चुनाव ख़त्म तो ‘बाघ’ देखने चल दिए त्रिवेंद्र, ठंडी सड़क पर ‘बाघ’ दिख भी गया, तो फूले नहीं समाये
रामनगर : कॉर्बेट नेशनल पार्क नाम ही काफी है खासकर बाघ देखने को लेकर. उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित यह पार्क विश्व प्रसिद्द है. यहाँ पर देश विदेश से लोग आते हैं खासतौर पर बाघ देखने. ऐसे में देवभूमि उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भी चुनाव ख़त्म होते ही चल दिए बाघ देखने. किस्मत ऐसी रही की दिख भी गया. फिर क्या था स्माइल तो आनी ही थी. दरअसल, कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के ढिकाला जोन में भ्रमण के लिए प्रदेश के पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत पहुँचे हैं।जहां भ्रमण के दौरान ठंडी रोड पर उन्हें बाघ के दीदार हो गए. इसके साथ अन्य वन्यजीवो के भी दीदार हुए।वहीं पूर्व सीएम ने ढिकाला में वन्यजीवों के संरक्षण समेत अन्य व्यवस्थाओं के लिए वनकर्मियो की प्रशंसा की। शुक्रवार को भ्रमण के बाद देहरादून को रवाना हुए. कॉर्बेट के ढिकाला ज़ोन के रेंजर राजेंद्र चकरायत ने जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गुरुवार को प्रदेश के पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत भ्रमण के लिए ढिकाला ज़ोन में अपने पांच साथियों के साथ पहुँचे थे. उन्होंने बताया कि ठंडी रोड पर बाघ दिखाई दिया उनको। साथ ही जंगल में भ्रमण दौरान घड़ियाल, मगरमच्छ, गुलदार, हाथी सहित अन्य वन्यजीवो के भी दीदार हुए हैं। उन्होंने बताया कि गुरुवार को ढिकाला में रात्रि विश्राम के बाद शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री अपने साथियों के साथ देहरादून के लिए रवाना हो गए.
पहाड़ों में पुरानी कहावत मानें तो बाघ दिखना अच्छा संकेत माना जाता है. नेशनल पार्क में बाघ दिख जाए तो ख़ुशी होती है लेकिन असल जिंदगी में सामने बाघ दिख जाए तो…..हालत का अंदाजा है न आपको….खैर, बाघ दिख जाए मतलब यात्रा सफल.
आज का जिम कार्बेट पार्क-
आज यह पार्क इतना समृद्ध है कि इसके अतिथि-गृह में 200 अतिथियों को एक साथ ठहराने की व्यवस्था है। यहाँ आज सुन्दर अतिथि गृह, केबिन और टेन्ट उपलब्ध है। खाने का उत्तम प्रबन्ध भी है। ढिकाला में हर प्रकार की सुविधा है तो मुख्य गेट के अतिथि-गृह में भी पर्याप्त व्यवस्था है।
रामनगर के रेलवे स्टेशन से 12 कि॰मी॰ की दूरी पर ‘कार्बेट नेशनल पार्क’ का गेट है। रामनगर रेलवे स्टेशन से छोटी गाड़ियों, टैक्सियों और बसों से पार्क तक पहुँचा जा सकता है।बस सेवाएँ भी उपलब्ध हैं। दिल्ली से ढिकाला तक बस आ-जा सकती है। यहाँ पहुँचने के लिए रामनगर कालागढ़ मार्गों का भी प्रयोग किया जा सकता है। दिल्ली से ढिकाला 297 कि॰मी॰ है। दिल्ली से गाजियाबाद-हापुड़-मुरदाबाद-काशीपुर-रामनगर होते हुए ढिकाला तक का मार्ग है। मोटर की सड़क अत्यन्त सुन्दर है। जिम कॉर्बेट में सफारी के लिए पूरी जानकारी यहाँ पढ़ सकते हैं.