ऋषिकेश : ब्रह्मपुरी में जगद्गुरु द्वाराचार्य स्वामी दयाराम देवानंदाचार्य महाराज का 72वां जन्म महोत्सव बड़ी धूमधाम से मना
- महाराजश्री ने पर्यावरण संरक्षण पर विशेष जोर दिया, नदियों को प्रदूषित न करने की अपील की आम जन से
- सुशीला सेमवाल और हरीश उनियाल द्वारा लायी गयी विशेष माला पहना कर महाराजश्री का स्वागत अभिनंदन किया गया
- हरिद्वार, ऋषिकेश समेत देश भर से संत महात्मा, भक्त,जनप्रतिनिधि पहुंचे थे आश्रम महाराजश्री को बधाई देने
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बहन बसंती बेन और उनके पति हंसमुख भाई भी पहुंचे महाराजश्री का आशीर्वाद लेने
ऋषिकेश :(मनोज रौतेला) श्रीराम तपस्थली ब्रह्मपुरी में सोमवार को जगद्गुरु द्वाराचार्य स्वामी दयाराम देवानंदाचार्य महाराजश्री का 72वां जन्म महोत्सव बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया. महाराजश्री को दीक्षा लिए हुए ५१ वर्ष भी पूरे हो चुके हैं. जिसमें अखिल भारतीय संत समिति, ऋषिकेश, विरक्त वैष्णव मंडल समिति ऋषिकेश, रामानंदीय विरक्त वैष्णो मंडल हरिद्वार के सभी महामंडलेश्वर, जगतगुरु, श्रीमहंत एवं शहर के समाजसेवी वरिष्ठ नागरिक भक्तों ने महाराजश्री का जन्मदिन बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया.

कार्यक्रम का संचालन तुलसी मानस मंदिर ऋषिकेश के महंत रवि प्रपन्नाचार्य महाराज ने किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता महामंडलेश्वर प्रेमानंद महाराज ने की. इस अवसर पर जगतगुरु द्वाराचार्य स्वामी दयाराम योगानंदाचार्य महाराज ने बताया कि 9 दिवसीय राम कथा का समापन के साथ जन्म उत्सव सभी भक्तों ने संतों ने मिलकर मनाया गया. सनातन धर्म की रक्षा एवं हिंदू राष्ट्र बनाने हेतु मां गंगा की स्वच्छता एवं अखंडता के लिए राम तपस्थली ब्रह्मपुरी आश्रम में संकल्प भी लिया गया. महाराजश्री ने “नेशनल वाणी” (हिंदी) से बात करते हुए पर्यावरण संक्रक्षण पर विशेष जोर दिया. उन्हूने कहा, हमें नदियों को प्रदूषित होने से बचाना होगा, उत्तराखंड को नशा मुक्त बनाना होगा. प्लास्टिक सबसे ज्यादा नुक्सान कर रहा है नदियों को. लोगों को प्लास्टिक कम से कम प्रयोग करना चाहिए. साथ ही उन्हूने कहा, आज इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बहन बसंती बेन और उनके पति भी पधारे आश्रम. हमें ख़ुशी हैं उनका स्नेह है यहाँ से. कल प्रधानमंत्री खुद देहरादून पहुंचे थे. उनके भाई पंकज मोदी भी पहले यहाँ आश्रम में आये थे. कार्यक्रम में सैकड़ों संत महात्मा उपस्थित रहे. उनकी उपस्थिति में सभी जनमानस ने संकल्प भी लिया. सभी संत महात्माओं ने अपने प्रवचनों में सभी संप्रदाय को एकजुट होकर हिंदू राष्ट्र की मांग को आगे बढ़ते हुए हिंदू राष्ट्र का पुरजोर समर्मथन किया. इस अवसर पर महामंडलेश्वर प्रेमानंद महाराज,महामंडलेश्वर हरि चेतनानंद, महाराज महामंडलेश्वर विष्णु दास महाराज, महामंडलेश्वर दुर्गा दास महाराज, महामंडलेश्वर वृंदावन दास महाराज, योगी आशुतोष महाराज, महंत रवि देव शास्त्री, महंत दिनेश दास, महंत करुणा शरण महाराज, महामंडलेश्वर अजय रामदास, महंत आलोक हरी महाराज, महामंडलेश्वर महावीर दास, पूर्व महापौर ऋषिकेश अनिता ममगाईं, अखिल भारतीय सीता राम परिवार की प्रदेश अध्यक्ष सुशीला सेमवाल, राष्ट्रीय अध्यक्ष नमामि नर्मदा संघ हरीश उनियाल, आचार्य नितीश खंडूरी,स्वामी अखंडानंद,प्रमोद दास महाराज व अन्य लोग मौजूद रहे.



