ऋषिकेश में वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन पीजी कॉलेज में हुआ, मुख्य अतिथि गिरीश डोभाल रहे

ऋषिकेश: राज्य स्थापना रजत जयंती 2025 में आयोजित कार्यक्रम के अन्तर्गत आज दिनांक 04.11.2025 श्रीदेव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय के पं0 ललित मोहन शर्मा परिसर, ऋषिकेश में वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया इस कार्यक्रम का शुभारम्भ गिरीश डोभाल, उपाध्यक्ष राज्य मौन परिषद द्वारा दीप प्रज्वलन और सरस्वती वन्दना से हुआ। स्वागत भाषण परिसर निदेशक प्रो0 एम0 एस0 रावत द्वारा किया गया। कार्यक्रम के संयोजक प्रो0 दिनेश शर्मा ने कार्यक्रम की रूपरेखा का विवरण प्रस्तुत किया और साथ ही सभी आये हुये अतिथियों का स्वागत किया। 

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गिरीश डोभाल, उपाध्यक्ष राज्य मौन परिषद उत्तराखण्ड सरकार ने विद्यार्थियों और प्रतिभागियों का उद्बोधन करते हुए उन्हें जीवन के स्वरूप और सफलता प्राप्त करने हेतु अपेक्षित अनुशासन और व्यवहार प्रणाली संे सम्बन्धित आवश्यक निर्देश प्रदान किये। उन्होंने विद्यार्थियों के लिए अपनी रूचियों, क्षमताओं, सीमाओं और सम्भावनाओं की पहचान को परम आवश्यक बताया।परिसर निदेशक प्रो0 एम0 एस0 रावत द्वारा मुख्य अतिथि को प्रतीक चिह्न भेंट कर सम्मानित किया गया। धन्यवाद ज्ञापन के साथ उद्घाटन सत्र की समाप्ति हुई और आशु वाद-विवाद प्रतियोगिता प्रांरभ हुई। श्रीदेव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय के परिसर तथा अन्य सम्बद्ध महाविद्यालयों से आयी 15 टीमों ने प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया। प्रो0 अंजू अग्रवाल, भूतपूर्व निदेशक उच्च शिक्षा, उत्तराखण्ड, प्रो0 सुधीर कुमार चतुर्वेदी एस0आर0टी0 परिसर, बादशाहीथौल एवं प्रो0 लक्ष्मी प्रसाद जोशी, संस्कृत विश्वविद्यालय हरिद्वार प्रतियोगिता के निर्णायक रहे।
इस प्रतियोगिता में पं0 ललित मोहन शर्मा परिसर, ऋषिकेश की टीम प्रथम स्थान, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, डोईवाला द्वितीय स्थान एवं राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय गोपेश्वर तृतीय स्थान पर रही। इस अवसर पर अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो0 हेमलता मिश्रा, तीनों संकायों के संकायाध्यक्ष प्रो0 पी0 के0 सिंह, प्रो0 एस0 पी0 सती एवं प्रो0 विजय प्रकाश श्रीवास्तव तथा प्रो0 कल्पना पन्त, प्रो0 संगीता मिश्रा, प्रो0 पूनम पाठक, प्रो0 अधीर कुमार, प्रो0 अरूणा सूत्रधार, प्रो0 ए0 पी0 दुबे, प्रो0 अटल त्रिपाठी, प्रो0 हेमन्त शुक्ला, प्रो0 गौरव वाष्र्णेय, प्रो0 स्मिता बडोला एवं अन्य गणमान्य जन उपस्थित रहे।



