देहरादून : जिला गंगा सुरक्षा समिति की मासिक बैठक में ऋषिकेश से जुड़े मुद्दे छाए रहे, जानिए उनके बारे में

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देहरादून : जिला गंगा सुरक्षा समिति देहरादून की मासिक बैठक जिलाधिकारी सोनिका की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट परिसर ऋषिपर्णा सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक में ऋषिकेश से जुड़े मुद्दे छाए रहे।बैठक में समिति के नामित सदस्य पर्यावरण विद विनोद जुगलान द्वारा सदन को अवगत कराया गया कि अगस्त माह में ऋषिकेश में हुई भारी वर्षा के कारण ऋषिकेष लालपानी वनबीट स्थित स्मृतिवन में भारी नुकसान हुआ है।

लालपानी वनक्षेत्र में प्राकृतिक रूप से जल स्रोत बन गए हैं।जल निकासी की समुचित सुविधा नहीं होने से पौधरोपण को नुकसान हुआ है।दुधुपानी विस्थापित क्षेत्र में जलभराव को रोकने के लिए जो ह्यूम पाइप उखाड़े गए थे,उन्हें पुनः स्थापित कर पौध रोपण के लिए आने वालों की सुविधा हेतु अस्थाई पुलिया के निर्माण किया जाना अत्यावश्यक है।साथ ही स्मृतिवन स्थित शौचालय में दिव्यांग जनों की सुविधा हेतु रैंप का निर्माण किया जाना चाहिए।जल निकासी के लिए वनविभाग द्वारा ट्रेंच खोदने हेतु आदेशित किये जाने का आग्रह जिलाधिकारी के सम्मुख किया गया।जुगलान ने बताया मार्ग अवरुद्ध होने के कारण कम्पोस्ट पिट का कार्य भी बन्द होगया है।संज्ञान लेते हुए समिति अध्यक्ष जिलाधिकारी महोदया द्वारा नगर निगम ऋषिकेश को ह्यूम पाइप पुनः स्थापित करवाने एवं स्मृतिवन के मुख्य द्वार तक संपर्क मार्ग की व्यवस्था करने के साथ ही वनविभाग को जल निकासी के साथ ही स्मृतिवन में वन्यजीवों और पशुओं की रोकथाम को खाई खुदवाने के लिए निर्देशित किया गया।

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समिति सदस्य ने कहा कि ग्राम सभा खदरी खड़क माफ में सौंग नदी की बाढ़ से हर साल हो रहे भूकटाव को रोकने हेतु बाढ़ सुरक्षा तटबन्ध निर्माण हेतु साशन स्वीकृति और धनाबंटन के बावजूद सुरक्षा निर्माण कार्यों में विलंब होने से ग्रामीणों में भारी रोष है।सिंचाई विभाग निर्माण खण्ड ऋषिकेश द्वारा निर्माण कार्य अविलम्ब शुरू करने का आग्रह किया।संज्ञान लेते हुए डीएम ने सिंचाई विभाग को अविलम्ब सुरक्षा कार्य शुरू करवाने के लिए निर्देशित किया गया। 3-ऋषिकेश स्थित त्रिवेणी घाट पर गंगाजल स्तर बृद्धि एवं बाढ़ से आये मलवे के उठान में हो रही देरी से श्रद्धालुओं को भारी असुविधा हो रही है।यहाँ बाढ़ में बहकर आयी लकड़ियों को वन विभाग द्वारा अपने कब्जे में लिया जाना चाहिए,साथ ही मलबे के निस्तारण में हो रही देरी होरही है। मामले की गम्भीरता को देखते हुए मौके पर संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी द्वारा उपजिलाधिकारी ऋषिकेश को मलबे की नीलामी के आदेशों के साथ ही नगर निगम ऋषिकेश को गंगाजी की बाढ़ से प्रभावित त्रिवेणी घाट की सफाई करवाने के निर्देश दिए गए।खड़क माफ ग्राम सभा में गंगाजी की ओर से वन्यजीवों की आमद लगातार बढ़ रही है,वनविभाग द्वारा अवगत कराया जा रहा है कि बजट और स्टाफ की कमी के कारण फ़सल सुरक्षा किया जाना संभव नहीं है किसान रातभर जागकर स्वयं जान जोखिम में डाल रहे हैं ऐसे में यहाँ एक सुरक्षा वाचिंग टावर की अत्यंत आवश्यकता है। वन विभाग को समस्या का संज्ञान लेने और निराकरण के निर्देश जारी किए गए।

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सदन को बताया बीते दो वर्षों से जिला पर्यटन विभाग द्वारा ऋषिकेश स्थित स्मृतिवन के प्रसार का कार्य अपेक्षित है जो कि बार बार कहने पर भी नहीं हो रहा है।साथ ही 26 एमएलडी एसटीपी के निकट खाली पड़े तालाबों पर साहसिक पर्यटन बर्ड वाचिंग के सुझाव के क्रियान्वयन में पर्यटन विभाग द्वारा रुचि न दिखाया जाना अप्रसन्नता का विषय है।जिला पर्यटन अधिकारी को संज्ञान लेते हुए निराकरण के आदेश दिए गए।समिति के नामित सदस्य सुदामा सिंघल ने सुझाव दिया कि गंगा तट ऋषिकेश बहत्तर सीढ़ी क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त कर श्रद्धालुओं के लिए गंगा अवलोकन बिन्दु बनाया जाए, सुझाव का संज्ञान लेते हुए नग निगम ऋषिकेष को संज्ञान लेने और आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए।

बैठक में जिला विकास अधिकारी देहरादून सुशील मोहनडोभाल, सहायक नगर आयुक्त नगर निगम ऋषिकेश चन्द्र कान्त भट्ट,जिला गंगा सुरक्षा समिति के परियोजना अधिकारी आर के पाण्डेय,डोईवाला ब्लॉक के सहायक खण्ड विकास अधिकारी आशीष बहुगुणा,प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड के सहायक वैज्ञानिक अधिकारी एसएस चौहान,पेयजल निगम निर्माण एवं अनुरक्षण इकाई (गंगा)के परियोजना प्रबन्धक एस.के. वर्मा,सिंचाई विभाग के उपखण्ड अधिकारी अनुभव नौटियाल,उत्तराखंड जल संस्थान के सहायक अभियंता हरीश कुमार बंसल,लोक निर्माण विभाग ऋषिकेश के सहायक अभियंता दिनेश सिन्धवाल,पेयजल निगम देहरादून के सहायक अभियन्ता राम कुमार,नगर निगम ऋषिकेश के सूचना प्रबंधन विशेषज्ञ गुरमीत सिंह,नामित सदस्य सुदामा सिंघल,नामित सदस्य पंकज गुप्ता आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

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