परमार्थ विद्या मन्दिर में दीपावली महोत्सव का भव्य आयोजन हुआ, दीप प्रज्वलित कर दीपों के साथ दीपावली का पर्व मनाने का दिया संदेेश

- परमार्थ विद्या मन्दिर में दीपावली महोत्सव का भव्य आयोजन, परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती, डिवाइन शक्ति फाउंडेशन की अध्यक्ष साध्वी भगवती सरस्वती और विश्व के 10 से अधिक देशों से आये योग जिज्ञासुओं और अन्य विशिष्ट अतिथियों ने किया सहभाग
- दीप प्रज्वलित कर दीपों के साथ दीपावली का पर्व मनाने का दिया संदेेश
- परमार्थ विद्या मन्दिर के बच्चों ने पुराने सामानों का पुनः उपयोग करके दीये, तोरण, झूमर, झालर और साज-सज्जा की अन्य वस्तुएं बनाईं। उनकी रचनात्मकता और पर्यावरण के प्रति यह संवेदनशीलता अद्भुत
- पर्यावरण संरक्षण के साथ परंपराओं के संरक्षण का दिया संदेेश

दीयों की यह ज्योति सभी जीवन में समृद्धि, शांति, और प्रेम का प्रकाश लाये। साथ ही उन कारीगरों के जीवन में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार हो। इस दीपावली पर, आइए हम सब मिलकर दीये जलाएं और दीये बनाने वालों के चेहरे पर भी मुस्कान लाएं।साध्वी भगवती सरस्वती ने कहा कि दीपावली का पर्व हमें अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाता है। यह पर्व हमें अपने अंदर की नकारात्मकता को दूर करके सकारात्मकता को अपनाने की प्रेरणा देता है। इस त्योहार का वास्तविक अर्थ ही है आत्मशुद्धि और सामाजिक समरसता आप सभी अपने विद्यालय, परिवार व समाज में समरसता बनाये रखे।साध्वी ने बच्चों को बताया कि भगवान श्रीराम 14 वर्षों के वनवास और रावण पर विजय प्राप्त करने के बाद अयोध्या लौटे थे। अयोध्यावासियों ने उनके आगमन की खुशी में दीप जलाए और दीपावली मनायी। उन्होंने सभी बच्चों को भगवान श्रीराम की तरह मर्यादा युक्त जीवन जीने का संकल्प कराया और दीपक के प्रकाश की तरह आत्मप्रकाश को जागृत करने का संदेश दिया।दीपावली महोत्सव के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें बच्चों और शिक्षकों ने भाग लिया। इन कार्यक्रमों ने सभी को आनंद और उत्साह से भर दिया और आने वाले दीपावली के पर्व को और भी खास बना दिया। स्वामी चिदानन्द सरस्वती और साध्वी भगवती सरस्वती के पावन सान्निध्य और आशीर्वाद ने इस आयोजन को और भी आनंददायक व गरिमामय बना दिया। इस अवसर पर गंगा नन्दिनी, आचार्य दीपक शर्मा, श्रीमती पूनम, भारती, उपासना, आशा गैरोला, जिमी, करूणा, भगत सिंह, टिफनी, रोहन, शिवानी और विश्व के कई देशों से आये योग जिज्ञासुओं, योगाचार्यो आदि ने सहभाग किया। आज विश्व कलाकार दिवस पर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले नन्हे-नन्हें बच्चों को उपहार देकर सम्मानित किया और इस उत्कृष्ट कार्यक्रम के लिये सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं, ऋषिकुमारों और सभी अगंतुकों को धन्यवाद दिया।