देहरादून : पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत नहीं लड़ेंगे चुनाव, जेपी नड्डा को भेजा हाथ से लिखा पत्र
देहरादून : राजनीती में हर पल महत्वपूर्ण है और समय के अनुसार राजनीती करवट बालटी रहती है. विधानसभा चुनाव के लिए टिकटों का ऐलान होने वाला है ठीक उससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने चुनाव लड़ने से मना कर दिया है. पार्टी के रास्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को हाथ से लिखा हुआ पत्र भेज दिया है.त्रिवेंद्र सिंह रावत वर्तमान में विधायक हैं डोईवाला क्षेत्र से जो देहरादून से लगा हुआ है. वहीँ त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बदली राजनीतिक परिस्थतियों में चुनाव लड़ने की अनिच्छा जताते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सामने एक तरह असहज स्थिति पैदा कर दी है।राजनीतिक पंडितों कि मानें तो त्रिवेंद्र को संगठन चुनाव लड़ाने के मूड में नहीं था. लेकिन अब त्रिवेंद्र सिंह रावत के पत्र से साफ़ हो गया है कि वो चुनाव नहीं लड़ेंगे. ऐसे में डोईवाला सीट से कौन लड़ेगा चुनाव यह भी जल्द साफ़ हो जायेगा. राजनीतिक पंडितों कि माने तो डोईवाला, हरिद्वार, ऋषिकेश, नरेंद्र नगर में समीकरण बदले नजर आ सकते हैं. तस्वीर क्या और कैसी होगी जल्द साफ़ हो जाएगी. फिलहाल, सबकी नजर पहली लिस्ट पर लगी हैं. भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को लिखे एक पत्र में देहरादून की डोइवाला विधानसभा सीट से विधायक रावत ने कहा कि राज्य में नेतृत्व परिवर्तन हुआ है और पुष्कर सिंह धामी के रूप में युवा नेतृत्व मिला है। उन्होंने कहा, ‘‘बदली राजनीतिक परिस्थितियों में मुझे विधानसभा चुनाव 2022 नहीं लड़ना चाहिए, मैं अपनी भावनाओं से पूर्व में ही अवगत करा चुका हूं। ’’हस्तलिखित पत्र में रावत ने स्वयं को ‘भाजपा कार्यकर्ता’ बताते हुए यह भी कहा है कि उत्तराखंड चुनाव के मद्देनजर वह अपना पूरा समय धामी के नेतृत्व में दोबारा सरकार बनाने के लिए काम करने में लगाना चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘आपसे अनुरोध है कि मेरे चुनाव नहीं लड़ने के अनुरोध को स्वीकार करें ताकि मैं अपना पूरा प्रयास सरकार बनाने में लगा सकूं।’’ पिछले साल मार्च में राज्य में नेतृत्व परिवर्तन करते हुए भाजपा ने त्रिवेंद्र सिंह रावत की जगह तीरथ सिंह रावत को राज्य की कमान सौंप दी थी। हालांकि, बाद में विधानसभा सदस्य बनने की अनिवार्यता पूरी नहीं हो पाने के कारण तीरथ सिंह को हटाकर पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री बनाया गया।