महिलाओं को इन सब के बारे में भी जागरूक किया जाएगा।इस मौके पर बाल रोग विशेषज्ञ डा. विनीता पुरी  भी मौजूद रही।

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