सिरासू गांव को पर्यटन की दृष्टि से मॉडल के रूप में विकसित करने के लिए कार्ययोजना तैयार की जाएगी: डीएम


- सिरासू गांव में आयोजित हुआ चौपाल, डीएम ने सुनी ग्रामीणों की समस्याएं
- जिलाधिकारी ने ग्रामीणों को पर्यटन की दृष्टि पर कार्य करने के दिए सुझाव
यमकेश्वर/ऋषिकेश : सरकार के तीन वर्षों के पूर्ण होने के उपलक्ष्य में विकासखंड यमकेश्वर के सिरासू गांव में जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान की अध्यक्षता में रात्रि चौपाल का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने ग्रामीणों से बातचीत की और उनकी समस्याओं का समाधान करने के साथ-साथ पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अहम सुझाव दिए। जिलाधिकारी के गांव में पहुंचने पर ग्रामीण काफी उत्साहित नजर आए। उन्होंने कहा कि जनपद के पहले जिलाधिकारी हैं जिन्होंने गांव में रात्रि चौपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्या सुनने के साथ साथ पर्यटन की दृष्टि पर कार्य करने के सुझाव दिए हैं।
जिलाधिकारी ने कहा कि सिरासू गांव को पर्यटन की दृष्टि से एक मॉडल के रूप में विकसित किया जा सकता है। गंगा नदी तट पर स्थित इस गांव में वेडिंग डेस्टिनेशन की संभावनाओं पर भी विचार किया गया। उन्होंने उप जिलाधिकारी और खंड विकास अधिकारी को निर्देशित किया कि गांव में झूला पुल की मरम्मत, दुकानों के लिए स्थल चयन, चेंजिंग रूम, शौचालय, पैदल रास्तों की मरम्मत, साफ-सफाई, स्ट्रीट लाइट, आदि की योजना तैयार कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। जिलाधिकारी ने कहा कि वेडिंग डेस्टिनेशन के लिए एनआरएलएम समूह की महिलाओं को जोड़ने की दिशा में भी कदम उठाए जाएं, ताकि वे भी इस क्षेत्र से जुड़कर अपनी आर्थिकी को बेहतर बना सकें। इसके अतिरिक्त, उन्होंने सिरासू गांव के लिए एक वेबसाइट बनाने का सुझाव दिया, जिससे पर्यटकों को स्थल की जानकारी और वेडिंग डेस्टिनेशन की जानकारी प्राप्त हो सके। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि इस क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सभी आवश्यक कार्यों को शीघ्र पूरा किया जाए, ताकि बड़ी संख्या में पर्यटक आकर्षित हो सकें और उन्हें सभी सुविधाएं उपलब्ध हो सकें।
इस दौरान चौपाल में ग्रामीणों ने पेयजल, होमस्टे रिन्युवल, मोटर मार्ग की मरम्मत सहित अन्य समस्याएं रखी। जिलाधिकारी ने होमस्टे रिन्युवल की शिकायत पर पर्यटन अधिकारी को होमस्टे के ऑनलाइन रिन्युवल में हो रही परेशानी को देखते हुए ऑफलाइन रिन्युवल करने के निर्देश दिए हैं। पेयजल की शिकायत पर उन्होंने खंड विकास अधिकारी को गांव का सर्वे कर 72 घंटे में रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा। कहा कि गांव में पेयजल की दिक्कत होती है तो संबंधित विभाग की जिम्मेदार तय की जाएगी। इस दौरान ग्रामीणों ने सिरासू मोटर मार्ग की मरम्मत करने की मांग की। जिलाधिकारी ने सम्बन्धित विभाग के अधिकारी को मार्ग के क्षतिग्रस्त स्थलों को ठीक करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने यह भी कहा दैवीय आपदा में क्षतिग्रस्त हुए छोटे छोटे कार्यों को भी पूर्ण किया जाए। इसके अलावा उन्होंने समाज कल्याण विभाग से पेंशन का लाभ, कृषि को किसान पेंशन, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना का लाभ, मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार सहित अन्य योजनाओं का लाभ ग्रामीणों को पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। मौके पर पीडी डीआरडीए विवेक कुमार उपाध्याय, जिला विकास अधिकारी मनविंदर कौर, उपजिलाधिकारी यमकेश्वर अनिल चन्याल, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. विशाल शर्मा, जिला प्रोबेशन अधिकारी अरविंद कुमार,खंड विकास अधिकारी दृष्टि आनंद, सहायक समाज कल्याण अधिकारी महेश प्रताप, सहित अन्य अधिकारी व ग्रामीण उपस्थित थे।