रायवाला थाने में गुजरात निवासी जय जोशी के खिलाफ मुक़दमा दर्ज युवक को धोखाधड़ी से म्यांमार भेजने के आरोप में, CM से लगाईं गुहार
गए थे थाईलैंड नौकरी के लिए पहुंचा दिए म्यांमार
- विधान गौतम की बहन जिया गौतम की शिकायत पर मुक़दमा दर्ज कर लिया जय जोशी के खिलाफ
- पुलिस टीम जय जोशी को गिरफ्तार करने गुजरात रवाना
- कई युवक कैद हैं म्यांमार में, एक खटीमा का भी है युवक
- यदि जल्दी ही हमें इनके चंगुल से नहीं छुड़ाया गया तो ये लोग हमें मार देंगे: विधान गौतम
ऋषिकेश/रायवाला : युवकों को म्यांमार भेजने वाले आरोपी के खिलाफ रायवाला थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया है. पीड़ित परिवार ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से गुहार लगाईं है. गुजरात निवासी आरोपी जय जोशी की गिरफ्तार के लिए पुलिस टीम भेजी गुजरात. पुलिस को दी गयी शिकायत में पीड़ित विधान गौतम की बहन के अनुसार, “ सादर निवेदन इस प्रकार है कि मेरा भाई विधान गौतम पुत्र सीताराम गौतम जो आईटी सेक्टर में काम करने हेतु माह मार्च 2024 मे दुबई गया था, दुबई में उसके साथ 07 अन्य भारतीय लडके काम करते थे, जो सभी माह मई 2024 में घर वापस आ गये। दिनांक: 19-05-24 को गुजरात निवासी एक एजेंट जय जोशी जिसका मोबाइल नम्बर 9313348672 है, के द्वारा मेरे भाई व उसके साथ दुबई में काम करने वाले 07 अन्य भारतीय लडकों को थाइलैण्ड मे बडी आईoटीo कंपनी में जॉब दिलाने व अच्छी सैलरी दिये जाने की बात कही गयी। जय जोशी द्वारा मेरे भाई व उसके दोस्तों के साथ वीडियो काल के माध्यम से स्क्रीनिंग टेस्ट लिया गया व जय जोशी द्वारा बताया कि आप सभी का सलेक्शन आईटी कम्पनी में हो गया है व कम्पनी द्वारा आप सभी के दिनांक: 21-05-24 को दिल्ली से बैंकाक थाईलैंड तक के टिकट बुक कर दिये गये हैं। इंडिया से थाइलैण्ड जाने का सारा खर्चा व सुविधाएं कंपनी द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी।
दिनांक 21-05- 2024 को विधान गौतम घर से निकल कर दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचा, जहां उसे उसके अन्य 07 साथी जय जोशी के साथ एयरपोर्ट पर मिले। जहां से जय जोशी इन सबको लेकर दिल्ली से बैंकाक, थाईलैंड पहुचा। उसके उपरान्त हमारा मेरे भाई से सम्पर्क नहीं हो पाया, भाई से संपर्क न होने पर हमने जय जोशी से संपर्क किया तो जय जोशी हमें गुमराह करता रहा कि आपके भाई को अच्छी जॉब मिल गई है। वह बहुत ज्यादा व्यस्त है इसलिए बात नहीं कर पा रहा उसके बाद जय जोशी से भी हमारी कोई बात नहीं हो पाई। करीब 07 दिन बाद किसी अज्ञात व्हाट्सएप नंबर से मेरे पापा के मोबाइल पर व्हाट्सएप कॉल आया जो मेरे भाई विधान गौतम का था, मेरा भाई बहुत डरा हुआ था व उसने बताया कि जयजोशी ने हमारे साथ धोखाधड़ी कर दी है, मैं व मेरे साथ अन्य 7 दोस्त दिनांक 21 मई, 2024 को इंडिया से बैंकाक थाइलैंड गए थे उन सभी लोगों को बैंकाक एयरपोर्ट से अज्ञात बंदूक धारियों द्वारा किसी वाहन में ले जाकर म्यांमार बार्डर क्रॉस कराया गया व अज्ञात जगह पर एक कमरे में हम सभी को बंद करके रखा गया। जहां हमे बधंक बनाया गया था वहां पर लगभग 70 भारतीय युवकों सहित अन्य देशों के कुल करीब 200 लोगों को बंधक बनाकर रखा गया था। यहाँ पर हम सभी के साथ मारपीट व बहुत बुरा व्यवहार करते हुए इलेक्ट्रिक शॉक जैसी अन्य प्रताडनाएं भी दी जा रही है। बधंक बनाये गये व्यक्तियों में लगभग 10 युवक उत्तराखण्ड के हैं जो खटीमा, देहरादून व अन्य स्थानों के रहने वाले हैं।
यदि जल्दी ही हमें इनके चंगुल से नहीं छुड़ाया गया तो ये लोग हमें मार देंगे। इन लोगों द्वारा हमसे साइबर स्कैमिंग का काम कराए जाने का दबाव बनाया जा रहा है जो इनकी बात नहीं मानता, उसको ये लोग मार देते हैं व यदि हम इनके चंगुल से जल्दी नहीं छूटे तो ये लोग हमें भी मार देंगे। इन लोगों ने म्यांमार में किसी अज्ञात जगह पर हमें बंधक बना रखा है। विधान गौतम द्वारा कभी कभी अज्ञात मोबाइल नंबर हस्ताक्षर जिया 9731747667 से हमें ऑडियो मैसेज, फोटो व लोकेशन भेजे जाते हैं। इस प्रकरण के संबंध में हमारे द्वारा मां0 मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड तथा अन्य उच्चाधिकारीगणों से भी हमारे भाई के वापसी कराने के प्रयास के संबंध में अनुरोध किया गया है। अतः महोदय से निवेदन है कि मेरे भाई विधान गौतम को जल्द से जल्द सकुशल भारत लाने हेतु तत्काल उचित कार्रवाई व जय जोशी व उसके साथियों के विरुद्द सख्त कानूनी कार्यवाही करने की कृपा करें ।