दिल्ली : “नदियां हैं तो दुनिया है, नदियां हैं तो हम हैं”, इसलिए यमुना नदी का संरक्षण हमारी जिम्मेदारी है-स्वामी चिदानंद सरस्वती


- बागेश्वर धाम सरकार धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री, मलूकपीठाधीश्वर राजेंद्र दास महाराज और स्वामी चिदानन्द सरस्वती की दिव्य भेंटवार्ता
दिल्ली : बागेश्वर धाम सरकार धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री, मलूकपीठाधीश्वर राजेंद्र दास महाराज और स्वामी चिदानन्द सरस्वती की मुलाकात हुई राजधानी में…भेंटवार्ता में मलूकपीठाधीश्वर राजेंद्र दास महाराज, स्वामी चिदानन्द सरस्वती और धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने भारत के महान भविष्य और समाज में समानता पर महत्वपूर्ण विचार साझा किए। स्वामी ने कहा कि आज की युवा पीढ़ी को संग दिल इंडिया बनाना है और वसुधैव कुटुम्बकम् की भावना को अपनाना है।यमुना जी के प्रदूषण मुक्त और स्वच्छ बनाने के लिए ‘यमुना यात्रा’ की आवश्यकता पर भी विस्तृत चर्चा हुई। स्वामी जी ने कहा, “नदियां हैं तो दुनिया है, नदियां हैं तो हम हैं”, इसलिए यमुना नदी का संरक्षण हमारी जिम्मेदारी है। सभी को इस मिशन में जुड़ने और योगदान देने की अपील की गई।समाज के हर हिस्से को मुख्यधारा में लाकर हम एक समृद्ध और शांतिपूर्ण भारत बना सकते हैं। आइए, हम सभी मिलकर यमुना नदी और पर्यावरण की रक्षा करें और एकजुट होकर अपने राष्ट्र को महान बनाएं।