भगवानपुर : पुतला फूंकने वाले पर बरसी विधायक ममता राकेश…बोली, जो खुद आरोपी हो वह संत की श्रेणी में नहीं आते (Video)

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भगवानपुर : हरिद्वार जिले के ग्रामीण क्षेत्र भगवानपुर से खबर है. आयुष्मान भारत ब्लॉक स्वास्थ्य मिले के दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए क्षेत्रीय विधायक ममता राकेश ने उनका पुतला फूकने वाले संतों पर जमकर बरसते हुए कहा कि संत वह होते हैं जो भेदभाव ना करके सबको समान दृष्टि से देखें संतों में अभिमान नहीं होना चाहिए.संत कभी राजनीतिक से प्रेरित होकर कार्य नहीं करते.

विधायक ममता राकेश का बयान सुनिए-

 

उन्होंने कहा कि मेरे संज्ञान में आया है जो अपने आप को संत कहते हैं वह संत कहलाने के अधिकारी भी नहीं है. क्योंकि उन पर 2013 से भूमि कब्जाने का मुकदमा चल रहा है. जो खुद आरोपी हो वह संत कि श्रेणी में नहीं आते. उन्हें अपनी कार्यशैली में सुधार करना चाहिए राजनीतिक भावनाओं से प्रेरित नहीं होना चाहिए. इस समय धार्मिक भावनाओं को भड़काने के बजाय एक सामाजिक सौहार्द का माहौल बनाने का प्रयास करना चाहिए. वह अपने आप को संत बता रहे हैं मैं दावे के साथ कहती हूं कि उन्होंने भगवानपुर में आज तक कोई कथा या भागवत कथा कोई प्रवचन नहीं किये हैं .अच्छा होता कि वह भगवानपुर के लोगों को समझाने में आपस में प्यार मोहब्बत पैदा करने का संदेश देते. उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री वह वर्तमान सांसद निशंक पोखरियाल से आग्रह करते हुए कहां की वह डाडा जलालपुर जा रहे हैं वहां जो लोग घायल हुए उन्हें समान दृष्टि से देखते हुए निष्पक्ष न्यायिक जांच कराने की उन्होंने मांग की. उन्होंने कहा कि मैं यह भी मांग करती हूं जिन लोगों के घरों में आग लगा दी गई वाहन जला दिए गए ई रिक्शा जला दी गई उन्हें 20-20 लाख रुपए मुआवजा धनराशि दी जाए.

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हम आपको बता दें की गत दिनों पहले भगवानपुर थाना क्षेत्र में डाडा जलालपुर गांव में हनुमान जयंती निकालने के दौरान दो अलग-अलग समुदाय के लोगों में संघर्ष हो गया था. उस दौरान कई लोग घायल हुए और आगजनी में कई वाहन वह घर भी चपेट में आ गए थे. उसके बाद हरिद्वार से आए कुछ संतों ने टोल प्लाजा पर क्षेत्रीय विधायक ममता राकेश का पुतला दहन किया था.

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