देहरादून : “भोले का कर्नल” अजय कोठियाल भाजपा में शामिल, आप को महा-झटका
कर्नल कोठियाल ने कहा कि सीएम पुष्कर सिंह धामी की चंपावत उपचुनाव में जीत होगी
देहरादून : कर्नल (सेवानिवृत) अजय कोठियाल जो उत्तराखंड में मुख्यमंत्री का चेहरा थे आम आदमी पार्टी की तरफ से 2022 विधानभा चुनाव में वे अब भारतीय जनता पार्टी शामिल हो गए हैं. मंगलवार को खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक की मौजूदगी में कर्नल कोठियाल ने भाजपा के परिवार में शामिल हो गए. लोग उन्हें भोले का कर्नल कहते हैं.
आम आदमी पार्टी, उत्तराखंड के सीएम चेहरा रहे कर्नल @ColAjayKothiyal जी एवं आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रहे श्री भूपेश उपाध्याय जी सहित आम आदमी पार्टी के 500 से अधिक कार्यकर्ताओं ने आज भाजपा प्रदेश कार्यालय, देहरादून में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। pic.twitter.com/UxyeU6w2wd
— Madan Kaushik (@madankaushikbjp) May 24, 2022
कोठियाल के साथ उनके करीब 150 समर्थकों ने बीजेपी ज्वाइन की है. उनके साथ कांडा-कपकोट विधानसभा सीट चुनाव लड़े भूपेश उपाध्याय ने भी भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कर ली है. आपको बता दें कि कोठियाल ने गंगोत्री विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था और वह हार गए थे. साथ ही आप के अन्य प्रत्याशियों की भी जमानत जब्त हो गई थी. मंगलवार शाम को भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित समारोह में कर्नल कोठियाल ने सीएम पुष्कर सिंह धामी, प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक सहित वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में भाजपा ज्वाइन की. कहा कि आप ज्वाइन करना उनकी सबसे बड़ी भूल थी. पार्टी ज्वाइन करने के बाद कोठियाल ने कहा कि भाजपा की विचारधारा को जनमानस तक पहुंचाने का कार्य करेंगे. केदारनाथ में किये काम ने कर्नल कोठियाल काफी नाम दिया. लोगों ने उनके काम की तारीफ की. उसके बाद कई काम उन्होंने किये जिनसे लोग प्रभावित हुए. लेकिन राजनीती में शुरुवाती दौर पर फेल हो गए. अब देखना होगा भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के बाद कितना वे सफल होते हैं. कर्नल कोठियाल ने कहा कि सीएम पुष्कर सिंह धामी की चंपावत उपचुनाव में जीत होगी. आपको बता दें कि कर्नल कोठियाल के साथ ही प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष भूपेश उपाध्याय सहित बड़ी संख्या में उनके समर्थकों ने पिछले बुधवार को पार्टी से इस्तीफा दिया था. कोठियाल का कहना है कि प्रदेश के पूर्व सैनिकों, बुजुर्गों, महिलाओं सहित युवाओं की भावनाओं के चलते उन्होंने आप से इस्तीफा दिया था. उन्होंने इससे पहले स्वैच्छिक सेवानिवृति लेकर आम आदमी पार्टी ज्वाइन की थी. आम आदमी पार्टी को इतना बड़ा नुक्सान होगा किसी ने सोचा नहीं था. हर दिन कोई न कोई आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे रहा है. ऐसे में अब न संगठन रह गया न नेता कोई प्रदेश में. जो हैं वे भी शांत बैठे हुए हैं.