ऋषिकेश की धरती से सेवानिवृत कर्मियों का ऐलान, EPS 95 के तहत केंद्र सरकार को दिया एक महीने का समय, नहीं तो करो या मरो होगा आन्दोलन
इससे पहले कई बार धरना प्रदर्शन,भूख हड़ताल समेत कई बार आन्दोलन कर चुके हैं

- ऋषिकेश :EPS 95 NAC उत्तराखंड की बैठक, 7500+महंगाई भत्ता पेंशन की मांग, एक महीने का समय केंद्र सरकार को दिया नहीं तो करो या मरो आन्दोलन होगा
- देश भर में कुल 78 लाख कर्मचारी हैं जो न्यूनतम पेंशन की मांग कर रहे हैं
- सेवानिवृत कर्मियों ने की अपील, EPS 95 की अलख जगा कर रखें
- देश भर में 36 लाख 60हजार परिवार ऐसे हैं जो १ हजार से कम पेंशन पा रहे हैं , जो अन्याय बताया

ऋषिकेश :N.A.C. उत्तराखंड की न्यूनतम पेंशन यानी EPS 95 बढ़ोतरी की मांग को लेकर सेवानिवृत कर्मी फिर एकजुट हुए. शनिवार को गुमानीवाला में EPS 95 NAC उत्तराखंड, राष्ट्रीय संघर्ष समिति उत्तराखंड, विशेष प्रांतीय आम सभा गुमानी वाला में आयजित हुई हुई. जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष कमांडर अशोक राउत (से.नि) राष्ट्रीय महासचिव, वुरेन्द्र सिंह राजावत, सरिता ताई, राष्ट्रीय मुख्य समन्वयक, रमाकांत नरगुंड, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पूरण सिंह मथुरा से और सुरेश डंगवाल मौजूद रहे.शानदार हुई इस बैठक के संयोजक भुवन चंद फुलारा थे. इस दौरान लगभग २०० से ज्यादा लोग मौजूद रहे. इन सभी की मांग है पेंशन 7500+ महंगाई भत्ता मिले. सन 1995 में योजना बनी थी उसके बाद आज तक इनको पेंशन जो जायज है वह नहीं मिली है. इसी की मांग ये लम्बे समय से करते आ रहे हैं. देश भर से यहाँ पदाधिकारी पहुंचे थे. सभी ने एकजुट रह कर लड़ाई लड़ने का आह्वान किया है. एक महीना का समय दिया केंद्र सरकार को. अगर एक महीने में सरकार हमारी मांगें नहीं मानती है तो फिर करो या मरो वाला आन्दोलन करना पड़ेगा. लेकिन हम अपना हम ले कर रहेंगे. कमांडर अशोक राउत के अनुसार वे दो बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिल चुके हैं, श्रम मंत्री से मिल चुके हैं.प्रधानमंत्री ने मुलाकात के दौरान कहा इनको मिलना चाहिए अब कब मिलेगा उसी का इन्तजार है. उन्होंने उम्मीद जताई जल्द ही इस पर फैसला केंद्र सरकार लेगी और हमें हमारा हक़ मिलेगा. इस दौरान बैठक के अंत में पहलगाम हमले में अपनी जान गँवा चुके, अहमदाबाद हवाई जहाज दुर्घटना में निधन हए लोगों और केदारनाथ में हेलीकाप्टर हादसे में अपनी जान गँवा चुके लोगों के लिए मौन रख कर श्रधान्जली भी दी गयी. साथ ही विश्व योग दिवस के अवसर पर संकल्प लिया गया आज से सभी योग करेंगे और कराएँगे. इस दौरान वहां मौजूद उपस्थित ने भी योग किया. इस अवसर पर जो मौजूद रहे प्रमुख तौर पर उनमें कर्णपाल सिंह, वीरेंदर, राकेश, गजेन्द्र रावत, राजपाल यादव, पान सिंह नेगी, रामनगर से, प्रमोद शर्मा इत्यादि लोग मौजूद रहे. संयोजक भुवन चंद फुलारा ने सभी आगुन्तकों का आभार जताया.

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EPS 95 है क्या ?
EPS 95, जिसे कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) द्वारा संचालित कर्मचारी पेंशन योजना 1995 भी कहा जाता है, एक सामाजिक सुरक्षा योजना है जो संगठित क्षेत्र के कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति, विकलांगता या मृत्यु के बाद मासिक पेंशन प्रदान करती है. यह योजना उन कर्मचारियों के लिए वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करती है जिन्होंने कम से कम 10 साल की सेवा पूरी की है.
EPS 95 के बारे में मुख्य बातें:
शुरुआत:
19 नवंबर, 1995 को शुरू की गई.
संचालन:
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) द्वारा.
पात्रता:
कम से कम 10 साल की सेवा पूरी करने वाले कर्मचारी.
लाभ:
सेवानिवृत्ति, विकलांगता या मृत्यु के बाद मासिक पेंशन.
न्यूनतम पेंशन:
वर्तमान में, न्यूनतम पेंशन 1,000 रुपये प्रति माह है.
पेंशन में वृद्धि की मांग:
कर्मचारी संघों द्वारा पेंशन राशि को 7,500 रुपये प्रति माह करने और महंगाई भत्ते (डीए) के साथ जोड़ने की मांग की जा रही है.
EPS 95 का उद्देश्य:
संगठित क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए सेवानिवृत्ति के बाद एक सुरक्षित और स्थिर वित्तीय भविष्य प्रदान करना है. EPS 95 के तहत, नियोक्ता और कर्मचारी दोनों EPFO में योगदान करते हैं। कर्मचारी के मूल वेतन और महंगाई भत्ते का 12% EPFO में जमा किया जाता है, जिसमें से 8.33% EPS में और 3.67% EPF में जाता है.