ऋषिकेश में निजी हॉस्पिटल में ऑपरेशन के दौरान महिला का पेट काटा, फिर बोले डॉक्टर ले जाओ मरीज को दूसरी जगह, हंगामा


- ऑपरेशन के लिए महिला का पेट फाड़ा बिना ऑपरेशन के डॉक्टर भागे
ऋषिकेश : ये हाल है शहरों में हॉस्पिटल के ..तो ग्रामीण इलाके में क्या उम्मीद कर सकते हैं. आप अंदाजा लगा सकते हैं. मामला ऋषिकेश का है. देहरादून रोड पर निजी पेनिशिया अस्पताल में शनिवार को सुबह हंगामा देखने को मिला. जब पता किया तो पता लगा, महिला के परिजन हैं जो हंगामा कर रहे हैं. नरेंद्र नगर अंतर्गत दोगी पट्टी के ससमण गांव की एक महिला सरिता देवी 38 वर्ष पत्नी विश्वनाथ ऋषिकेश देहरादून रोड स्थित पेनिशिया अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती हुई थी. महिला के परिजनों का आरोप है कि महिला बीते बुधवार से अस्पताल में रसोली के ऑपरेशन के लिए भर्ती हुई थी. शनिवार सुबह महिला का ऑपरेशन करने के लिए डॉक्टरों की टीम ने जैसे ही महिला का पेट काटा उसके बाद डॉक्टरों ने हाथ खड़े कर दिए, बोले इसे ले जाओ कहीं और हॉस्पिटल में.
परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ने बताया कि महिला के पेट में आंतें चिपकी हुई हैं. मामला क्रिटिकल हो सकता है, इसलिए उनके पास अस्पताल में पर्याप्त संसाधन नहीं हैं. इसलिए वह पेशेंट को रेफर कर रहे हैं. पेशेंट को रेफर करने की बात सुनते ही परिजनों ने अस्पताल परिसर में हंगामा काट दिया. नारेबाजी शुरू कर दी. हॉस्पिटल प्रबंधन के खिलाफ. परिजनों का आरोप है कि अस्पताल में सारे ट्रेनर चिकित्सक बैठे हुए हैं. ऋषिकेश पेनिशिया अस्पताल केवल मरीज को लूट रहा है.साथ ही मरीजों के जान से खिलवाड़ कर रहा है. उधर खबर लिखे जाने तक, अस्पताल परिसर में भीड़ देख कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और परिजनों को समझाने का प्रयास करते रहे थे. सवाल उठना लाजमी भी है. जब सुविधा थी ही नहीं तो मरीज को भर्ती क्योँ किया ? आजकल उससे पहले टेस्ट रिपोर्ट में सब पता चल जाता है. हॉस्पिटल प्रबंधन की जिम्मेदार अधिकारी कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं थे. उनके फोन ही नहीं उठे. आपको बता दें, इससे पहले इस हॉस्पिटल में विवाद अलग अलग तरह हो चुके हैं. अब एक और विवाद खडा हो गया है.