बाढ़, आवारा पशु और आधार केंद्र की मांग पर बीना चौहान ने आयोग अध्यक्ष को सौंपा ज्ञापन

ऋषिकेश : जिला पंचायत सभागार में आयोजित छठे वित्त आयोग की जिला स्तरीय समीक्षा बैठक में कनिष्ठ प्रमुख बीना चौहान ने क्षेत्र की प्रमुख समस्याओं को आयोग के अध्यक्ष एन ०रविशंकर को अवगत कराया।बैठक में उन्होंने अपने क्षेत्र की कई गंभीर समस्याओं को विस्तारपूर्वक रखते हुए कहा कि सौगं नदी में बरसात के दिनों में बाढ़ आने से गोहरीमाफी एवं खदरीखड़कमाफ के आसपास के गाँवों में हर वर्ष ग्रामीणों के घरों तक पानी घुस जाता है, जिससे किसानों की फसलें नष्ट हो जाती हैं। बावजूद इसके अब तक इस दिशा में कोई ठोस कार्य नहीं हो पाया है। विभागों की सर्वे रिपोर्ट बनाते–बनाते पूरा वर्ष बीत जाता है, पर समाधान अधूरा ही रहता है।

क्षेत्र में आवारा पशुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। आवारा सांड और गौवंश कई बार ग्रामीणों पर हमला कर देते हैं, जिससे कई लोगों की मृत्यु तक हो चुकी है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में इनकी रोकथाम हेतु किसी प्रकार की उचित व्यवस्था उपलब्ध नहीं है।उन्होंने गौशाला फार्म की स्थापना की आवश्यकता पर जोर दिया।न्याय पंचायत श्यामपुर क्षेत्र में स्थायी आधार कार्ड केंद्र का अभाव होने के कारण ग्रामीणों को कई सरकारी योजनाओं से वंचित होना पड़ रहा है। उन्होंने मांग की कि खदरीखड़कमाफ क्षेत्र में स्थायी आधार केंद्र स्थापित किया जाए और इसके लिए भवन भी उपलब्ध कराया जाए।श्यामपुर क्षेत्र में मृत पशुओं के निस्तारण की कोई व्यवस्था नहीं होने से ग्रामीण बहुत परेशान हैं। न जिला पंचायत और न ही स्थानीय पंचायत स्तर पर कोई सुविधा उपलब्ध है, जबकि इसकी अत्यंत आवश्यकता है।कनिष्ठ प्रमुख बीना चौहान ने आयोग के अध्यक्ष से कहा कि ये सभी समस्याएँ अत्यंत गंभीर हैं और इनके समाधान के लिए शीघ्र कार्रवाई की जानी आवश्यक है।



