पौड़ी : पौड़ी में कृत्रिम मेधा (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के युग में मीडिया की भूमिका‘‘ की थीम पर किया गया गोष्ठी का आयोजन

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  • ‘‘तकनीक का नियंत्रित और समझदारी के साथ उपयोग करने में ही समझदारी:- जिला सूचना अधिकारी‘‘
  • ‘‘न्यू मीडिया के वर्तमान समय में पारदर्शिता, निष्पक्षता और निर्भिकता के साथ पत्रकारिता करना चुनौतीपूर्ण होता जा रहा है – त्रिभुवन उनियाल ‘‘

पौड़ी : जिला सूचना अधिकारी पौड़ी वीरेन्द्र सिंह राणा की अध्यक्षता में सूचना कार्यालय पौड़ी में ‘‘कृत्रिम मेधा (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के युग में मीडिया की भूमिका‘‘ विषय पर राष्ट्रीय प्रेस दिवस-2023 की गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिला सूचना अधिकारी द्वारा प्रेस दिवस पर सभी मीडिया कर्मियों को शुभकामनाएं दी गयी तथा गोष्ठी में उपस्थित मीडिया कर्मियों का स्वागत करने के साथ ही केन्द्रित विषय पर सभी मीड़ियाकर्मियों को अपने विचारों को व्यक्त करने हेतु आमंत्रित किया गया। इस दौरान उपस्थित मीडिया कर्मियों ने अपने विचार रखे।

आयोजित गोष्ठी में वरिष्ठ पत्रकार त्रिभुवन उनियाल ने अपने विचार रखते हुए कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग हर जगह बढ़ रहा है इसके जितने फायदे हैं उतने नुकसान भी है, इसलिए तकनीक से सामजस्य बिठाना आवश्यक है। कहा कि आज के समय सकारात्मक व जनपक्ष की पत्रकारिता करते हुए सभी मीडिया कर्मियों को आत्मचिंतन व सहयोग की भावना से कार्य करते हुए जन सामान्य के मुद्दों को प्रमुखता से उठाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफार्म को भी समय के अनुकूल अब अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान देने के बारे में मंथन करने की जरूरत है और समाचारों को उत्तरदायित्व निर्धारित करते हुए कार्य करने की आवश्यकता है।

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अंत में जिला सूचना अधिकारी वीरेन्द्र सिंह राणा ने अपने सम्बोधन में कहा कि ‘‘कृत्रिम मेधा (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के युग में मीडिया की भूमिका‘‘ विषय पर मीडिया द्वारा जो बहुमूल्य विचार व्यक्त किये गये है उनको उचित माध्यम से संज्ञान में लाकर इम्प्लीमेंट करने का प्रयास किया जायेगा। इस दौरान उन्होंने कहा कि राष्ट्र निर्माण में मीडिया की भूमिका विषय को इसलिए रखा गया है ताकि जब भारत 2047 तक अपने को विकसित राष्ट्र की श्रेणी में देखना चाहता है तो उसके लिए मीडिया को अपनी भूमिका को पुनः निर्धारित व परिभाषित करने की जरूरत है। वर्तमान ग्लोबल युग में जो विश्वव्यापी बदलाव दृष्टिगोचर हो रहे है उसके अनुकूल मीडिया को अपने आपको तैयार करना होगा। उन्होंने कहा कि ‘‘अति सर्वत्र वर्जयेत्‘‘ अति किसी भी चीज की बुरी होती है, यह बात तकनीक के उपयोग करने पर भी लागू होती है। उन्होंने कहा कि तकनीक का सहारा उतना ही लिया जाना चाहिए जिससे हमें चीजों को करने में आसानी हो किन्तु किसी भी हालात में तकनीक ही पूरी तरह निर्भरता और तकनीक को अपने ऊपर हावी नही होने देना है।

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इस दौरान गोष्ठी में वरिष्ठ पत्रकार त्रिभुवन उनियाल, गुरुवेंद्र नेगी, मुकेश बछेती, कुलदीप बिष्ट, सिद्धान्त उनियाल, जसपाल नेगी, गणेश नेगी, महेन्द्र नेगी, पंकज रावत, गब्बर सिंह भण्डारी, प्रदीप कुमार, भगवान सिंह, दीपक नौडियाल सहित सूचना विभाग से अतिरिक्त सूचना अधिकारी सुनील तोमर, संरक्षक प्रमोद बर्तवाल, हरेन्द्र कुमार उपस्थित थे।

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