श्रीनगर :अलकनंदा नदी के किनारे श्मशान घाट में अंकिता का हुआ अंतिम संस्कार, लोगों ने दी अपने भुली को नम आंखों से विदाई
लोगों का अंतिम संस्कार के दौरान देखा गया हुजूम
श्रीनगर : अंकिता भंडारी की रविवार शाम अलकनंदा नदी के किनारे अन्तयेष्टि कर दी गयी। इस दौरान माहौल काफी तनावर्ण के साथ साथ गमगीन हो गया। जब अंकिता के पिता ने लोगों से अपील की।किसी ने अपनी भुली तो दुःखी पिता ने अपनी लाडली बेटी को कहा अलविदा…।
आपको बता दें, भाजपा के पूर्व मंत्री डॉ विनोद आर्य के बेटे पुलकित के रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी के मर्डर के बाद लोगों में काफी गुस्सा था। यही वजह थी कि घरवाले भी रविवार को अंकिता का अंतिम संस्कार करने के लिए तैयार नहीं थे। हालांकि, प्रशासन के काफी समझाने के बाद अंकिता के घरवालों ने रविवार को बेटी का अंतिम संस्कार कर दिया।
अंकिता के शव को ऋषिकेश एम्स के मॉर्चुरी से श्रीनगर घर लाया गया शनिवार देर शाम फिर आज श्मशान ले जाया गया। इस दौरान रास्ते में लोगों ने एंबुलेंस रोकने की कोशिश की। हालांकि, अंकिता के पिता ने विरोध कर रहे लोगों को समझाया, जिसके बाद लोगों ने रास्ता दिया। बाद में अलकनंदा नदी के किनारे स्थित श्मशान घाट में अंकिता का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
अंकिता की PM रिपोर्ट !
आपको बता दें कि इससे पहले, अंकिता के गृह नगर श्रीनगर में भारी भीड़ ने उसकी फोटो लेकर विरोध-प्रदर्शन किया था। पूरे राज्य भवन जगह से जगह लोगों की भावनाएं सामने आ रहीं थी और हत्यारों को फांसी देने की मांग कर रहे थे। वहीं, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक, अंकिता की मौत पानी में डूबने से हुई। हालांकि, धक्का देने से पहले उसके साथ मारपीट भी की गई थी ! क्योँकि, अंकिता के शरीर पर चोट के निशान भी मिले हैं। लेकिन पीएम रिपोर्ट में रेप की बात अभी नहीं है।
दरअसल, पोस्ट मार्टम रिपोर्ट से अंकिता भंडारी के पिता वीरेंद्र सिंह भंडारी और घरवाले खुश नहीं थे। यही वजह थी कि उन्होंने बेटी का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया था। हालांकि, बाद में पुलिस और प्रशासन ने बातचीत कर किसी तरह घरवालों को मनाया और इसके बाद अंकिता का अंतिम संस्कार किया गया।
अंकिता के पिता वीरेंद्र भंडारी ने पुलिस और प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा- जिस रिसॉर्ट में सबूत थे, प्रशासन ने उसे ही बुलडोजर से तोड़ डाला, आखिर ऐसा क्यों किया गया? क्या ये सबूत मिटाने के इरादे से किया गया है ? इस संबंध में जिलाधिकारी का कहना है कि रिसॉर्ट पर बुलडोजर चलाने का ऑर्डर किसने दिया, इस बात की जांच की जा रही है।
अंकिता मर्डर केस में अब तक 3 गिरफ्तार :
अंकिता के मर्डर का आरोप उत्तराखंड के पूर्व मंत्री विनोद आर्य के बेटे पुलकित आर्य पर है। 19 साल की अंकिता उसके रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट का काम करती थी। वह 18 सितंबर की रात 8 बजे पुलकित आर्य, उसके रिसॉर्ट मैनेजर सौरभ भास्कर और अंकित के साथ ऋषिकेश गई थी। हालांकि, ये तीनों तो लौट आए लेकिन अंकिता वापस नहीं आई। पुलिस ने तीनों पर हत्या की धाराएं लगाते हुए इन्हें गिरफ्तार कर लिया है। कोर्ट ने तीनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
ऋषिकेश में रविवार को भी लोगों का विरोध देखने व मिला।घाट चौक पर सर्वदलीय विरोध हुआ फिर शाम को त्रिवेणी घाट तक एक मशाल जुलुश निकाला गया।जिसमें सभी दलों, वर्गों के लोग थे। सभी की एक ही मांग थी कि अंकिता के हत्यारों को फांसी दी जाए। हालांकि सीएम धामी के निर्देश पर एसआईटी जांच का गठन किया गया और फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट मे मामला चलने की बात कही गयी है। ताकि अंकिता को न्याय मिल सके।