“इंटरनल अवेकंड लव” नामक पुस्तक का पूर्णानंद घाट में महिला गंगा आरती में किया विमोचन

- पुस्तक इंटरनल अवेकेड लव को समर्पित किताब में बताई घाटों के आसपास की संस्कृति
- लंदन की भारत के मूल निवासी सरजीत बसरा ने पुस्तक इंटरनल अवेकेड लव पुस्तक लिखी है
मुनि की रेती : ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट के सौजन्य से पूर्णानंद घाट में विश्व प्रसिद्ध प्रथम महिला गंगा आरती में लंदन की भारत के मूल निवासी सरजीत बसरा ने पुस्तक इंटरनल अवेकेड लव पुस्तक का विमोचन हुआ। मंगलवार शाम हुए विमोचन के दौरान, पुस्तक में गंगावतरण, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, गंगा मैया, कुंभ मेला आदि शीर्षक से मौजूद हैं।इस दौरान, लेखिका यह आशा करती है कि गंगा भी साफ-सुथरी बन रहे. क्योंकि यह भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता के विकास का मार्ग पवित्र, पतित पावनी और आस्था की प्रतीक मां गंगा ने प्रशस्त किया है। सद्भावना की गंगा, सौहार्द्र की गंगा, सौंदर्य की गंगा, खुशियों की गंगा, एकता की गंगा, स्वच्छता की गंगा…,संगम शीर्षक की पंक्तियां हैं, इक गंगा इक यमुना है. दोनों पुत्री हिमालय की हैं. पौराणिक पावन नदियाँ हैं, देश मेरे देवालयों की…। इस पुस्तक में न सिर्फ गंगा और विकास की यात्रा को समर्पित हैं। गंगा के विभिन्न पहलुओं को रेखांकित करती है। लेखिका अपनी भूमिका में कहती हैं, गंगा की यह विशेषता है, एक पल में आपको इस दुनिया से जोड़ देगी और अगले ही पल आप इस दुनिया में रहते हुए भी कहीं और के हो जाएँगे। अपने भाव और शब्दों से एक यूनिक माहौल बनाती है। आपको अगले पन्ने को एक्सप्लोर करने की इच्छा भी होती है।
सरजीत बसरा कहती हैं, सामान्य तौर पर मुझे नदियों से प्यार है. लेकिन गंगा में वाकई कुछ जादुई है। खुद से प्यार क्यों जरूरी है? हम अक्सर अपने चाहने वालों को खुद से ज्यादा अहमियत देते हैं। उनकी खुशी के लिए अपनी जरूरतें और इच्छाएं भूल जाते हैं। लेकिन सच्चाई यह है कि जब तक आप खुद से प्यार नहीं करेंगे, तब तक आप दूसरों को पूरी तरह से प्यार नहीं कर सकते। खुद से प्यार करना आपकी आत्मा को शांति और खुशी देता है। यह आपके आत्मविश्वास को बढ़ाता है और जीवन को खूबसूरत बना देता है।इस मौके पर में ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट के अध्यक्ष हरिओम शर्मा ज्ञानी , डॉ. ज्योति शर्मा, आनंद गुप्ता, एस्ट्रो वर्ल्ड संस्थापक ज्योतिषाचार्य आचार्य सोनिया राज, आशा डंग, पूनम रावत, अंजना उनियाल, बंदना नेगी, गायत्री देवी, प्रमिला, आदि मौजूद रहे।